Tue Nov 19 2024 14:12:37 GMT+0530 (India Standard Time)
This commit is contained in:
parent
442ad72d43
commit
ffb2c9180a
|
@ -1 +1 @@
|
|||
\v 41 \v 42 41 यह सुनकर दसों याकूब और यूहन्ना पर रिसियाने (गुस्सा हुए) लगे। 42 तो यीशु ने उनको पास बुलाकर उनसे कहा, “तुम जानते हो, कि जो अन्यजातियों के अधिपति समझे जाते हैं, वे उन पर प्रभुता करते हैं; और उनमें जो बड़े हैं, उन पर अधिकार जताते हैं।
|
||||
\v 41 यह सुनकर दसों याकूब और यूहन्ना पर रिसियाने (गुस्सा हुए) लगे। \v 42 तो यीशु ने उनको पास बुलाकर उनसे कहा, “तुम जानते हो, कि जो अन्यजातियों के अधिपति समझे जाते हैं, वे उन पर प्रभुता करते हैं; और उनमें जो बड़े हैं, उन पर अधिकार जताते हैं।
|
|
@ -0,0 +1 @@
|
|||
\v 43 \v 44 \v 45 43 पर तुम में ऐसा नहीं है, वरन् जो कोई तुम में बड़ा होना चाहे वह तुम्हारा सेवक बने; \v 44 और जो कोई तुम में प्रधान होना चाहे, वह सब का दास बने। \v 45 क्योंकि मनुष्य का पुत्र इसलिए नहीं आया, कि उसकी सेवा टहल की जाए, पर इसलिए आया, कि आप सेवा टहल करे, और बहुतों के छुटकारे के लिये अपना प्राण दे।”
|
|
@ -213,6 +213,7 @@
|
|||
"10-29",
|
||||
"10-32",
|
||||
"10-35",
|
||||
"10-38"
|
||||
"10-38",
|
||||
"10-41"
|
||||
]
|
||||
}
|
Loading…
Reference in New Issue