Tue Nov 19 2024 14:14:37 GMT+0530 (India Standard Time)

This commit is contained in:
Vachaa 2024-11-19 14:14:37 +05:30
parent ffb2c9180a
commit 57ae6fc6d6
3 changed files with 4 additions and 2 deletions

View File

@ -1 +1 @@
\v 43 \v 44 \v 45 43 पर तुम में ऐसा नहीं है, वरन् जो कोई तुम में बड़ा होना चाहे वह तुम्हारा सेवक बने; \v 44 और जो कोई तुम में प्रधान होना चाहे, वह सब का दास बने। \v 45 क्योंकि मनुष्य का पुत्र इसलिए नहीं आया, कि उसकी सेवा टहल की जाए, पर इसलिए आया, कि आप सेवा टहल करे, और बहुतों के छुटकारे के लिये अपना प्राण दे।”
\v 43 पर तुम में ऐसा नहीं है, वरन् जो कोई तुम में बड़ा होना चाहे वह तुम्हारा सेवक बने; \v 44 और जो कोई तुम में प्रधान होना चाहे, वह सब का दास बने। \v 45 क्योंकि मनुष्य का पुत्र इसलिए नहीं आया, कि उसकी सेवा टहल की जाए, पर इसलिए आया, कि आप सेवा टहल करे, और बहुतों के छुटकारे के लिये अपना प्राण दे।”

1
10/46.txt Normal file
View File

@ -0,0 +1 @@
\v 46 वे यरीहो में आए, और जब वह और उसके चेले, और एक बड़ी भीड़ यरीहो से निकलती थी, तब तिमाई का पुत्र बरतिमाई एक अंधा भिखारी, सड़क के किनारे बैठा था। \v 47 वह यह सुनकर कि यीशु नासरी है, पुकार-पुकारकर कहने लगा “हे दाऊद की सन्तान, यीशु मुझ पर दया कर।” \v 48 बहुतों ने उसे डाँटा कि चुप रहे, पर वह और भी पुकारने लगा, “हे दाऊद की सन्तान, मुझ पर दया कर।”

View File

@ -214,6 +214,7 @@
"10-32",
"10-35",
"10-38",
"10-41"
"10-41",
"10-43"
]
}