Tue Nov 19 2024 12:47:34 GMT+0530 (India Standard Time)

This commit is contained in:
Vachaa 2024-11-19 12:47:35 +05:30
parent 19adabf08c
commit ade63672e1
3 changed files with 5 additions and 2 deletions

View File

@ -1 +1 @@
\c 10 \v 1 फिर वह वहाँ से उठकर यहूदिया के सीमा-क्षेत्र और यरदन के पार आया, और भीड़ उसके पास फिर इकट्ठी हो गई, और वह अपनी रीति के अनुसार उन्हें फिर उपदेश देने लगा। \v 2 तब फरीसियों* ने उसके पास आकर उसकी परीक्षा करने को उससे पूछा, “क्या यह उचित है, कि पुरुष अपनी पत्‍नी को त्यागे?” \v 3 उसने उनको उत्तर दिया, “मूसा ने तुम्हें क्या आज्ञा दी है?” \v 4 उन्होंने कहा, “मूसा ने त्याग-पत्र लिखने और त्यागने की आज्ञा दी है।” (व्य. 24:1-3)
\c 10 \v 1 फिर वह वहाँ से उठकर यहूदिया के सीमा-क्षेत्र और यरदन के पार आया, और भीड़ उसके पास फिर इकट्ठी हो गई, और वह अपनी रीति के अनुसार उन्हें फिर उपदेश देने लगा। \v 2 तब फरीसियों* ने उसके पास आकर उसकी परीक्षा करने को उससे पूछा, “क्या यह उचित है, कि पुरुष अपनी पत्‍नी को त्यागे?” \v 3 उसने उनको उत्तर दिया, “मूसा ने तुम्हें क्या आज्ञा दी है?” \v 4 उन्होंने कहा, “मूसा ने त्याग-पत्र लिखने और त्यागने की आज्ञा दी है।” (व्य. 24:1-3)

1
10/05.txt Normal file
View File

@ -0,0 +1 @@
\v 5 यीशु ने उनसे कहा, “तुम्हारे मन की कठोरता के कारण उसने तुम्हारे लिये यह आज्ञा लिखी। \v 6 पर सृष्टि के आरम्भ से, परमेश्‍वर ने नर और नारी करके उनको बनाया है। (उत्प. 1:27, उत्प. 5:2)

View File

@ -199,6 +199,8 @@
"09-45",
"09-47",
"09-49",
"10-title"
"10-title",
"10-01",
"10-05"
]
}