Thu Nov 14 2024 15:22:26 GMT+0530 (India Standard Time)

This commit is contained in:
Vachaa 2024-11-14 15:22:27 +05:30
parent 81aeb05d72
commit 5aaeefb2f6
3 changed files with 4 additions and 2 deletions

View File

@ -1 +1 @@
33 तब वह स्त्री यह जानकर, कि उसके साथ क्‍या हुआ है, डरती और काँपती हुई आई, और उसके पाँवों पर गिरकर, उससे सब हाल सच-सच कह दिया। 34 उसने उससे कहा, “पुत्री, तेरे विश्वास ने तुझे चंगा किया है: कुशल से जा, और अपनी इस बीमारी से बची रह।” (लूका 8:48)
\v 33 तब वह स्त्री यह जानकर, कि उसके साथ क्‍या हुआ है, डरती और काँपती हुई आई, और उसके पाँवों पर गिरकर, उससे सब हाल सच-सच कह दिया। \v 34 उसने उससे कहा, “पुत्री, तेरे विश्वास ने तुझे चंगा किया है: कुशल से जा, और अपनी इस बीमारी से बची रह।” (लूका 8:48)

1
05/35.txt Normal file
View File

@ -0,0 +1 @@
\v 35 35 वह यह कह ही रहा था, कि आराधनालय के सरदार के घर से लोगों ने आकर कहा, “तेरी बेटी तो मर गई; अब गुरु को क्यों दुःख देता है?”

View File

@ -116,6 +116,7 @@
"05-21",
"05-25",
"05-28",
"05-30"
"05-30",
"05-33"
]
}