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1 | Reference | ID | Tags | Quote | Occurrence | Question | Response |
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2 | 1:1 | l2er | जब मूसा ने इस्राएल से बात की तो वह कहाँ था? | मूसा यरदन के पार जंगल में, यरदन नदी के घटी के मैदान में था। | |||
3 | 1:3 | npak | मूसा ने इस्राएल के लोगों से बात कब की, उन सभी को बताते हुए जिन्हें यहोवा ने उसे आज्ञा दी थी? | यह चालीसवें वर्ष के ग्यारहवें महीने के पहले दिन था। | |||
4 | 1:8 | ehjb | यहोवा ने किसको भूमि देने की शपथ खाई थी? | यहोवा ने अब्राहम, इसहाक और याकूब को उनके लिए और उनके वंशजों को भूमि देने के लिए शपथ खाई थी। | |||
5 | 1:9-10 | h2se | मूसा को ऐसा क्यों लगा कि वह अकेले लोगों को नहीं ले जा सका? | परमेश्वर ने उन्हें गिनती मे बढाया, आकाश के तारों के समान बनाया था। | |||
6 | 1:12-13 | idpz | मूसा को लोगों के झंझट, भार और झगड़े से कौन मदद करेगा? | वे समझदार और प्रसिद्ध पुरुषों अपने-अपने गोत्र में से चुनकर उन लोगों को उनके ऊपर मुखिया ठहराएंगे। | |||
7 | 1:16 | nmzo | मूसा ने न्यायियों को क्या करने का आदेश दिया? | उसने उन्हें भाइयों, और उसके साथ रहने वाले परदेशियों बीच मुकदमे सुनने का आदेश दिया। | |||
8 | 1:19 | oiwg | जब वे होरेब से पहाड़ी देश में गए तो इस्राएल ने यात्रा कैसे की? | वे सारे बड़े और भयानक जंगल के माध्यम से यात्रा की। | |||
9 | 1:22 | vlsc | लोगों ने मूसा से उनसे आगे पुरुषों को भेजने के लिए क्यों कहा? | उन्होंने मूसा से भूमि को खोजने, आगे पुरुषों को भेजने के लिए कहा कि उन्हें शहरों के बारे में वापस सन्देश दें और हमला कैसे करना चाहिए। | |||
10 | 1:23 | wlrh | मूसा ने पहाड़ी देश में भूमि को बाहर निकालने का चुनाव किसने किया? | उसने बारह पुरुषों को चुना, हर गोत्र में से एक पुरुष। | |||
11 | 1:25 | pwyz | पुरुष ने लौटकर उस भूमि के बारे में क्या कहा? | उन्होंने कहा, “जो देश हमारा परमेश्वर यहोवा हमें देता है वह अच्छा है।” | |||
12 | 1:27 | u0fo | पुरुषों ने क्यों कहा कि यहोवा उन्हें मिस्र देश से बाहर लाया है? | उन्होंने कहा कि यहोवा उनसे बैर रखता है और मिस्र देश से उन्हें सत्यानाश करने के लिए बाहर लाया। | |||
13 | 1:28 | vyqr | उनके भाइयों ने देश के लोगों के बारे में क्या कहा? | उन्होंने कहा कि देश के लोग इस्राएलियों की तुलना में बड़े और लम्बे थे। | |||
14 | 1:29 | kon5 | मूसा ने क्या वजह बताई कि लोगों को डरने की ज़रूरत नहीं थी? | उसने उनसे ना डरने को कहा, क्योंकि यहोवा उनके आगे-आगे चलेगा और वह उनकी ओर से लड़ेगा, जैसे की उसने मिस्र और जंगल में किया था। | |||
15 | 1:30-31 | ydwu | मूसा ने क्या कहा था कि लोगों को डरने की ज़रूरत नहीं थी? | उसने उनसे ना डरने को कहा, क्योंकि यहोवा उनके आगे-आगे चलेगा और वह उनकी ओर से लड़ेगा, जैसे की उसने मिस्र और जंगल मे किया था। | |||
16 | 1:34-35 | v0f0 | यहोवा ने क्या कहा क्योंकि वह क्रोधित था? | उसने शपथ खाई और कहा, “निश्चय इस बुरी पीढ़ी के मनुष्यों में से कालेब को छोड़कर उस अच्छे देश को देखने न पाएगा ”। | |||
17 | 1:38 | p3sj | यहोवा ने नून के पुत्र यहोशू के लिए मूसा को क्या कहा? | यहोवा ने मूसा से कहा कि वह यहोशू को प्रोत्साहित करे क्योंकि वही इस्राएलियों को लेकर उस देश पर अधिकार करेगा। | |||
18 | 1:39 | lt6i | यहोवा ने उस देश पर अधिकार करने के लिए किसे ठहराया? | यहोवा ने कहा कि उनके बाल-बच्चे अंदर जाएंगे और उस पर अधिकार करंगे। | |||
19 | 1:43-44 | vi23 | यहोवा ने उन्हें उस पर्वतीय प्रदेश में युद्ध करने से मना किया तो उन्होंने क्या किया? | वे अभिमानी थे और पहाड़ी देश पर हमला किया, एमोरियों ने मधुमक्खियों के समान उनका पीछा किया। | |||
20 | 2:1 | cgk5 | मूसा ने कहा कि उन्होंने अपनी यात्रा कहाँ से की? | वे अपनी यात्रा लाल समुद्र के मार्ग के जंगल की ओर की। | |||
21 | 2:4-5 | k6gm | यहोवा ने इस्राएलियों को किस बात की चेतावनी दी कि वे न करें? | उन्हें एसाव वंशियों से युद्ध नहीं करना था क्योंकि यहोवा उस देश का लेशमात्र अंश भी उन्हें नहीं देगा। | |||
22 | 2:6 | c5wq | वे अपने भोजन और पानी के लिए क्या करते थे? | वे सेईर के लोगों से भोजन और पानी खरीदते थे ताकि वे खा सकें और पी सकें। | |||
23 | 2:9 | qgal | यहोवा ने उन्हें मोआब में किस बात के लिए मना किया था? | उन्हें मोआबियों को न तो सताना था न उनके साथ लड़ना था क्योंकि यहोवा उन्हें वह भूमि नहीं दे रहा था। | |||
24 | 2:14 | aw0z | इस्राएल को कादेशबर्ने से जेरेद के किनारे जाने में कितना समय लगा? | जेरेद नदी पार जाने के लिए उन्हें अड़तीस वर्ष लगे। | |||
25 | 2:16 | b7sv | उन सभी योद्धा के साथ क्या हुआ जो लड़ने के योग्य थे? | वह सब योद्धा मर गए जो लड़ने के योग्य थे और लोगों के बीच में से नाश हो गए। | |||
26 | 2:19 | v4av | यहोवा ने अम्मोनियों के देश को किसको दिया था? | यहोवा ने उस देश को लूत के वंशजों को दिया था। | |||
27 | 2:25 | e3gj | जब वे इस्राएलियों के बारे में समाचार सुनते हैं तो धरती के लोग क्या करेंगे? | वे इस्राएलियों की वजह से डर के मारे काँपेंगे और पीड़ित होंगे। | |||
28 | 2:26-27 | o165 | मूसा ने हेशबोन के राजा को शांति के किस शब्द को भेजा? | मूसा ने पूछा कि उसे राजपथ मे से देश से होकर जाने की इजाजत दे, न कि दाएं या बाएं मुड़ें। | |||
29 | 2:28-29 | fwaf | मूसा ने लोगों को भोजनवस्तु और पानी पाने के लिए क्या योजना बनाई? | उसने हशबोन के राजा को पैसा लेकर भोजन और पानी बेचने के लिए कहा ताकि वे खा और पी सकें। | |||
30 | 2:32 | kit8 | क्या हुआ जब सीहोन मूसा के विरूद्ध निकला? | यहोवा ने उसे मूसा के वश में कर दिया और उन्हें हरा दिया, और उसको, उसके पुत्रों और सारी प्रजा समेत मार डाला। | |||
31 | 2:33 | clhr | क्या हुआ जब सीहोन मूसा के विरूद्ध निकला? | यहोवा ने उसे मूसा के वश में कर दिया और उसने उसके संपूर्ण परिवार एवं प्रजा को मार डाला। | |||
32 | 2:34 | hovu | सभी बसे हुए नगरो के साथ क्या हुआ? | मूसा ने राजा के सभी नगरों को ले लिया और सत्यानाश किया, स्त्रियों और बाल-बच्चों समेत कोई भी शेष नहीं छोड़ा गया था। | |||
33 | 3:1 | mnfd | बाशान के राजा ओग ने इस्राएलियों को आते देखा तो क्या किया? | बाशान के रास्ते, बाशान के राजा और उसकी सारी सेना आए और इस्राएल पर हमला किया। | |||
34 | 3:3-4 | i8fx | बाशान के राजा और उसके लोगों के साथ इस्राएल ने क्या किया? | उन्होंने बाशान के राजा को तब तक मार डाला जब तक कि उनमें से कोई भी न बच पाया और उसके सभी नगरों को भी ले लिया। | |||
35 | 3:7 | jzjt | इस्राएल ने घरेलू पशु और नगरों की लूट के साथ क्या किया? | सभी घरेलू पशु और नगरों की लूट को उन्होंने अपनी कर ली। | |||
36 | 3:12-13 | pk8d | मूसा ने अधिकार से लिया हुआ देश किसे दिया? | उसने इसे रूबेनियों, गादियों और मनश्शे के आधे गोत्र को दिया। | |||
37 | 3:18 | d2cj | मूसा ने रूबेनियों, गादियों और मनश्शे के आधे गोत्र के योद्धा को क्या करने का आदेश दिया? | उसने आदेश दिया की सब योद्धा हथियारबंद होकर अपने भाई इस्राएलियों के आगे-आगे पार चले। | |||
38 | 3:20 | l7oc | यहोवा ने कब कहा कि रूबेनियों, गादियों और मनश्शे के आधे गोत्र अपनी अधिकार की भूमि में लौट सकते थे? | यहोवा ने आज्ञा दी कि जब सब इस्राएली उस देश में बस कर विश्राम पाएं तब वे लौटकर घर जा सकते हैं। | |||
39 | 3:22 | sycs | मूसा ने यहोशू को क्या नहीं करने को कहा? | उसने यहोशू को दुश्मन से ना डरने के लिए कहा क्योंकि यहोवा उनके लिए युद्ध करेगा। | |||
40 | 3:25 | ndh3 | मूसा ने कहाँ जाने और देखने की विनती की? | उसने यहोवा से विनती की थी कि वह उसे यरदन पार जाकर उस उत्तम देश को और लबानोने को देखने पाए। | |||
41 | 3:26 | xrw6 | यहोवा ने मूसा को जाने और देश देखने के अनुरोध पर कैसे प्रतिक्रिया किया? | लोगों के कारण यहोवा उससे रुष्ट हो गया और मूसा की न सुनी। | |||
42 | 3:27 | g7l1 | मूसा को देश देखने की अनुमति देने के लिए यहोवा ने क्या किया? | यहोवा ने उसे पिसगा पहाड़ की चोटी तक जाने और उसके चारो ओर अपनी दृष्टि उठाने के लिए कहा क्योंकि वह यरदन पार नहीं जा पाएगा। | |||
43 | 3:28-29 | m7jd | यहोशू के लिए यहोवा ने मूसा को क्या करने को कहा? | उसने मूसा को यहोशू को निर्देश देने, उसे ढाढ़स और दृढ़ रखने को कहा, क्योंकि इन लोगों के आगे-आगे वही पार जाएगा और जो देश तू देखेगा उसको वही उनका निज भाग करा देगा। | |||
44 | 4:1 | gkhh | इस्राएल के लोगो को ऐसा क्या करना था ताकि वे जीवित रह सकें और जा कर ओर उस देश को अधिकार कर सके जो यहोवा उन्हें दे रहा है? | उन्हें मूसा द्वारा घोषित आज्ञाओं को सुनकर उनका पालन करना होगा कि वे उस देश के अधिकारी हों। | |||
45 | 4:2 | aezt | लोगों को क्या नहीं करना चाहिए? | उन्हें उसमें न तो कुछ बढ़ाना था और न तो कुछ घटाना था जिन्हें मूसा ने उन्हें आज्ञा दी थी ताकि वे यहोवा के आदेशों को मान सकें। | |||
46 | 4:4 | iuyp | यहोवा ने किस मनुष्य का सत्यानाश कर दिया? | यहोवा ने बालपोर के पीछे जाने वाले मनुष्य का सत्यानाश कर दिया। | |||
47 | 4:6 | h52i | इस्राएल को उन नियमों को क्यों मानना चाहिए जिन्हें मूसा ने उन्हें आज्ञा दी थी? | उन्हें उन आज्ञाओं को धारण करना और मानना अनिवार्य था कि देशों के लोगों के सामने उनकी बुद्धि और समझ प्रकट हो। | |||
48 | 4:9-10 | mzqj | लोगों को सचेत क्यों रहना चाहिए और उनकी आत्मा की चौकसी करनी चाहिए? | उन्हें सचेत और उनकी आत्मा की चौकसी करनी चाहिए ताकि वे जो भी अपनी आँखों से देख चुके हैं उसे न भूलें, लेकिन उन चीजों को उनके दिल में रखें और उन्हें अपने बेटों पोतों को सिखाए। | |||
49 | 4:11-12 | mj37 | लोगों ने पहाड़ों पर आग के बीच में क्या सुना? | उन्होंने आग के बीच से यहोवा की आवाज सुनी, लेकिन कोई रूप नहीं देखा। | |||
50 | 4:13 | t0kg | यहोवा ने उन्हें कौन सी वाचा करने की आज्ञा दी और उसमे क्या लिखा गया था? | यहोवा ने मूसा को उन दस नियमों को उन्हें सिखाने की आज्ञा दी जो पत्थर की दो पटियाओं पर लिखे थे। | |||
51 | 4:15-18 | jxkk | लोगों को क्या नहीं करने के लिए कहा गया था? | उन्हें पुरुष, स्त्री, पक्षियों, भूमि पर रेंगनेवाले किसी जन्तु, और मछली समेत किसी भी रूप के मूर्ति बनाकर खुद को भ्रष्ट ना करने को कहा था। | |||
52 | 4:19 | j0gq | सूर्य, चांद और सितारों के विषय मूसा ने लोगों को सतर्क रहने के लिए क्यों कहा? | मूसा ने उन्हें चेतावनी दी कि वे आकाश, सूर्य, चांद और सितारों की उपासना करने के लिए आकर्षित न हों। | |||
53 | 4:20 | q5k6 | यहोवा इस्राएल को लोहे के भट्ठे जैसे मिस्र देश से निकाल कर क्यों लाया था? | यहोवा उन्हें मिस्र से निकाल कर लाया कि वह उसका प्रजारूपी निज भाग ठहरें। | |||
54 | 4:21-22 | jmi4 | यहोवा ने मूसा से क्या किया क्योंकि वह मूसा से क्रोधित था? | उसने मूसा को यरदन पार, उस अच्छे देश में नहीं जाने दिया, उसकी मृत्यु उस देश के बाहर ही होना थी। | |||
55 | 4:24 | mea6 | यहोवा ने इस्राएल को किसी वस्तु की मूर्ति बनाने के लिए मना क्यों किया? | यहोवा उनका परमेश्वर एक भस्म करने वाली आग है, एक जलन रखनेवाला परमेश्वर है। | |||
56 | 4:26 | b6ld | यदि इस्राएल यहोवा की दृष्टि में भ्रष्ट होकर बुरे काम करे तो मूसा ने उन्हें किस बात की चेतावनी दी? | वे यरदन पार के उस देश में नाश किए जाएंगे और पूर्णरूपेण नष्ट किए जाएंगे। | |||
57 | 4:27-28 | aksr | मूसा क्या कहता है कि यहोवा लोगों के साथ करेगा? | यहोवा उन्हें अन्य जातियों में तितर-बितर कर देगा और वे वहां संख्या में बहुत कम रह जायेंगे, वे वहां लकड़ी और पत्थर से बनाए हुए मूक देवताओं की उपासना करेंगे। | |||
58 | 4:29 | fxbn | लोगों को यहोवा फिर कब मिलेगा? | यदि वे अपने पूरे मन और सारे प्राण से यहोवा को खोजेंगे तो वह उन्हें मिल जाएगा। | |||
59 | 4:30 | p79d | लोग कब परमेश्वर यहोवा के पास लौटकर और उसकी आवाज़ सुनेंगे ? | जब वे संकट में होते हैं, और जब उन पर सब विपत्तियाँ आती हैं तो वे यहोवा के पास वापस आ जाएंगे। | |||
60 | 4:34 | iaus | जब वे मिस्र में थे तब परमेश्वर ने लोगों के लिए क्या किया? | यहोवा ने परीक्षा, और चिन्ह, और चमत्कार, और युद्ध, और बली हाथ और बढ़ाई हुई भुजा के द्वारा बड़े-बड़े भयानक काम किए। | |||
61 | 4:35-36 | sjwz | यहोवा ने लोगों के साथ क्या किया ताकि वे जान सकें कि वह परमेश्वर है? | उसने उन्हें आकाश में से अपनी वाणी सुनाई, और पृथ्वी पर से उसने उन्हें अपनी बड़ी आग दिखाई। | |||
62 | 4:37-38 | gbkc | यहोवा ने इस्राएल के लिए क्या किया क्योंकि वह उनके पितरों से प्रेम रखता था? | उसने उनके वंशजों को चुन लिया और अपनी उपस्थिति एवं अपने सामर्थ्य में उन्हें मिस्र से निकाल कर लाया और उनसे बड़े जातियों को निकाल कर उन्हें वहां बसाया। | |||
63 | 4:41-42 | u67e | अगर गलती से कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति को मार डाले तो वह कहाँ भाग जाए? | वह तीन नगरो में से किसी एक में भाग जाए जो मूसा ने यरदन नदी के पूर्व की तरफ चुना था। | |||
64 | 4:44-45 | uf0o | मूसा ने इस्राएल के लोगों के सामने क्या रखा? | उसने इस्राएलियों को व्यवस्था अर्थात वाचा के आदेश, नियम एवं चेतावनियां जो उसने मिस्र से निकलने के बाद उन्हें दी थी। | |||
65 | 5:2-3 | y9h1 | यहोवा ने होरेब में किसके साथ वाचा की? | यहोवा ने होरेब में इस्राएल के साथ एक वाचा बान्धी, न कि हमारे पितरों के साथ, बल्कि जीवित लोगों के साथ। | |||
66 | 5:4-5 | kqk6 | यहोवा और इस्राएलियों के मध्य मूसा को क्यों खड़ा होना पड़ा जब यहोवा पर्वत पर से बातें कर रहा था? | क्योंकि इस्राएली उस भयानक आग से भयभीत थे जिसमें से परमेश्वर उनसे बातें कर रहा था। | |||
67 | 5:6 | np12 | यहोवा ने इस्राएल से अपने बारे में क्या कहा? | उसने कहा, “तेरा परमेश्वर यहोवा, जो तुझे दासत्व के घर अर्थात् मिस्र देश में से निकाल लाया है, वह मैं हूँ।” | |||
68 | 5:8 | jzet | यहोवा ने इस्राएलियों को मना किया था कि वे क्या न बनाएं और किसे दण्डवत् न करें, न सेवा करें? | उन्हें न तो कोई मूर्ति खोदकर बनाना, न किसी की प्रतिमा बनाना जो आकाश में, या पृथ्वी पर, या पृथ्वी के जल में है। | |||
69 | 5:9 | ozli | यहोवा पितरों की दुष्टता को कैसे दंडित करेगा जिन्होंने मूर्तियों की सेवा या उपासना की थी? | यहोवा पितरों की दुष्टता का दण्ड उनके बेटों, पोतों, और परपोतों को देगा। | |||
70 | 5:10 | s13t | यहोवा उन लोगों के लिए क्या करेगा जो उससे प्रेम करते हैं और उसकी आज्ञाओं को मानते हैं? | वह उन लोगों पर करुणा दिखाएगा। | |||
71 | 5:11 | t7q2 | यहोवा किसे निर्दोष न ठहराएगा? | वह निर्दोष नहीं होगा जो उसका नाम व्यर्थ में लेते हैं। | |||
72 | 5:12-14 | kdqd | सातवें दिन के बारे मे यहोवा क्या कहता है? | सातवें दिन उनके परमेश्वर यहोवा के लिए विश्रामदिन है, इसलिए उन्हें इसे पवित्र रखना चाहिए और कोई काम-काज नहीं करना चाहिए। | |||
73 | 5:15 | lxbh | यहोवा ने उन्हें विश्रामदिन रखने का आदेश क्यों दिया? | यहोवा चाहता था कि वे स्मरण रखें कि वे मिस्र देश में दास थे और यहोवा उन्हें सामर्थ के कामों एवं बलवन्त हाथ के द्वारा वहां से निकाल कर लाया था। | |||
74 | 5:16 | przr | यहोवा ने क्या कहा की उन लोगों के साथ होगा जो अपने माता पिता का आदर करते है? | वे उस देश में जो यहोवा उन्हें देता है उसमें वे बहुत दिन तक रह पाएंगे और उनका भला होगा। | |||
75 | 5:17-20 | lxb9 | उन्हें क्या करने का आदेश नहीं दिया गया था? | उन्हें हत्या नहीं करना चाहिए, व्यभिचार करना, चोरी, या अपने पड़ोसी के विरुद्ध झूठी साक्षी देना नहीं चाहिए। | |||
76 | 5:22 | zzgx | यहोवा ने अपनी आज्ञायें किस पर लिख कर दी थीं? | यहोवा ने पत्थर की दो तख्तियों पर अपनी आज्ञायें लिखकर मूसा को दी थीं। | |||
77 | 5:25 | mlqy | इस्राएलियों ने कहा कि वे यहोवा की वाणी सुनेंगे तो क्या होगा? | वे उस महान अग्नि से भस्म होकर मर जायेंगे। | |||
78 | 5:27 | cbj7 | लोगों ने क्या कहा जब मूसा ने उनसे यहोवा के वचनों को दोहराया था? | उन्होंने कहा कि वे यहोवा के वचन को सुनेंगे और उनको मानेंगे । | |||
79 | 5:28 | mnx6 | लोगो की प्रतिक्रिया के बारे में यहोवा ने क्या कहा? | यहोवा ने कहा कि उसने लोगों के बातों को सुना और वे उचित थे। | |||
80 | 5:33 | kc5q | मूसा ने उनसे कहा कि यहोवा की जिन आज्ञाओं और आदेशों को उसने उन्हें सुनाया है, उनका पालन करने से लोगों का क्या होगा? | यदि वे यहोवा की आज्ञाओं को मानेंगे तो वे जीवित रहेंगे और उनका भला होगा और जो देश यहोवा उन्हें देता है वे बहुत दिनों तक वहां बसे रहेंगे। | |||
81 | 6:2 | fv6c | यदि इस्राएली और उनकी सन्तान आजीवन यहोवा की सब नियमों और आज्ञाओं का पालन करें तो क्या होगा? | यदि वे अपने नियमों और आज्ञाओं पालन करेंगे तो वह बहुत दिनों तक बने रहेंगे। | |||
82 | 6:3 | mopp | मूसा ने उस देश का वर्णन कैसे किया जिसमें लोग जा रहे थे? | उसने कहा कि इस देश मे दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं। | |||
83 | 6:5 | kxzr | इस्राएली यहोवा से कैसा प्रेम करें? | वे अपने सारे मन, सारे जीव, और सारी शक्ति के साथ यहोवा से प्रेम करें। | |||
84 | 6:6-7 | t7l2 | इस्राएली अपने मन में बसी परमेश्वर की आज्ञाओं को अपनी सन्तान को कब सिखाएं? | जब वे घर में बैठते हैं, मार्ग पर चलते, लेटते, और उठते हैं, तो उन्हें आज्ञाओं को अपने बच्चों को सिखाना चाहिए। | |||
85 | 6:10-12 | vnut | इस्राएल यहोवा को कब नहीं भूलना चाहिए? | जब वे खाते हैं और उस देश में संतुष्ट होते हैं जिन्हें यहोवा ने उनके पूर्वजों के साथ शपथ खाई थी, तो उन्हें यहोवा को नहीं भूलना चाहिए। | |||
86 | 6:15 | lf6v | यदि वे मूर्तिपूजा करके जलन रखने वाले यहोवा को क्रोध दिलाएं तो क्या होगा? | यदि यहोवा का क्रोध उनके विरुद्ध भड़के, तो वह उन्हें पृथ्वी की सतह से नष्ट कर देगा। | |||
87 | 6:16 | c1xw | उन्होंने मस्सा में क्या किया था जिसे दोहराना उनके लिए वर्जित था? | उन्होंने मस्सा में यहोवा की परीक्षा ली थी। | |||
88 | 6:20-23 | wizz | लोगों को कैसे प्रतिक्रिया करना चाहिए जब उनके सन्तान उनसे वो वाचा के नियमों, विधियों और यहोवा के आदेशों के बारे में पूछे तो?” | उन्हें अपने सन्तान को यह बताना चाहिए कि वे फ़िरौन के दास थे जब यहोवा उन्हें मिस्र से बाहर निकाल लाया और उन्हें वह देश सौंप दिया जो उसने अपने पूर्वजों के साथ शपथ खाई थी। | |||
89 | 6:24 | c8br | लोगों को यहोवा से भय क्यों होना चाहिए? | उन्हें अपने भलाई के लिए उससे भय होना चाहिए, ताकि वह उन्हें जीवित रख सके। | |||
90 | 7:2 | jxbl | यहोवा जिस देश का उन्हें अधिकारी बना रहा है उस देश के निवासियों के साथ उन्हें क्या करना होगा? | उन्हें हमला करके और उन्हें पूरी तरह से नष्ट कर देना होगा। वे उनके साथ वाचा नहीं बांधे, उन पर दया करे, या अपने पुत्र-पुत्रियों का विवाह उनके साथ न करें। | |||
91 | 7:3 | k729 | इस्राएलियों को उन जातियों के लोगों के साथ क्या नहीं करना चाहिए? | वे उनके साथ वाचा नहीं बांधे, उन पर दया करे, या अपने पुत्र-पुत्रियों का विवाह उनके साथ न करें। | |||
92 | 7:5 | bsml | इन जातियों के लोगों के साथ इस्राएल को कैसे बर्ताव करना चाहिए? | उन्हें उनकी वेदियां तोड़ देना चाहिए, उनकी लाठों को तोड़ देना चाहिए, उनकी अशेरा नामक मूर्तियों को काट काटकर गिरा देना चाहिए और उनकी खुदी हुई मूर्तियों को आग में जला देना चाहिए। | |||
93 | 7:8 | mikm | यहोवा ने चुने हुए लोगों को अपनी शपथ कैसे दी? | यहोवा ने अपनी शपथ रखी और उन्हें फ़िरौन के हाथ बंधन के घर से छुड़ाकर लाया। | |||
94 | 7:9 | tz6p | उन के साथ क्या होगा जो यहोवा से प्रेम करते हैं और उसकी आज्ञाओं को मानते हैं? | जो उससे प्रेम रखते और उसकी आज्ञाएं मानते हैं उनके साथ वह हजार पीढ़ी तक अपनी वाचा का पालन करता है। | |||
95 | 7:12 | c424 | अगर वे अपने नियमों को मानते हैं तो लोगों को यहोवा के द्वारा किस तरह से आशीष मिलेगी? | परमेश्वर उन्हें आशीष देगा गिनती में बढ़ाएगा,और भूमि पर उपज, अन्न, दाखमधु, तेल, और पशुओं की बढ़ती करेगा। | |||
96 | 7:13 | y9yo | अगर वे अपने नियमों को मानते हैं तो लोगों को यहोवा के द्वारा किस तरह से आशीष मिलेगी? | परमेश्वर उन्हें आशीष देगा गिनती में बढ़ाएगा,और भूमि पर उपज, अन्न, दाखमधु, तेल, और पशुओ की बढ़ती करेगा। | |||
97 | 7:17-19 | iab4 | परमेश्वर उन जातियों के साथ क्या करेगा जिन्हें इस्राएल डरता है? | परमेश्वर उन पर वही विपत्तियां डालेगा और चिन्ह चमत्कार दिखाएगा जो उसने मिस्र पर किए थे। | |||
98 | 7:20 | r7ci | परमेश्वर ने उनके बीच बर्रे कब तक भेजा? | परमेश्वर ने उनके बीच बर्रे तब तक भेजा जब तक कि बचे हुए जो इस्राएल से छिपेंगे नष्ट न हो जाएं। | |||
99 | 7:21-22 | d0jb | उन्हें लोगों के बीच भयभीत क्यों नहीं होना चाहिए? | उन्हें लोगों के बीच यभीत नहीं होना था क्योंकि यहोवा उनके बीच में था और यहोवा महान और भय योग्य है। | |||
100 | 7:23 | sjr9 | परमेश्वर उन जातियों पर इस्राएल को विजयी कैसे करेगा? | जब तक वे नष्ट नहीं हो जाते तब तक परमेश्वर युद्ध में जातियों को बहुत भ्रमित करेगा। | |||
101 | 7:25-26 | kab5 | जातियों के देवताओं के साथ क्या करना है? | उन्हें देवताओं की मूरतों को जलाकर भस्म कर देना था। | |||
102 | 8:2 | vdq2 | इस्राएल के लोगों को क्या स्मरण करना चाहिए? | उन्हें स्मरण रखना था कि यहोवा ने चालीस वर्ष तक उन्हें जंगल में नम्र बनाया और उनकी परीक्षा ली। | |||
103 | 8:3 | mhqr | यहोवा ने नम्र क्यों किया, भूख भी होने दिया, और लोगों को मन्ना भी खिलाया? | यहोवा ने ऐसा इसलिए किया कि वे जानें कि मनुष्य केवल रोटी से ही जीवित नहीं रहता है परन्तु जो वचन यहोवा के मुख से निकलते हैं उन्ही से जीवित रहता है। | |||
104 | 8:4 | f6ok | जंगल में चालीस साल तक लोग कैसे जीवित रहे? | उनके वस्त्र पुराने नहीं हुए और उनके पाँव नहीं फूले। | |||
105 | 8:5 | dgv7 | यहोवा ने इस्राएलियों को कैसे सही किया? | जैसा कोई अपने बेटे को ताड़ना देता है वैसे ही यहोवा ने उनको सही किया। | |||
106 | 8:7-8 | aofp | उस उत्तम देश में क्या है जिसमें, परमेश्वर उन्हें ला रहे हैं? | वह देश जल की नदियों, सोतों का, गेहूं, जौ, दाखलताओं, अंजीरों, अनारों, जैतून के वृक्षों और मधु का देश था। | |||
107 | 8:10 | tjxz | वे यहोवा को धन्य क्यों मानेंगे? | वे उस उत्तम देश के लिए यहोवा को धन्य कहेंगे जो उसने उन्हें दिया है। | |||
108 | 8:11 | wv23 | लोगों को क्या न भूल जाने की चेतावनी दी गई थी? | यहोवा को न भूलने और उसकी आज्ञाओं का तिरस्कार न करने की चेतावनी दी गई थी। | |||
109 | 8:13-14 | smzf | उन्हें मिस्र से निकाल लाने वाले परमेश्वर को वे क्यों भूल जायेंगे? | जब उनके पशु बहुत हो जाएंगे और उनका सोना-चांदी बढ़ जाएगा तब उनका मन अहंकारी हो जाएगा और वे यहोवा को भूल सकते थे। | |||
110 | 8:15-16 | ng72 | यहोवा ने इस्राएल के लोगों के लिए भयानक जंगल में से जल और भोजन कैसे प्रदान दिया? | यहोवा ने उनके लिए चकमक पत्थर की चट्टान से जल लाया और उनके लिए मन्ना प्रदान किया। | |||
111 | 8:19-20 | iy0o | लोगों को उनके सामने जातियों की तरह नाश करने का क्या कारण होगा? | यदि वे उनके धन संपदा देने वाले को भूल जाएं, देवताओं की पूजा करें और यहोवा की वाणी न सुनें तो वे नष्ट हो जायेंगे। | |||
112 | 9:1 | gvla | इस्राएली कहां जाने की तैयारी में थे? | इस्राएली यरदन पार करने की तैयारी में थे। | |||
113 | 9:3 | z502 | इस्राएल यरदन पार करने से पहले क्या होगा? | यहोवा उनके आगे-आगे चलकर अन्य जातियों को भस्म करने वाली आग के समान नष्ट करता जाएगा। | |||
114 | 9:4 | lnez | मूसा ने लोगों को क्या बताया जब यहोवा ने दुश्मनों को देश से बाहर निकालने के बाद मन में क्या नहीं सोचने के लिए कहा था? | उसने इस्राएल से कहा की यह नहीं सोचना कि इस्राएल की धार्मिकता के कारण था कि यहोवा ने उन्हें उस देश पर अधिकार दिया। | |||
115 | 9:5 | m155 | इस्राएल यरदन पार करने से पहले परमेश्वर ने जातियों को बाहर निकालने का क्या कारण है? | इसका कारण उनकी दुष्टता था और एक कारण यह भी था कि यहोवा ने इसकी शपथ उनके पूवर्जों, अब्राहम, इसहाक और याकूब से खाई थी। | |||
116 | 9:7-8 | jlkj | यहोवा इस्राएल के लोगों से क्रोधित क्यों था? | यहोवा उनसे इतना क्रोधित था कि वह उन्हें नष्ट करना चाहता था क्योंकि उन्होंने उसे उकसाया और उसके खिलाफ बलवा किया। | |||
117 | 9:9 | e099 | मूसा ने पर्वत पर क्या खाया और पीया? | उसने पर्वत पर चालीस दिन और चालीस रात तक न तो कुछ खाया और न ही कुछ पीया। | |||
118 | 9:12 | elqz | यहोवा ने मूसा को जल्दी से पर्वत से नीचे जाने के लिए क्यों कहा? | यहोवा ने उसे बताया कि लोग बिगड़ गए है यहोवा ने जिस मार्ग पर चलने की आज्ञा दी थी उसको उन्होंने झटपट छोड़ दिया और अपने लिये एक मूर्ति बना ली है। | |||
119 | 9:13-14 | k3tm | यहोवा ने क्यों कहा कि वह इस्राएल को मिटा देगा और पहले से अधिक शक्तिशाली जाति बनायेगा? | यहोवा ने कहा कि उसने देखा था कि वे एक हठीली जाति के लोग है। | |||
120 | 9:15-16 | br1r | इस्राएलियों ने पाप करके क्या बनाया था? | उन्होंने एक बछड़े की मूर्ति बनाकर पाप किया था। | |||
121 | 9:17-18 | vhar | मूसा ने क्या किया जब उसने देखा कि लोगों ने यहोवा की दृष्टि में बुराई किया है? | उसने आज्ञाओं की पट्टियां लेकर उनके सामने तोड़ दीं और चालीस दिन एवं चालीस रात यहोवा के सम्मुख मुंह के बल गिरा रहा, उसने न तो कुछ खाया और न ही कुछ पीया। | |||
122 | 9:19 | ov1d | मूसा ने लोगों और हारून के लिए प्रार्थना क्यों की? | उसने प्रार्थना की क्योंकि यहोवा क्रोधित और अप्रसन्न होकर हारून और उन सब को नष्ट कर देना चाहता था। | |||
123 | 9:20 | t6rr | मूसा ने लोगों और हारून के लिए प्रार्थना क्यों की? | उसने प्रार्थना की क्योंकि क्योंकि यहोवा क्रोधित और अप्रसन्न होकर हारून और उन सब को नष्ट कर देना चाहता था। | |||
124 | 9:21 | kw1a | मूसा ने बछड़े को क्या किया था जो लोगों ने बनाया था? | मूसा ने उसे आग में डालकर फूँक दिया; और फिर चूर-चूरकर डाला और उसकी उस राख को उस नदी में फेंक दिया जो पर्वत से निकलकर नीचे बहती थी। | |||
125 | 9:22-24 | wuku | लोगों ने यहोवा को रिस के लिए कैसे उकसाया? | उन्होंने परमेश्वर की आज्ञा तोड़कर और उसकी वाणी को नहीं सुना या उस पर विश्वास नहीं किया। | |||
126 | 9:25-26 | qwwr | चालीस दिन-रात मूसा मुंह के बल गिरा रहा तो उसने क्या प्रार्थना की? | उसने प्रार्थना की कि यहोवा के लोग और निज भाग नष्ट ना हो। | |||
127 | 9:27-28 | qqf7 | मूसा ने यहोवा से क्या कहा कि उस देश के निवासी कहने न पाएं? | वे कहने योग्य न हों कि यहोवा उन्हें जंगल में नाश करने के लिए लाया क्योंकि वह उनसे घृणा करता था। | |||
128 | 10:2 | hqq4 | यहोवा ने मूसा को पत्थर की दो पट्टियों को कहां रखने के लिए कहा, जिस पर वह यहोवा के वचन को लिखें? | यहोवा ने उसे बताया कि वह पत्थर की दो पट्टियों को लकड़ी का एक सन्दूक में रखे जिसे मूसा बनाएगा। | |||
129 | 10:4 | qzmi | मूसा ने यहोवा की आज्ञा के अनुसार किया और वे पटियाएँ लेकर पर्वत पर चढ़ गया तो यहोवा ने क्या किया? | यहोवा ने पहले के समान की तरह पटियाएँ पर दस आज्ञाएं लिखीं। | |||
130 | 10:5 | aue9 | जब मूसा पर्वत से लौट आया तो मूसा ने दो पटियाएँ कहाँ रखीं? | उसने उन्हें सन्दूक में धर दिया जिसे उसने यहोवा के आदेश में बनाया था। | |||
131 | 10:6 | zb6a | मोसेरा में हारून के साथ क्या हुआ? | हारून मर गया और उसको मोसेरा मे मिट्टी दी गई। | |||
132 | 10:8 | pfc3 | यहोवा ने किस गोत्र को वाचा का सन्दूक उठाने और यहोवा के सम्मुख खड़े होने के लिए चुना था? | यहोवा ने सन्दूक उठाने के लिए और यहोवा के सम्मुख खड़े होकर उसकी सेवा करने और उसके नाम से लोगों को आशीर्वाद करने के लिए लेवी गोत्र को चुना था। | |||
133 | 10:10 | og22 | मूसा उस समय पर्वत पर कब तक ठहरा रहा? | वह पहली बार चालीस दिन और चालीस रात पर्वत पर ठहरा रहा। | |||
134 | 10:12-13 | xmvo | मूसा ने इस्राएलियों को यहोवा की अनिवार्यता के बारे में क्या कहा? | यहोवा इस्राएल से चाहता था कि वह उसका भय माने और उसके मार्गों में चलें, उससे प्रेम रखें, पूरे मन और पूरे प्राण से उसकी आराधना करें और उसकी आज्ञाओं को मानें। | |||
135 | 10:16 | fo94 | मूसा ने लोगों को खतना करने के लिए क्यों कहा? | उसने उन्हें अपने मन का खतना करने के लिए कहा। | |||
136 | 10:19 | o1xo | इस्राएल को परदेशियों से प्रेम क्यों करना चाहिए? | इस्राएल को परदेशियों से प्रेम इसलिए करना चाहिए क्योंकि वे मिस्र देश में परदेशी थे। | |||
137 | 10:22 | yfu4 | परमेश्वर ने उनके पुरखों को कैसे आशीष दिया जो मिस्र में गए थे? | वे मिस्र में केवल सत्तर लोगों ही गए और परमेश्वर ने उन्हें आकाश के तारों के समान बहुत कर दी। | |||
138 | 11:1 | kxcw | मूसा ने यहोवा के कौन से चारों कामों को हमेशा लोगों को रखने के लिए कहा है? | वह उन्हें हमेशा यहोवा के निर्देशों, विधियों, उसके नियमों,और आदेशों को रखने के लिए कहता है। | |||
139 | 11:2 | qlno | मिस्र में यहोवा का दंड और उसकी शक्ति का प्रदर्शन किसने नहीं जाना या देखा था? | इस्राएलियों के बच्चों ने मिस्र मे यहोवा का दंड या शक्ति का प्रदर्शन नहीं जाना या देखा था। | |||
140 | 11:4 | x85t | जब मिस्र ने इस्राएल का पीछा किया, तो मिस्र की सेना को खत्म करने के लिए यहोवा ने किसका इस्तेमाल किया? | यहोवा ने लाल समुद्र के पानी मे सेना को डुबो दिया जब वह इस्राएल का पीछा कर रहे थे। | |||
141 | 11:7 | susv | इस्राएलियों की आंखें ने क्या देखा है? | इस्राएलियों की आंखों ने यहोवा के बड़े-बड़े कामों को देखा है। | |||
142 | 11:8 | epbs | अगर वे सभी आज्ञाओं को मानते हैं तो लोगों के साथ क्या होगा? | यदि वे सभी आज्ञाओं को मानते हैं, तो वे सामर्थी होंगे, देश में जाएंगे, उस पर अधिकार रखेंगे, और बहुत दिन तक रह पाएंगे। | |||
143 | 11:9 | kh52 | अगर वे सभी आज्ञाओं को मानते हैं तो लोगों के साथ क्या होगा? | यदि वे सभी आज्ञाओं को मानते हैं, तो वे सामर्थी होंगे, देश में जाएंगे, उन पर अधिकार करेंगे, और बहुत दिन तक रह पाएंगे। | |||
144 | 11:11 | svbl | प्रतिज्ञा का देश कैसे और क्यों मिस्र देश से अलग है? | वह भूमि पहाड़ों और तराइयों का देश है, और आकाश की वर्षा के जल से सींचता है। | |||
145 | 11:14 | dvl1 | यदि वे यहोवा की आज्ञाओं को मानें और सर्वशक्ति एवंत न-मन से उसकी सेवा करें उससे प्रेम रखें तो यहोवा उन्हें क्या प्रतिफल देगा? | यहोवा आदि और अन्त समय की वर्षा यथा समय देगा कि वे अन्न, दाख और तेल प्राप्त करें। | |||
146 | 11:17 | upec | यदि लोग बहक जाए और अन्य देवताओं की पूजा करते हैं तो यहोवा क्या करेगा? | यहोवा क्रोधित होकर आकाश को बन्द कर देगा और वर्षा नहीं होगी। | |||
147 | 11:19 | pybu | इस्राएल के लोग कब अपने बच्चों को यहोवा के आदेश सिखाएंगे? | जब वे बैठते हैं, और मार्ग पर चलते हैं, लेटते,और उठते हैं, तो उन्हें अपने बच्चों को आज्ञाओं को सिखाना चाहिए। | |||
148 | 11:21 | t9bb | लोगों को क्या करना चाहिए ताकि उनके और उनके बच्चों के दिन दीर्घायु हो जाएं? | वे आज्ञाओं को उनके घर के चौखट के बाजुओं और अपने फाटकों के ऊपर लिखें। | |||
149 | 11:22-23 | kzri | यदि लोग यहोवा के सभी आज्ञाओं को मानते हैं और उसके साथ चौकसी रहते हैं, तो वह उनके लिए क्या करेगा? | यहोवा उनसे अधिक शक्तिशाली जातियों को उनके आगे से निकाल देगा और वे उनके अधिकारी हो जायेंगे। | |||
150 | 11:25 | aoec | इस्राएल के सामने कोई भी खड़ा क्यों न रह सकेगा ? | यहोवा वहां की सब जातियों के मन में उनके कारण डर और थरथराहट उत्पन्न कर देगा। | |||
151 | 11:26 | cgpw | उस दिन मूसा ने इस्राएल के सामने क्या रखा? | उसने उनके सामने एक आशीष और श्राप को रखा। | |||
152 | 11:31 | cr63 | देश को अधिकार रखने के लिए लोगों को कहां जाना चाहिए? | वे यरदन नदी पार करके यहोवा की प्रतिज्ञा के देश को अपने अधिकार में लेंगे और रहेंगे। | |||
153 | 12:2 | nhu1 | मूसा ने इस्राएल को किस स्थानों को नष्ट करने के लिए कहा था? | उन्हें उन सभी स्थानों को नष्ट करने के लिए कहा था जहाँ इस्राएल के अधिकार वाले देश में जातियां अपने देवताओं की उपासना करते थे। | |||
154 | 12:3 | s1ja | यहोवा इस्राएलियों को जातियों के देवताओं के नाम पर क्या निर्देश देता है? | उसने इस्राएल को उस स्थान से उनका नाम नष्ट करने के लिए कहा। | |||
155 | 12:5 | khhq | इस्राएल के लोगो को किस स्थानों पर जाना था, और उनके होमबलि को लाना था, उनका मेलबलि, उनका दशमांश, और उठाई हुई भेंट? | उन्हें उस स्थान पर जाना था जहां यहोवा उनका परमेश्वर चुनता था। | |||
156 | 12:8 | fe8q | इस्राएल के लोग किस तरह की चीजें कर रहे थे? | वे जो उनकी अपनी दृष्टि में उचित है वही कर रहे थे। | |||
157 | 12:10 | z5xq | जब वे यरदन पार जाएंगे तब यहोवा इस्राएल को किस तरह का विश्राम देगा? | वह उन्हें अपने सभी चारों ओर के शत्रुओं से विश्राम देगा, इसलिए की वह सुरक्षित रहें। | |||
158 | 12:15 | gfdv | इस्राएल किस पशु को मारकर खा सकता है? | इस्राएल अपने सब फाटकों के भीतर पशुओं को मारकर खा सकता है। | |||
159 | 12:16 | mno9 | इस्राएल को क्या न खाने की आज्ञा दी गई थी? | इस्राएल को लहू खाने की आज्ञा नहीं थी, लेकिन उसे जल के समान भूमि पर उण्डेल देना था। | |||
160 | 12:17 | my9i | इस्राएल को कहां बताया गया था कि वे अपने दशमांश और मेलबलि नहीं खा सकते थे? | वे उन्हें अपने फाटकों के भीतर नहीं खा सकते थे। | |||
161 | 12:18 | lujf | इस्राएल के लोगों को अपने दशमांश और मेलबलि को कहाँ खाना चाहिए? | वे उन्हें अपने परमेश्वर यहोवा के सामने उस स्थान पर खाएंगे जहां वह चुनेंगे। | |||
162 | 12:19 | x27p | इस्राएल को क्या ना भूलने के लिए कहा गया था? | इस्राएल को लेवियों को न छोड़ने के लिए कहा गया जब तक वे भूमि पर जीवित रहे। | |||
163 | 12:20 | fizw | इस्राएल क्या खा सकता है जब यहोवा ने अपने वचन के अनुसार देश को बढ़ाया? | इस्राएल मांस खा सकता है, जितना उनका जी चाहे उतना खा सकता है। | |||
164 | 12:21 | gj6f | इस्राएल क्या खा सकता है यदि जो स्थान परमेश्वर यहोवा अपना नाम बनाए रखने के लिये चुन ले, वह उनसे बहुत दूर हो? | यदि जो स्थान परमेश्वर यहोवा अपना नाम बनाए रखने के लिये चुन ले, वह उनसे बहुत दूर हो तो इस्राएल अपने झुंड मे से कुछ भेड़-बकरी को मार सकता है जिसे यहोवा ने उन्हें दिया है। | |||
165 | 12:23-24 | y5am | जीवन के लहू के साथ इस्राएल को क्या करना था? | इस्राएलियों को मांस के साथ लहू खाना मना था, उन्हें उसे पानी के समान भूमि में बहा देना था। | |||
166 | 12:26 | n6qx | यहोवा के चुने हुए स्थान पर क्या ले जाने की आज्ञा इस्राएलियों को दी गई थी? | वे जब किसी वस्तु को पवित्र करें या मन्नत मानें तो उन वस्तुओं को लेकर वे यहोवा के चुने हुए स्थान में ले जाना था। | |||
167 | 12:27 | as6r | इस्राएल अपने होमबलि, मांस और लहू को अपने परमेश्वर यहोवा की वेदी पर कहां चढ़ाएंगे? | इस्राएली यहोवा के चुने हुए स्थान पर होमबलियों का मांस और लहू और बलियों का लहू यहोवा की वेदी पर चढ़ाएं। | |||
168 | 12:28 | hana | इस्राएल को क्या आदेश दिए गए कि वह उन्हें करे तो उनके और उनकी सन्तानों के साथ भला होगा? | इस्राएल को यहोवा की सब आज्ञायें सुनकर माननी होंगी और उनके परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में भला और ठीक काम करना होगा कि उनका और उनके बाद उनके वंश का भला होता रहे। | |||
169 | 12:30 | rjpe | यहोवा इस्राएल को क्या कहने के लिए कहता है कि जब परमेश्वर उनके सामने राष्ट्रों को काट देगा और जब इस्राएल उन्हें त्यागने और अपनी भूमि में रहने के लिए जाता है? | इस्राएल को ध्यान देना है ताकि वे उन राष्ट्रों के देवताओं का पालन करने या उनकी जांच करने में फंस न जाए। | |||
170 | 12:31 | les4 | देवताओं की पूजा करने के लिए अन्य राष्ट्रों ने अपने बेटों और बेटियों के साथ क्या किया है? | अन्य राष्ट्रों ने इन अन्य देवताओं के लिए अपने बेटों और बेटियों को भी जला दिया है। | |||
171 | 13:3 | mee7 | इस्राएलियों के लोग भविष्यवक्ता या सपने देखने वाले के वचन को क्यों नहीं सुनते हैं जो एक चिन्ह या चमत्कार को प्रमाण ठहराकर कहे, ‘आओ हम पराए देवताओं के अनुयायी होकर, जिनसे तुम अब तक अनजान रहे, उनकी पूजा करें,’ | इस्राएल के लोगों को नहीं सुनना चाहिए क्योंकि यहोवा उन्हें यह जानने के लिए परीक्षण कर रहा है कि क्या वे उसे अपने सारे मन और सारे प्राण के साथ प्रेम रखते हैं या नहीं। | |||
172 | 13:5 | pg6u | इस्राएल के लोग भविष्यवक्ता या सपने देखने वाले को क्या करना चाहिए जो उन्हें अन्य देवताओं की पूजा करने के लिए कहता है? | उन्हें सपने के भविष्यवक्ता या सपने देखने वाले को मार डालना चाहिए। | |||
173 | 13:9 | e6yn | इस्राएल के लोगों को उन लोगों का क्या करने का निर्देश दिया गया है जो गुप्त रूप से उन्हें लुभाते हैं और कहते हैं, “चलो हम उन अन्य देवताओं की पूजा करें जिन्हें आप नहीं जानते हैं? | उन्हें निश्चित रूप से उन लोगों को मारना चाहिए जो उन्हें अन्य देवताओं की पूजा करने के लिए लुभाता है। | |||
174 | 13:10 | b8mu | इस्राएल के लोग उस व्यक्ति को कैसे मार सकते हैं जो उन्हें अपने परमेश्वर यहोवा से दूर खींचने की कोशिश करता है? | उन्हें उस व्यक्ति को पत्थरों से मार डालना चाहिए। | |||
175 | 13:14 | xxp8 | इस्राएल के लोग क्या करेंगे यदि वे किसी को यह कहते हुए सुनें कि दुष्ट नगर अपने शहरों में से एक से निकल गए हैं और कहा, “चलो और अन्य देवताओं की पूजा करें?” | उन्हें खोज करना चाहिए और इसकी जांच पूरी तरह से करनी चाहिए, इसलिए देखें कि यह सच है या नहीं। | |||
176 | 13:15 | sj9h | इस्राएल को शहर में क्या करना चाहिए यदि वे सीखते हैं कि यह सच है कि निवासियों ने अन्य देवताओं को पूजा करने के लिए कहा? | उन्हें उस नगर के निवासियों को तलवार से मार डालना चाहिए और उसे पूरी तरह से नष्ट करना चाहिए। | |||
177 | 13:17 | noyc | विनाश के लिए तैयार वस्तुओं के साथ क्यों नहीं होना चाहिए? | उन चीजों को इस्राएल के हाथों तक नहीं लगना चाहिए, ताकि यहोवा अपने क्रोध की भयंकरता से बदल जाए। | |||
178 | 14:1 | m2fw | मूसा ने यहोवा के लोगों को क्या करने का निर्देश नहीं दिया? | मूसा ने कहा कि वे अपने शरीर को न काटें और मृतकों के लिए अपने चेहरे के बाल न मुंडवाएं। | |||
179 | 14:6 | ru8d | उन जानवरों की दो विशेषताएं क्या हैं जिन्हें इस्राएलियों को खाने की इजाज़त है? | इस्राएल किसी भी जानवर को खा सकता है जिसके खुर चिरे हों और जो पागुर करते हों। | |||
180 | 14:8 | vio8 | सुअर क्यों नहीं खाया जाता है? | सुअर इस्राएलियों के लिए अशुद्ध है क्योंकि वह सूअर, जो चिरे खुर का तो होता है परन्तु पागुर नहीं करता। | |||
181 | 14:9 | uapk | उन जलजन्तु की विशेषताओं क्या हैं जिन्हें इस्राएलियों को खाने की अनुमति है? | वे जिसमे पंख और छिलके होते हैं उन्हें वे खा सकते हैं। | |||
182 | 14:19 | fjss | क्या इस्राएलियों पंखवाले कीड़े को खाने की अनुमति है? | सभी पंखों, झुकाव वाली चीजें इस्राएलियों के लिए अशुद्ध हैं और उन्हें नहीं खाया जाना चाहिए। | |||
183 | 14:21 | fqva | क्या इस्राएली कुछ भी खा सकते हैं जो खुद मर जाता है? | वे कुछ भी नहीं खा सकते हैं जो खुद मर जाता है, लेकिन वे इसे एक विदेशी को दे सकते हैं। उन्हें अपनी मां के दूध में एक जवान बकरी उबालना नहीं चाहिए। | |||
184 | 14:22 | m2o3 | बीज की सारी उपज का इस्राएली क्या करें? | बीज की सारी उपज का दशमांश वे अवश्य अलग करके रखें। | |||
185 | 14:23 | lgve | इस्राएलियों को अपने अन्न, उनके नये दाखमधु, और टटके तेल का दशमांश, और अपने गाय-बैलों और भेड़-बकरियों के पहलौठे कहां खाना चाहिए? | इस्राएलियों को अपने अन्न, उनके नये दाखमधु, और टटके तेल का दशमांश, और अपने गाय-बैलों और भेड़-बकरियों के पहलौठे को उस स्थान पर खाना चाहिए जिस स्थान पर परमेश्वर यहोवा अपने नाम का निवास ठहराने के लिये चुने। | |||
186 | 14:24-25 | xdk9 | यदि यहोवा का चयनित पवित्र स्थान बहुत दूर है तो इस्राएली अपने दशमांश का क्या करें? | यदि यहोवा का पवित्र स्थान बहुत दूर है कि वे अपना दशमांश उठाकर नहीं ले जा सकते तो वे उसका मूल्य पैसों से लाकर यहोवा के पवित्र स्थान में आएं। | |||
187 | 14:27 | jtvc | इस्राएली लोगों के साथ उनका कोई भाग नहीं है और उन्हें छोड़ना नहीं चाहिए ? | लेवीय जो उनके फाटकों के भीतर है, उनका कोई भाग नहीं है और उन्हें छोड़ना नहीं चाहिए। | |||
188 | 14:28-29 | w45t | हर तीन साल के अंत में इस्राएलियों को क्या करने का निर्देश दिया गया है? | हर तीन सालों के अंत में इस्राएलियों को उसी वर्ष लेवीय, परदेशी, अनाथ और विधवा को अपने उपज का सारा दशमांश प्रस्तुत करना होता है। | |||
189 | 15:1 | q56d | हर सात सालों के अंत में इस्राएलियों को क्या करना चाहिए? | हर सात सालों के अंत में इस्राएलियों को ऋण रद्द करना होगा। | |||
190 | 15:2 | ud8p | हर सात साल के बाद हर ऋण क्यों रद्द किया जाना चाहिए? | प्रत्येक लेनदार जो उसे अपने पड़ोसी या उसके भाई को दे देता है उसे रद्द कर देगा क्योंकि यहोवा का ऋण रद्द करना घोषित किया गया है। | |||
191 | 15:3 | lygf | हर सात साल के अंत में इस्राएली भरवा की मांग किसके लिए कर सकता है? | इस्राएली एक परदेशी से भरवा की मांग रख सकते हैं। | |||
192 | 15:4 | ig3z | इस्राएलियों में कोई दरिद्र क्यों नहीं होगा? | यहोवा उन्हें निश्चित रूप से उस देश में आशीष देगा जो उसने इस्राएल को भाग के रूप में अधिकार दिया है। | |||
193 | 15:6 | ojei | इस्राएलियों के साथ यह दिखाने के लिए क्या होगा कि इस्राएल के परमेश्वर यहोवा ने उन्हें आशीष दिया है? | इस्राएल कई जातियों को उधार देगा, लेकिन उधार नहीं लेगा; इस्राएल कई जातियों पर प्रभुता करेगा, लेकिन अन्य जाति इस्राएल पर प्रभुता नहीं करेंगे। | |||
194 | 15:7 | kubm | इस्राएलियों को क्या करने के लिए कहा गया यदि उनके मध्ये एक दरिद्र व्यक्ति हो? | इस्राएलियों को बताया जाता है कि वे न तो अपना हृदय कठोर करना और न ही अपने दरिद्र भाई से अपनी मुट्ठी कड़ी करना। | |||
195 | 15:9 | gq4m | सातवें वर्ष के दौरान इस्राएलियों को क्या ना करने को सचेत रहना चाहिए, जो छुटकारे का वर्ष निकट है? | उन्हें एक ऐसे समय में एक दरिद्र भाई को देने से इंकार नहीं करना चाहिए जब सातवें वर्ष, छुटकारे का वर्ष निकट हो। | |||
196 | 15:10 | ewpz | सातवें वर्ष के निकट होने पर गरीबों को देने के बदले इस्राएलियों के लिए यहोवा क्या करेगा? | यहोवा इस्राएलियों को उनके सभी कामों और हर चीज में आशीष देगा जिस पर उन्होंने अपना हाथ रखा था। | |||
197 | 15:11 | bqdf | इस्राएल को अपने दीन और दरिद्र भाइयों के लिए अपना हाथ क्यों ढीला करने का आदेश दिया? | देश में दरिद्र तो सदा पाए नही जाएँगे। | |||
198 | 15:14 | eu5p | इस्राएलियों को इब्री या इब्रिन को क्या देने का निर्देश दिया गया है जिसे सातवें वर्ष में स्वतंत्र होने के लिए रिहा किया गया है? | उन्हें उन लोगों के लिए बहुतायत रूप से अपनी भेड़-बकरियों, खलिहान और दाखमधु के कुण्ड देना चाहिए जैसा कि उनके परमेश्वर यहोवा ने इस्राएली को आशीष दिया है। | |||
199 | 15:15 | qozv | इस्राएली को क्या स्मरण रखने के लिए कहा जाता हैं जब वे उसको स्वतंत्र करके अपने पास से जाने दे? | इस्राएलियों को यह स्मरण रखने के लिए कहा जाता है कि वे मिस्र देश में दास थे। | |||
200 | 15:16-17 | va4g | यदि इब्री या इब्रिन दास कहते है, “मैं तेरे पास से नहीं जाऊंगा” तो एक इस्राएली को क्या करना चाहिए? | इस्राएली को एक सुतारी लेकर और उसका कान किवाड़ पर लगाकर छेदना होगा, और तब इब्री या इब्रिन सदा तेरा दास बना रहेगा। | |||
201 | 15:18 | w50m | इस्राएल के लिए दास को स्वतंत्र होने देना क्यों कठिन नहीं है? | यह कठिन नहीं होना चाहिए क्योंकि उसने उनके लिए छः वर्ष और दो मजदूरों के बराबर सेवा की है। | |||
202 | 15:19-20 | pghb | इस्राएल के लोगो को पहलौठे नर के भेड़ और बकरियों के साथ क्या करना चाहिए? | उन्हें प्रति वर्ष यहोवा के सामने पहलौठे नर को अपने घराने समेत उस स्थान पर खाना चाहिए जिसे यहोवा चुनता है। | |||
203 | 15:21 | wg25 | यदि पहलौठे नर लँगड़ा या अंधा हो या किसी प्रकार का दोष हो तो इस्राएली को क्या करना चाहिए? | उन्हें इसे यहोवा के लिये बलि नहीं करना चाहिए, बल्कि उसको अपने फाटकों के भीतर खाना चाहिए। | |||
204 | 15:23 | lx2t | पहलौठे नर के निर्दोष लहू के साथ इस्राएलियों को क्या करना चाहिए? | उन्हें पहलौठे नर के निर्दोष के लहू को भूमि पर पानी के सदृश्य बहा देना था। | |||
205 | 16:1 | qhqq | इस्राएली अबीब महीने का स्मरण क्यों करते हैं और अपने परमेश्वर यहोवा के लिए फसह का पर्व मनाते हैं? | यहोवा ने अबीब के महीने में इस्राएल को मिस्र से बाहर निकाल लाया। | |||
206 | 16:2 | qain | इस्राएली फसह पर्व का स्मरण करने के लिए क्या करेंगे? | इस्राएली उस स्थान पर कुछ भेड़-बकरियों और गाय-बैल को बलि देंगे जो यहोवा अपने नाम का निवास ठहराने में चुनेंगे। | |||
207 | 16:3 | bzml | इस्राएलियों को सात दिनों तक सारे देश में कहीं भी अख़मीरी रोटी या ख़मीरी क्यों नहीं खाना चाहिए? | वे न तो खमीरी रोटी खाए और न ही अपने देश में कहीं भी खमीर रहने दें क्योंकि वे शीघ्रता में मिस्र से निकले थे। | |||
208 | 16:4 | ou3v | इस्राएलियों को सात दिनों तक सारे देश में कहीं भी अख़मीरी रोटी या ख़मीरी क्यों नहीं खाना चाहिए? | वे न तो खमीरी रोटी खाए और न ही अपने देश में कहीं भी खमीर रहने दें क्योंकि वे शीघ्रता में मिस्र से निकले थे। वे उस मांस को सवेरे तक न रहने दिया जाए, उसे उसी दिन समाप्त कर देना होगा। | |||
209 | 16:6 | zbfh | इस्राएलियों को फसह पर्व का बलि कहां करना था? | वे उस स्थान पर बलि करेंगे जो यहोवा ने निवास चुना है। वे उस स्थान में बलि चढ़ाए जो परमेश्वर यहोवा ने अपने निवास के लिए चुनकर पवित्र कर दिया है, समय सूर्यास्त का हो और दिन एवं महीना वही हो जिस दिन वे मिस्र से निकले थे। | |||
210 | 16:8 | qd29 | पहले छः दिनों में इस्राएलियों को क्या करना चाहिए जब वे फसह मनाते है? | इस्राएली छः दिनों तक अख़मीरी रोटी खाएंगे। सातवें दिन, उन्हें एक महासभा होनी चाहिए और कोई काम काज नहीं करना चाहिए। | |||
211 | 16:9 | ag03 | इस्राएली यहोवा के लिए सप्ताहों के पर्व का आरंभ कैसे निश्चित करें? | जिस दिन वे गेहूं की फसल पर हँसुआ लगाएं उस दिन से वे सात सप्ताह गिनें। | |||
212 | 16:10 | uxdf | इस्राएली यहोवा के लिए सप्ताहों के पर्व का आरंभ कैसे निश्चित करें? | जिस दिन वे गेहूं की फसल पर हँसुआ लगाएं उस दिन से वे सात सप्ताह गिनें। उन्हें यहोवा को एक स्वेच्छाबलि भेंट चढ़ाना चाहिए जैसा कि यहोवा ने उन्हें आशीष दिया है। | |||
213 | 16:12 | uea5 | इस्राएल में परदेशियों समेत हर किसी को सप्ताह पर्व के दौरान क्या स्मरण रखना चाहिए? | मिस्र में दास होने का स्मरण रखना चाहिए। | |||
214 | 16:13 | v9r0 | इस्राएली के खलिहान और दाखमधु के कुण्ड फसल में इकट्ठे होने के सात दिन बाद इस्राएलियों ने किन पर्व को मनाने का निर्देश दिया था? | वे अपनी फसल में इकट्ठा होने के सात दिन बाद झोपड़ियों का पर्व मनाना चाहिए। | |||
215 | 16:16 | wn0y | वे कौन से तीन पर्व है जब सब इस्राएली पुरूषों को यहोवा के चयनित स्थान में यहोवा के समक्ष उपस्थित होना है? | उन्हें उनके सामने अख़मीरी रोटी के पर्व, सप्ताहों के पर्व, और झोपड़ियों के पर्व में जाना चाहिए। | |||
216 | 16:17 | tzox | खाली हाथ आने के बजाए हर इस्राएली पुरुष को यहोवा को क्या देना चाहिए? | हर पुरुष इस्राएली को देना है जो वह यहोवा को दे सकता है। | |||
217 | 16:18 | gxz2 | इस्राएलियों को कहाँ अपने न्यायी और सरदार को खोजना है? | न्यायी और सरदार को अपने गोत्र मे से लिया जायेगा ताकि लोगों का न्याय वे धार्मिकता से करें। | |||
218 | 16:19 | k55v | न्यायी और सरदार को न्याय न बिगाड़ना या घूस लेने से पक्षपात दिखाना ऐसा क्यों हैं? | एक घूस बुद्धिमानों की आंखों को अंधा कर देती है और धर्मियों की बातें को पलट देती है। | |||
219 | 16:20 | satz | न्यायी और सरदार न्याय का पालन करके उने क्या लाभ होता है? | उन्हें न्याय और न्याय नितान्त ठीक उसी का पीछा करे, जिससे की वे जीवित रहे, और जो देश यहोवा देता है उसका अधिकारी बना रहे। | |||
220 | 16:21-22 | cabd | इस्राएलियों को खुद के लिए क्या स्थापित नहीं करना है? | उन्हें एक अशेरा, या किसी भी प्रकार के ध्रुव, या किसी भी पवित्र पत्थर के स्तम्भ की स्थापना नहीं करना है। | |||
221 | 17:1 | jtu3 | इस्राएलियों को किसी भी भेड़ या बकरी जिसमें दोष या किसी प्रकार की खोट हो उसे यहोवा को बलि क्यों नहीं देना चाहिए? | यह यहोवा के लिए घृणित होगा यदि वे किसी भी भेड़ या बकरी जिसमें दोष या किसी प्रकार की खोट हो उसे बलि दे। | |||
222 | 17:4 | xrje | इस्राएलियों को क्या करना होगा यदि वे सुनते हैं कि उनके नगर में एक पुरुष या स्त्री ने यहोवा की दृष्टि में बुराई की है? | इस्राएली को भली भाँति पूछपाछ करना होगा कि यह बात सच ठहरे। | |||
223 | 17:5 | xdns | इस्राएलियों को ऐसे पुरुष या स्त्री के साथ क्या करना होगा जो पराए देवताओं की उपासना करके और उनको दण्डवत् करते है? | इस्राएलियों को उन्हें पथराव करके मार डालना चाहिए। | |||
224 | 17:6 | hhg2 | एक मनुष्यों को मौत के दोषी ठहराने के लिए कितने साक्षी की आवश्यकता है? | किसी मनुष्यों को मौत के दोषी ठहराने के लिए दो या तीन साक्षी की आवश्यकता होती है। | |||
225 | 17:7 | laeq | किसी मनुष्यों को मौत के लिए पहली पथराव किसे फेंकना चाहिए? | सबसे पहले साक्षियों के हाथ जो पथराव करेंगे, उनके बाद सब लोगों के हाथ उठें। यह उनके मध्ये से बुराई को हटा देगा। | |||
226 | 17:9 | wkqy | न्याय करने के लिए कौन होगा यदि इस्राएलियों के पास कोई मुकद्दमा उठे जो उनके लिए कठिन है? | उन्हें याजको और लेवियों और उस न्यायियों के पास जाना चाहिए जो उस समय याजको की सलाह लेने के लिए सेवा कर रहा है। | |||
227 | 17:12 | wt9x | इस्राएल से बुराई दूर करने के लिए कैसा मनुष्य मरे? | जो मनुष्य अभिमान करके उस याजक की जो यहोवा की सेवा टहल करने को उपस्थित हो, न माने या उस न्यायी की न सुने तो वह मनुष्य मार डाला जाए, इस प्रकार इस्राएल में से बुराई दूर हो जाएगी। | |||
228 | 17:15 | v8jv | जब वे देश में होंगे, इस्राएली किसे राजा ठहराएंगे? | इस्राएली अपने भाइयों में से किसी एक को ठहराएंगे जिसे यहोवा चुनता है। | |||
229 | 17:16 | md48 | इस्राएल के राजा को अपने लिए बहुत घोड़ों क्यों नहीं रखना चाहिए, न ही लोगों को मिस्र मे भेजे ताकि राजा घोड़ों को बढ़ा सके? | उसे बहुत घोड़ों को नहीं रखना चाहिए, न ही लोगों को मिस्र में भेजे क्योंकि यहोवा ने इस्राएलियों से कहा है कि वे इस तरह फिर कभी वापस न जाए। | |||
230 | 17:17 | hfdv | राजा को अपने लिए बहुत स्त्रियाँ क्यों नहीं रखना चाहिए? | उसे अपने लिए बहुत स्त्रियाँ इसलिए नहीं रखना चाहिए ताकि उसका मन यहोवा की ओर से पलट न जाए। | |||
231 | 17:18-19 | crtu | राजा को अपने साथ क्या रखने को बोला है और अपने जीवन के सभी दिनों मे उसको पढने, ताकि वह अपने परमेश्वर यहोवा का सम्मान कर सके और इस व्यवस्था की पुस्तक और इन विधियों को मान सके? | उसे खुद को इस व्यवस्था की एक प्रति लिखनी होगी जो उसके साथ रहेगी और उसे जीवन भर उसको पढ़ा करे। | |||
232 | 17:20 | fosv | राजा को उसके साथ व्यवस्था की विधियों रखने का निर्देश क्यों दिया? | उसे उसके साथ व्यवस्था की विधियों रखना चाहिए ताकि वह अपने मन में घमण्ड करके अपने भाइयों को तुच्छ न जाने और, वह आज्ञाओं से दूर न हो। | |||
233 | 18:1-2 | vs6a | लेवीय याजको को यहोवा के चढ़ाए हुए भेंट को अपनी भाग के रूप में क्यों खाना चाहिए? | लेवीय याजको को चढ़ाए हुए भेंट खाना पड़ेगा क्योंकि उन्हें अपने भाइयों के बीच कोई भाग नही होगा। | |||
234 | 18:3 | mcqd | याजको को लोगों के बलिदान मे से क्या दिया जाना था? | याजको को कंधा, दोनों गाल, और बैल और बकरी के पेट दे और पहली उपज का अन्न, नया दाखमधु और भेड़ों का कतरा को लोगों के बलिदान से देना था। | |||
235 | 18:4 | rctt | याजको को लोगों के बलिदान मे से क्या दिया जाना था? | याजको को कंधा, दोनों गाल, और बैल और बकरी के पेट दे और पहली उपज का अन्न, नया दाखमधु और भेड़ों का कतरा को लोगों को बलिदान से देना था। | |||
236 | 18:5 | jhrp | याजकों को लोगों के भेंट से इन भागों को क्यों प्राप्त करना था? | उन्हें इन भागों को प्राप्त करना था क्योंकि यहोवा ने उन्हें उसके नाम पर सेवा करने के लिए चुना था। | |||
237 | 18:6-7 | x6a3 | लेवीय उस स्थान पर कब सेवा कर सकता है जिसे यहोवा अपने पवित्र स्थान के रूप में चुनता है? | लेवीय उस स्थान पर सेवा तब कर सकता है जिसे यहोवा अपने पवित्र स्थान के रूप में चुनता है जब वह इस्राएल के किसी भी नगर द्वार से बाहर निकलता है और अपनी मन की बड़ी अभिलाषा से यहोवा की सेवा करता है। | |||
238 | 18:9-11 | th84 | अन्य जातियों के कुछ घृणित काम क्या थे? | कुछ घृणित काम थी कि अपने बच्चों को आग में होम करके चढ़ाने, भावी कहनेवाला, टोन्हा, या तांत्रिक और ओझों से पूछनेवाला। | |||
239 | 18:12-14 | sgrj | यहोवा देश से जातियों को क्यों निकाल देगा? | यहोवा देश से जातियों को बाहर निकाल देगा क्योंकि वे उन लोगों को सुनते हैं जो टोन्हा, या तांत्रिक से अभ्यास करते हैं। | |||
240 | 18:15 | ng8h | यहोवा ने लोगों के मध्य से किसे उत्पन्न करने का वादा किया था? | यहोवा ने वादा किया था कि भविष्य में इस्राएल से मूसा की तरह वह एक भविष्यद्वक्ता को उत्पन्न करेगा। | |||
241 | 18:20 | befx | भविष्यद्वक्ता का मरने का कारण क्या होगा? | भविष्यद्वक्ता मर जाएगा यदि वह यहोवा के नाम पर अभिमान से एक वचन बोलता है, एक ऐसा वचन जिसे यहोवा ने उसे आज्ञा देने का आदेश नहीं दिया है, या वह पराए देवताओं के नाम पर बोलता है। | |||
242 | 18:22 | b8ug | यदि यहोवा के नाम में कही गई भविष्यद्वाणी पूरी न हो तो इससे क्या ज्ञात होता है? | यदि यहोवा के नाम में कही गई भविष्यद्वाणी पूरी न हो तो इससे यह सिद्ध होता है कि उसका वचन यहोवा की ओर से नहीं है। | |||
243 | 19:1-3 | chfn | यहोवा ने लोगों को देश के मध्य में से तीन नगरो को चुनने का निर्देश क्यों दिया? | उन्होंने लोगों को तीन नगरों को चुनने का निर्देश दिया ताकि हर कोई जो किसी अन्य व्यक्ति को मारता है वहां से भाग सकता है। | |||
244 | 19:4-5 | b097 | यहोवा उस व्यक्ति के लिए क्या प्रावधान करता है जो अपने पड़ोसी को बिना जाने बूझे मार डालता है, और उससे पहले उससे नफरत नहीं करता था? | यहोवा ने शरण के तीन नगरो को प्रदान किया जिसके लिए व्यक्ति भाग सकता था और जी सकेगा। | |||
245 | 19:6-7 | ccs9 | जो किसी को मारता है उसे शरण के शहर में क्यों भागना चाहिए? | उसे भागना चाहिए ताकि मृत रिश्तेदार क्रोधित होकर, पकड़ने और उसे मारने के लिए पीछा न करे। | |||
246 | 19:8-9 | jese | शरण के तीन और नगरों को जोड़ने के लिए क्या शर्तें होंगी? | अगर यहोवा ने अपनी सीमाओं को बढ़ाया, तो उन्हें शरण के तीन और नगरो को जोड़ना होगा। | |||
247 | 19:11-13 | tchm | यदि कोई अपने पड़ोसी से बैर रखे और अवसर पाकर उस पर ऐसा वार करे कि वह मर जाए तदोपरान्त वह भाग कर शरण नगर में आ जाए तो उसके साथ क्या किया जाए? | उसके नगर के पुरनिये उसको वहाँ से मंगाकर और उसे खून के पलटा लेनेवाले के हाथ में सौंप दें, ताकि इस्राएल से रक्त अपराध के लिए सजाके रूप में मर सके। | |||
248 | 19:15 | uwmf | निर्णय लेने के लिए कितने गवाहों की आवश्यकता होगी? | दो या तीन गवाहों के कथनों पर निर्णय लिया जाए। | |||
249 | 19:17-18 | i3hn | दो पुरुषों के बीच मुकद्दमा मौजूद होने पर क्या किया जाना चाहिए? | दोनों पुरुष, जिनके बीच मुकद्दमा मौजूद है, उन्हें यहोवा के सामने खड़ा होना होगा,उन दिनों याजकों और न्यायियों के सामने खड़े किए जाएँ जो उन दिनों सेवा करते है। न्यायियों को भली भाँति पूछ-ताछ करें, देखे यदि वह झूठा साक्षी है, और उसने अपने भाई के विरुद्ध झूठी साक्षी दी है। | |||
250 | 19:19 | oou1 | यदि कोई झूठी साक्षी देनेवाला पाया जाए तो उस के साथ क्या करना चाहिए? | यदि कोई झूठी साक्षी देनेवाला पाया जाए, तो उन्हें उसके साथ वैसा करना चाहिए जैसे उसने अपने भाई से करने की युक्ति रखी। | |||
251 | 20:1 | dlj2 | जब वे अपने शत्रुओं के विरूद्ध युद्ध करने के लिए बाहर निकलते हैं तो इस्राएल के लोगों को डरना क्यों नहीं चाहिए? | इस्राएल के लोगों को डरना नहीं चाहिए क्योंकि उनके परमेश्वर यहोवा, जिन्होंने उन्हें मिस्र देश से बाहर निकाल लाया था, उनके संग रहेगा। | |||
252 | 20:2-4 | kyun | क्या होगा जब इस्राएल के लोग युद्ध के निकट आ जाएंगे? | याजक को लोगों से बात करनी चाहिए और उन्हें डरने के लिए नहीं कहना चाहिए, क्योंकि यहोवा उनके साथ युद्ध करने के लिए संग चलता है। | |||
253 | 20:5 | lnem | एक पुरुष को क्या करना चाहिए यदि उसने एक नया घर बनाया और अभी तक इसे समर्पित नहीं किया है? | उसे अपने घर मे लौटना चाहिए ताकि वह युद्ध में मर न जाए और दूसरा मनुष्य इसे समर्पित करे। | |||
254 | 20:7 | w1j3 | यदि कोई पुरुष किसी स्त्री से विवाह की बात लगाई हो और उससे विवाह ना किया हो तो उसे क्या करना चाहिए? | उसे वापस जाना चाहिए और उसे विवाह करनी चाहिए ऐसा न हो कि वह युद्ध में मारा जाए और दूसरा मनुष्य उससे विवाह कर ले। | |||
255 | 20:10-11 | l9bp | यदि इस्राएल हमला करते समय दूरदराज के नगर में लोग संधि करने का समाचार स्वीकार करते हैं तो क्या होगा? | नगर के सभी लोगों को अधीन होकर इस्राएल के लिये बेगार करना होगा। | |||
256 | 20:12-13 | ox6u | यदि नगर में शांति की संधि स्वीकार नहीं करता है, बल्कि इसके बजाय इस्राएल के खिलाफ युद्ध करता है तो क्या होगा? | इस्राएल को उस पर हमला करना चाहिए और जब यहोवा इस्राएल को उनके हाथ में सौंप देता है तो उन्हें नगर के हर पुरुष को मार डालना चाहिए। | |||
257 | 20:16-18 | rqv7 | इस्राएल के लोग भूमि के उन नगरों में सांस लेने वाले सब कुछ क्यों नष्ट कर देंगे जो यहोवा उन्हें विरासत के रूप में देगा? | उन्हें सब कुछ सत्यानाश करना चाहिए ताकि देश के लोग उन्हें घृणास्पद तरीकों और यहोवा के विरुद्ध पाप करने के लिए ना सिखा सकें। | |||
258 | 20:19-20 | sy0m | उन नगरों के वृक्षों के साथ इस्राएल को क्या करना चाहिए जिन पर उन्होंने हमला किया है? | इस्राएल को खाने के लिए उपयोग किए जाने वाले वृक्षों को नाश नहीं करना चाहिए, लेकिन वे ऐसे वृक्षों को काट सकते हैं जिनका उपयोग नगर के विरुद्ध तलवार बनाने मे काम आता है। | |||
259 | 21:1 | ohyr | यदि किसी व्यक्ति का मरा हुआ शव किसी मैदान मे पड़ा मिला और यह पता न चले कि किसने हमला किया तो क्या होगा? | पुरनियों और न्यायियों को नापना चाहिए ताकि उस शव से लेकर सबसे पास वाले नगर की दूरी को जाँच सके। | |||
260 | 21:2 | ld9w | यदि किसी व्यक्ति का मरा हुआ शव किसी मैदान मे पड़ा मिला और यह पता न चले कि किसने हमला किया तो क्या होगा? | पुरनिये और न्यायी उस शव के चारों ओर के एक-एक नगर की दूरी को नापना चाहिए। | |||
261 | 21:5 | rf8q | यहोवा इस्राएलियों से अपने याजकों के वचनों के प्रति कैसी प्रतिक्रिया की अपेक्षा चाहता है? | यहोवा चाहता था कि वे याजक के कहने के अनुसार हर एक झगड़े और मार पीट के मुकदमें का निर्णय स्वीकार करें। | |||
262 | 21:6-7 | y9op | मारे गए पुरुष के निकट नगर के पुरनिए को क्या अनुष्ठान करना चाहिए ताकि वो लहू मुक्त हो जाए? | नगर के पुरनिए को उस हाथ को धोना चाहिए जिसकी गर्दन टूट गई और कहा, “यह खून हमने नहीं किया, और न यह काम हमारी आँखों के सामने हुआ है।” | |||
263 | 21:10 | a4fa | मूसा ने इस्राएलियों को क्या करने को कहा जब वे शत्रुओ के विरूद्ध युद्ध करेंगे और यहोवा ने उन्हें जीत दी? | उन्हें अपने शत्रुओ को बन्दी बनाने के लिए कहा गया था। | |||
264 | 21:11-12 | capy | एक इस्राएली पुरुष जब कोई बंदी बनाये हुए महिलाओं को ले जाते देखेगा तो वह कैसे जवाब देगा? | अगर एक पुरुष ने एक सुन्दर स्त्री को देखा जिसे वह अपनी पत्नी के लिए लेना चाहता था, तो उसे घर के भीतर ले जाना चाहिए जहां वह अपना सिर मुँड़ाएँगी और नाखूनों को काट देगी। | |||
265 | 21:13 | wk5b | बन्दी महिला को अपनी मां और पिता के लिए कितनी देर तक विलाप करने की इजाज़त थी? | वह पुरुष की पत्नी बनने से एक महीने पहले अपने पिता और मां के लिए विलाप में रहेगी। | |||
266 | 21:14 | trxi | एक इस्राएली पुरुष को बन्दी महिला के साथ कैसे व्यवहार करना चाहिए जिसे उसने पत्नी के रूप में लिया था अगर वह उससे अच्छी न लगे? | उसे रुपया लेकर उसे न बेचे उसके बजाए उसे जाने देना चाहिए। | |||
267 | 21:15-17 | izl6 | किसी पुरूष की दो पत्नियों में से अप्रिय पत्नी से पहलौठा उत्पन्न हो तो वह अपनी संपत्ति कैसे बांटे? | वह अप्रिय पत्नी के पहलौठे को संपत्ति का दो भाग दे, वही पहिलौठे का अधिकार ठहरे। | |||
268 | 21:18 | pvgt | यदि किसी का हठीला और विद्रोही बेटा हो, जो अपने माता-पिता की बात न माने, तो उसे किसके पास लाना चाहिए? | उसके पिता और माता को अपने बेटे को नगर से बाहर फाटक के पुरनियों के पास ले जाना चाहिए। | |||
269 | 21:20 | nfb9 | हठीला पुत्र के पिता और माता को नगर के पुरनियों से क्या कहना चाहिए? | हठीला पुत्र के पिता और माता को नगर के पुरनियों को यह कहना चाहिए की,“हमारा यह बेटा हठीला और दंगैत है, यह उड़ाऊ और पियक्कड़ है और यह हमारी नहीं सुनता”। | |||
270 | 21:21 | fuqq | क्यों उस नगर के पुरुष बेटे को पथराव करके मार डालें? | उन्हें बेटे को पथराव करके मार डालें, इस से वे अपने मध्य में से ऐसी बुराई को दूर करेंगे, और सारे इस्राएली सुनकर भय खाएँगे। | |||
271 | 21:22-23 | xdk0 | यदि कोई प्राणदण्ड के योग्य पाप करें जिससे वह मार डाला जाए और उसके शव को वृक्ष पर लटका दे तो उसके साथ क्या होगा? | वह शव रात को वृक्ष पर टँगी न रहे, अवश्य उसी दिन उसे मिट्टी देना ताकि भूमि अशुद्ध ना रहे। | |||
272 | 22:2 | n1vi | मूसा ने इस्राएल के लोगों को क्या करने के लिए कहा जब वे एक साथी इस्राएली के पशु को भटकते हुए देखेगा? | उन्हें पशु को अपने घर नहीं ले जाना चाहिए, बल्कि इसे अपने साथी इस्राएली को वापस देना चाहिए। | |||
273 | 22:4 | f1tb | मूसा ने इस्राएल के लोगों को क्या करने के लिए कहा जब वे एक साथी इस्राएली के पशु को मार्ग पर गिरा हुआ देखे? | उन्हें अपने साथी इस्राएली को उठाने में सहायता करनी चाहिए। | |||
274 | 22:5 | jv2o | यहोवा को कौन सा व्यवहार घृणित करता है? | जब कोई स्त्री पुरुष का पहरावा पहने और कोई पुरुष स्त्री का पहरावा पहने तो वह यहोवा को घृणित करता है। | |||
275 | 22:6-7 | eqau | यदि उन्हें पक्षी अपने बच्चे के साथ घोंसले में या अंडे पर बैठकर मिलती है तो इस्राएल के लोगों को क्या करना चाहिए? | उन्हें माँ को छोड़ देना चाहिए, लेकिन बच्चों को अपने लिये ले सकते हैं। | |||
276 | 22:8 | oc7f | जब एक इस्राएली घर बनायेगा तो उसे क्या आवश्यकता था? | यह आवश्यकता था कि वह छत पर आड़ के लिये मुण्डेर बनाए, ताकि यदि कोई छत पर से गिर पड़े और वे अपने घराने पर लहू का दोष ना लगाए। | |||
277 | 22:9 | bnl0 | इस्राएलियों को अपने दाख की बारियां मे दो प्रकार के बीज नहीं बोने का निर्देश क्यों दिया गया था? | इस्राएलियों को दो प्रकार के बीज नहीं लगाने थे ताकि बोया हुआ बीज बारी की उपज दोनों अपवित्र नहीं की जाए। | |||
278 | 22:12 | xn29 | ओढ़ने के चारों ओर की कोर पर आपको क्या लगाना चाहिए जिसको आप पहनते हैं? | आपको अपने ओढ़ने के चारों ओर की कोर पर झालर लगाया जिसको आप पहनते हैं। | |||
279 | 22:18-19 | kxws | क्या होगा यदि कोई पुरुष ने अपनी पत्नी के खिलाफ झूठा दोष लगाया हो? | तब नगर के पुरनिये उस पुरुष पर सौ शेकेल चाँदी का दण्ड भी लगाकर उस कन्या के पिता को दें और वह जीवन भर उस स्त्री को त्याग न दे। | |||
280 | 22:20-21 | xqzn | यदि कन्या के कुँवारीपन के चिन्ह पाए न जाएँ तो क्या होना चाहिए? | यदि कन्या के कुँवारीपन के चिन्ह पाए न जाएँ तो उसे बाहर लाया जाना चाहिए और उसको पथराव करके मार डाला जाना चाहिए क्योंकि उसने एक बुराई का काम किया है। | |||
281 | 22:22 | bo4x | यदि कोई पुरुष दूसरे पुरुष की ब्याही हुई स्त्री के संग सोता हुआ पकड़ा जाए तो क्या होगा? | वो दोनों पुरुष और उस स्त्री को पथराव करके मार डाला जाना चाहिए ताकि बुराई दूर हो। | |||
282 | 22:23-24 | voch | इस्राएल के लोगों को पथराव मारने का निर्देश क्यों दिया था, जो एक कुंवारी है जिसका ब्याह हो और दूसरा पुरुष से यदि वे एक साथ झूठ बोल कर पकडे गये ? | उन दोनों को पथराव मारने का निर्देश दिया गया था क्योंकि वह नगर में रहते हुए भी नहीं चिल्लाई और जबकि उस पुरुष ने पड़ोसी की स्त्री का अपमान किया है। | |||
283 | 22:25-27 | pf15 | यदि कोई पुरुष किसी कन्या को मैदान में पाकर बरबस उससे कुकर्म करे तो क्या होगा? | यदि यह मैदान में होता है, तो पुरुष को मरना होगा, लेकिन लड़की को कुछ भी नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि उसने उसे मैदान में पाया था और उसे बचानेवाला कोई भी नहीं था। | |||
284 | 22:28-29 | sm6j | यदि कोई पुरुष किसी कुँवारी कन्या के साथ कुकर्म करे जिसके ब्याह न हो, और पकडे जाए तो क्या होगा? | तब उस पुरुष को कन्या के पिता को पचास शेकेल चाँदी दे, और उसे भेजने के बजाए उसी की पत्नी बना ले। | |||
285 | 22:30 | sbzr | एक आदमी को अपने पिता की पत्नी को अपनी स्त्री क्यों न बनाए? | एक आदमी को अपने पिता की पत्नी को अपनी स्त्री इसलिए न बनाए क्योंकि वह अपने पिता का ओढ़ना उघाड़ रहा है। | |||
286 | 23:1-2 | mdpa | यहोवा की सभा में प्रवेश करने की अनुमति किसे नहीं दी जाएगी? | कोई भी पुरुष जिसके अंड कुचले गए या लिंग काट डाला गया या कोई कुकर्म से जन्मा हुआ वह यहोवा की सभा में न आने पाए। | |||
287 | 23:3-4 | ocx0 | न तो अम्मोनियों और न ही मोआबियों को यहोवा की सभा में क्यों प्रवेश नही करना चाहिए? | वे सभा में प्रवेश नहीं कर सकते हैं क्योंकि जब वे मिस्र से निकलकर आ रहे थे तब उन्होंने अन्न जल लेकर मार्ग में तुम से भेंट नहीं की और उन्होंने बिलाम को तुम्हें श्राप देने के लिये दक्षिणा दी। | |||
288 | 23:5 | slf5 | यहोवा ने बिलाम की नहीं सुनी इसका प्रमाण क्या है? | यहोवा ने बिलाम के श्राप को इस्राएल के लिए आशीष में बदल दिया। | |||
289 | 23:7-8 | c7r4 | एदोमी और मिस्री को यहोवा की सभा में आने की अनुमति क्यों दी गई? | एक एदोमी को सभा में रहने की इजाजत थी क्योंकि वह एक इस्राएली का भाई था और सभा में एक मिस्र की इजाजत थी क्योंकि इस्राएल एक बार उसके देश में परदेशी होकर रहा था। | |||
290 | 23:9-11 | b773 | इस्राएली सेना में से एक आदमी जो अशुद्ध हो गया हो क्योंकि रात्रि में उसके साथ जो हुआ उसके कारण, फिर से शुद्ध होकर वह छावनी के भीतर कैसे आ सकेगा? | वह जल मे स्नान करे और उसे के बाद छावनी में प्रवेश करने की अनुमति दी जाए। | |||
291 | 23:12-14 | lvae | यहोवा ने इस्राएल के लोगों को क्यों निर्देश दिया कि वे कहाँ और कैसे छुटकारा पाएं? | यहोवा उनके छावनी के मध्य घूमता रहेगा, उनकी छावनी पवित्र रहनी चाहिये, ऐसा न हो कि वह उनके मध्य में कोई अशुद्ध वस्तु देखकर यहोवा उन से फिर जाए। | |||
292 | 23:15-16 | pnmy | दासों के बारे में यहोवा ने दिए गए निर्देशों को असामान्य कैसे किया गया? | एक दास अपने स्वामी के पास से भागे उसको उसके स्वामी के हाथ न पकड़ा देना; वह तेरे बीच जो नगर उसे अच्छा लगे उसी में तेरे संग रहने पाए। | |||
293 | 23:17-18 | qb01 | यहोवा ने इस्राएलियों के बीच किसी भी वेश्यावृत्ति या संप्रदायों की अनुमति क्यों नहीं दी और न ही अपने कमाई को अपने घर में एक मन्नत के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति दी? | यहोवा वेश्याओं या पुरुष ऐसा बुरा काम करनेवाला के बुरे व्यवहार से जुड़े किसी भी चीज़ से घृणा करता था। | |||
294 | 23:19-20 | b7im | इस्राएलियों की अपेक्षा परदेशियों को पैसा उधार देने की नीति भिन्न कैसे थी? | वे कभी भी अपने साथी इस्राएलियों के लिए ब्याज पर उधार नहीं देना था, लेकिन उन्हें विदेशियों को ब्याज देने की अनुमति थी। | |||
295 | 23:21-23 | h3zp | इस्राएलियों के लिए यहोवा के प्रति मन्नत को पूरा करना कितना ज़रूरी था? | एक इस्राएली को यहोवा के प्रति मन्नत को पूरा करने में विलम्ब नहीं होना था, लेकिन जो कुछ तेरे मुँह से निकले उसके पूरा करने में चौकसी करना ताकि वह यहोवा के विरुद्ध पाप न करे। | |||
296 | 23:24-25 | rpqn | यहोवा के निर्देशों से कितने उदार थे कि इस्राएली अपने पड़ोसी के दाख की बारी और खेतों से क्या खा सकते थे? | जब वे किसी दूसरे की दाख की बारी में जाए, तब पेट भर मनमाने दाख, परन्तु अपने पात्र में कुछ न रखना और जब तू किसी दूसरे के खड़े खेत में जाए, तब तू हाथ से बालें तोड़ सकता है, परन्तु उस पर हँसुआ न लगाना। | |||
297 | 24:1-2 | ik80 | यहोवा कैसे एक पुरुष के लिए अपनी पत्नी को तलाक देना संभव करता है? | यदि किसी पुरुष को अपनी पत्नी में कुछ अनुपयुक्त चीज़ मिलती है, तो वह उसे उसके लिये त्यागपत्र लिखकर, उसके हाथ में देकर और उसको अपने घर से निकाल दे ताकि वह निकल जाए और दूसरे पुरुष की पत्नी हो सकती है। | |||
298 | 24:3-4 | rprn | यदि दूसरा पुरुष उसके लिये त्यागपत्र लिखकर और उसे अपने घर से निकाल दे या अगर वह मर जाता है तो यहोवा क्या अनुमति नहीं देता है? | यहोवा पहले पति को अनुमति नहीं देता है जिसने उसको निकाल दिया फिर वापस उसे अपनी पत्नी बनने के लिए बुला लिया। | |||
299 | 24:5 | itng | एक ऐसे पुरुष के लिए क्या फायदे हैं जिन्होंने नई स्त्री ली है? | उन्हें युद्ध में जाना नहीं है या किसी काम का भार उस पर डाले जाने कीआदेश नहीं दिया गया है, लेकिन वह वर्ष भर अपने घर में रहकर अपनी ब्याही हुई स्त्री को प्रसन्न करता रहे। | |||
300 | 24:6 | vsfb | किसी व्यक्ति को बन्धक के रूप में चक्की को या उसके ऊपर के पाट को न रखने की अनुमति क्यों नहीं दी गई थी? | किसी भी व्यक्ति को उन्हें लेने की इजाजत नहीं थी, क्योंकि वह बन्धक के रूप में एक व्यक्ति की मानो प्राण ले जाएगा। | |||
301 | 24:7 | qn85 | हालात क्या हैं जब एक पुरुष को चोर घोषित किया जाएगा और उसे मारा जाना चाहिए? | एक पुरुष को एक चोर घोषित किया जाएगा यदि वह अपने किसी इस्राएली भाई और उसे दास बनाए और बेच डाले तो वो मारा जाएगा। | |||
302 | 24:8-9 | fmzq | मूसा ने कोढ़ की व्याधि के बारे में यहोवा से चौकस रहने पर इस्राएल के लोगों को क्या बताया? | मूसा ने इस्राएल के लोगों को कोढ़ की व्याधि के विषय में चौकस रहने और जो कुछ लेवीय याजक तुम्हें सिखाएँ उसी के अनुसार यत्न से करने के लिए कहा। | |||
303 | 24:10-11 | n4jr | पड़ोसी को उधारी देने में क्या प्रतिबंध दिए गए थे? | जब एक पड़ोसी को उधारी देते है, तब बन्धक की वस्तु लेने के लिये उसके घर के भीतर न घुसना, लेकिन बाहर खड़ा रहना और जिसको तू उधार दे वही बन्धक करने वाले व्यक्ति की प्रतीक्षा करें। | |||
304 | 24:12-13 | zcc3 | क्या होगा यदि वह मनुष्य जो बन्धक लेता है वह एक कंगाल मनुष्य है? | यदि वो एक कंगाल मनुष्य है, तो वह जो उसका उधार बन्धक देता है वो अपने बन्धक पास रखे, सूर्य अस्त होते उसे वह बन्धक अवश्य फेर देना इसलिए कि वह अपना ओढ़ना ओढ़कर सो सके । | |||
305 | 24:14-15 | jkvp | इस्राएल के लोग दीन और कंगाल मजदूरों को दंडित ना करने के लिए क्या करना चाहिए? | उन्हें हर दिन की मजदूरी देनी चाहिए क्योंकि वह दीन है और उस पर भरोसा करना है। | |||
306 | 24:16 | ayr8 | यहोवा ने यह कैसे स्पष्ट किया कि हर कोई अपने पापों के लिए ज़िम्मेदार था? | यहोवा ने इस्राएल के लोगों से कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों के पापों के लिए मार डाला नहीं जाना चाहिए और बच्चों को अपने माता-पिता के पापों के लिए मार डालना नहीं चाहिए। | |||
307 | 24:17-18 | sa17 | इस्राएल के लोगों ने मिस्र में दासता के समय के बारे में याद दिलाया और कैसे यहोवा ने उन्हें वहां से बचाया? | उन्हें याद दिलाया गया था कि वे किसी परदेशी मनुष्य या अनाथ बालक का न्याय न बिगाड़ना, न किसी विधवा के कपड़े को बन्धक रखना। | |||
308 | 24:19-20 | obgb | इस्राएल के लोगों को क्या आज्ञा दी गयी थी की जब उन्होंने अपने खेत को काटे या अपने जैतून के वृक्ष को झाड़े? | जब इस्राएल के लोग अपने खेत की कटाई करते थे तो वे खेत में एक भूले हुए पुले के लिए वापस नहीं जाते थे या अपने जैतून के पेड़ को दूसरी बार हिलाते थे, लेकिन उन्हें विदेशियों, अनाथ और विधवा को छोड़ने के लिए नहीं थे। | |||
309 | 25:1 | xcm3 | न्यायी न्यायलयों मे दो पुरुषों के बीच झगड़ा को कैसे हल करेगा? | वह निर्दोष को बचाएगा और दोषी को दुष्ट ठहराएँगा। | |||
310 | 25:3 | fl2b | क्यों एक न्यायी दुष्ट व्यक्ति को कोड़े गिनती में अधिक नही दिलवा सकता? | वह कोड़े की संख्या चालीस से अधिक नहीं होने के लिए आदेश देगा ताकि दुष्टों को तुच्छ ना ठहराए। | |||
311 | 25:5-6 | iroj | यहोवा ने कौन सा उत्तरदायित्व दिया ताकि एक मनुष्य का नाम इस्राएल से नाश न हो? | जब कोई भाई निपुत्र मर जाए, उसके पति का भाई उसके मरे हुए भाई की विधवा को अपनी पत्नी कर ले ताकि वो पहला बेटा उस स्त्री से उत्पन्न हो वह उस मरे हुए भाई के नाम का ठहरा जाए। | |||
312 | 25:9-10 | c8h8 | यदि मृतक का भाई अपने भाई की पत्नी को नहीं लेना चाहता था तो यहोवा इस्राएल के लोगों को क्या दंड देता था? | उसके भाई की पत्नी उन वृद्ध लोगों के सामने उसके पाँव से जूती उतारे, उसके मुँह पर थूक दे; और कहे, ‘जो पुरुष अपने भाई के वंश को चलाना न चाहे उससे इसी प्रकार व्यवहार किया जाएगा। | |||
313 | 25:11-12 | o22t | पत्नी को उसके हाथों में से एक हाथ काटने का कारण क्या होगा? | यदि दो पुरुष मार पीट करते हों, और उनमें से एक की पत्नी अपने पति को मारनेवाले के हाथ से छुड़ाने के लिये उसके गुप्त अंग को पकड़े, तो उस स्त्री का हाथ काट डालना चाहिए। | |||
314 | 25:15 | xyka | यहोवा के लिए किस तरह का अनैतिक कृत्य घृणित है? | यह यहोवा के लिए घृणित है जब एक आदमी के पास एक परिपूर्ण और न्यायी वजन के बजाय मापने के लिए एक बड़ा और छोटा वजन होता है। | |||
315 | 25:16 | yc7o | यहोवा के लिए किस तरह का अनैतिक कृत्य घृणित है? | यह यहोवा के लिए घृणित है जब एक आदमी के पास एक परिपूर्ण और केवल वजन के बजाय मापने के लिए एक बड़ा और छोटा वजन होता है। | |||
316 | 25:17-19 | d4hk | इस्राएल के लोगों ने अमालेक की यादों को धरती पर से क्यों मिटा दीं? | अमालेक को परमेश्वर का भय न था जब अमालेक ने इस्राएल से मार्ग पर मुलाकात की और उन लोगों पर हमला किया जो थके और निर्बल थे चढ़ाई पर जब मिस्र से निकलकर आ रहे थे। | |||
317 | 26:1-2 | auu5 | इस्राएल के लोगों को क्या करना होगा जब वे उस देश का अधिकार करेंगे जो यहोवा उन्हें दे रहा था? | इस्राएल के लोगों को एक टोकरी में भूमि की भाँति की जो पहली उपज में से कुछ लेना होगा और उस स्थान पर जाना होगा जिसे यहोवा ने अपने निवास के रूप में चुना है। | |||
318 | 26:3 | f28a | जब इस्राएली लोगो याजक को टोकरी देते हैं तो उन्हें क्या कहना चाहिए? | इस्राएल के लोगों को कहना चाहिए, “मैं आज यहोवा को यह स्वीकार करता हूं कि मैं उस देश में आया हूं जिसे उसने हमारे पूर्वजों को देने के लिए शपथ खाई थी। | |||
319 | 26:5 | napj | इस्राएल के लोगो को क्या कहना होगा कि उनके पिता कौन थे? | इस्राएल के लोगों को कहना होगा कि उनके पिता मूलपुरुष एक अरामी थे। | |||
320 | 26:6 | i6mx | मिस्रियों ने मिस्र में इस्राएलियों के साथ कैसा व्यवहार किया? | उन्होंने इस्राएलियों के साथ बुरी तरह से बर्ताव किया और उन्हें दुःख दिया, जिससे उन्हें गुलामों का काम दिया गया। | |||
321 | 26:8-9 | o8vt | यहोवा ने इस्राएल को मिस्र से कैसे निकाल लाया? | यहोवा उन्हें अपने बलवन्त हाथ, बढ़ाई हुई भुजा से, अति भयानक चिन्ह और चमत्कार दिखलाकर उनको मिस्र से निकाल लाया। | |||
322 | 26:10-11 | r8m0 | यहोवा के सामने टोकरी लगाने का उद्देश्य क्या है? | इसका उद्देश्य यहोवा की उपासना करना और इस्राएल, उनके घर, लेवी और उनके बीच के परदेशी लोगों के लिए किए गए सभी अच्छे कामों में आनन्दित होना है। | |||
323 | 26:12 | lyy3 | इस्राएल के लोग जब अपनी सब भाँति से दशमांश को निकाल देने के बाद क्या करना होगा? | इस्राएल के लोगों को इसे लेवीय, परदेशी, अनाथ, और विधवा को देना होगा कि वे खाकर तृप्त हों जाए। | |||
324 | 26:15 | mn8u | इस्राएल के लोग यहोवा से उनके लिए क्या करने को कह रहे ? | इस्राएल के लोग चाहते हैं कि यहोवा स्वर्ग में से दृष्टि करके और आशीष दे जो देश उसने उन्हें दिया है। | |||
325 | 26:16 | aua1 | यहोवा इस्राएल के लोगों को क्या करने का आदेश देता है? | वह इस्राएल के लोगों को उसकी विधियों और नियमों को सारे मन और सारे प्राण से मानने की आदेश दे रहा है। | |||
326 | 26:17 | q2a1 | इस्राएल के लोगों ने यहोवा के सामने क्या स्वीकार किया है? | उन्होंने स्वीकार किया है कि यहोवा उनका परमेश्वर है और वे अपने मार्गों पर चलेंगे, उसकी विधियों आज्ञाओं को मानेंगे, और उसकी आवाज सुनेंगे। | |||
327 | 26:18-19 | ny7y | यहोवा ने इस्राएल के लोगों को क्या स्वीकार किया है? | यहोवा ने स्वीकार किया है कि इस्राएल उसका अपना प्रजारूपी निज धन सम्पत्ति अधिकार है और वह अपनी बनाई हुई सब जातियों से अधिक प्रशंसा, नाम, और शोभा देंगे ताकि वे एक पवित्र प्रजा बना रहे। | |||
328 | 27:1 | qgy0 | मूसा और इस्राएल के वृद्ध लोगों ने इस्राएल के लोगों को कौन सी आज्ञा मानने के लिए कहा? | मूसा और इस्राएल के वृद्ध लोगों ने उन सभी आज्ञाओं को मानने के लिए कहा जिन्हें मूसा ने उन दिनों उन्हें आज्ञा दी थी। | |||
329 | 27:4 | uu0z | यरदन पार करने के बाद इस्राएल के लोगों को उस देश में क्या करना होगा जो यहोवा उन्हें देगा? | उन्हें बड़े पत्थरों को स्थापित करना होगा और उन पर व्यवस्था के वचन को लिखना होगा। | |||
330 | 27:5 | qetl | इस्राएल के लोगों को एबाल पहाड़ पर क्या बनाना होगा? | इस्त्राएलियों को यहोवा के लिये पत्थरों की एक वेदी बनाना होगा पर उन पर कोई औज़ार न चलाना ताकि वह उसे होमबलि मे चढ़ा सके। | |||
331 | 27:8 | cp53 | इस्त्राएलियों को उन पत्थरों पर क्या लिखना होगा जिन्हें उन्होंने प्लास्टर किया था? | उन्हें उन पत्थरों पर व्यवस्था के सब वचनों को स्पष्ट रीति से लिखना था। | |||
332 | 27:9-10 | bvfi | इस्राएल के लोगों के लिए यहोवा की आवाज़ को सुनना और उस दिन उसकी आज्ञाओं का पालन करना क्यों ज़रूरी था? | यह महत्वपूर्ण था क्योंकि उस दिन वे यहोवा के प्रजा बन गए। | |||
333 | 27:11 | rbqv | इस्राएल के छह गोत्रों को गिरिज्जीम पहाड़ पर खड़े होने की आज्ञा क्यों दी गई थी? | मूसा ने इस्राएल के छह गोत्रों को आज्ञा दी कि वे गिरिज्जीम पहाड़ पर खड़े हो कि वह उन्हें आशीष दे। | |||
334 | 27:12 | re5i | इस्राएल के छह गोत्रों को गिरिज्जीम पहाड़ पर खड़े होने की आज्ञा क्यों दी? | मूसा ने इस्राएल के छह गोत्रों को आज्ञा दी कि वे गिरिज्जीम पहाड़ पर खड़े हो की वह उन्हें आशीर्वाद दे। | |||
335 | 27:13 | avkq | इस्राएल के छह गोत्रों को एबाल पहाड़ पर खड़े होने की आज्ञा क्यों दी? | इस्राएल के छह गोत्रों को श्राप का उच्चारण करने के लिए एबाल पहाड़ पर खड़े होने का आज्ञा दिया गया था। | |||
336 | 27:15 | tvvf | एक बात क्या है जो यहोवा को घृणित करता है? | एक बात जो यहोवा को घृणित करता है वह है जो कोई मूर्ति कारीगर से खुदवाकर या ढलवा कर निराले स्थान में स्थापन करे। | |||
337 | 27:20 | c1pv | अगर एक आदमी अपने पिता की पत्नी के साथ कुकर्म करे तो वह आदमी श्रापित क्यों है? | एक आदमी श्रापित है अगर वह अपने पिता की पत्नी के साथ कुकर्म करता है, क्योंकि उसने अपने पिता के अधिकार को छीन लिया। | |||
338 | 27:24-25 | t7ys | लेवियों ने क्या कहा होगा जो छिपकर अपने पड़ोसी को मारता है या निर्दोष व्यक्ति को मारने के लिए घुस लेता है? | उस आदमी को श्रापित किया जाएगा। | |||
339 | 27:26 | ka6u | लेवियों ने क्यों कहा कि मनुष्य को इन व्यवस्था के वचनों को मानकर चलना होगा? | एक आदमी को इन व्यवस्था के वचनों को मानकर चलना होगा ताकि वह श्रापित न हो। | |||
340 | 28:1-2 | wb3v | यहोवा से आशिषें पाने के लिए और पृथ्वी की सब जातियों में प्रतिष्ठित होने के लिए इस्राएलियों को क्या करना था? | वे सावधानीपूर्वक यहोवा की बातें मानें और उसकी सब आज्ञाओं का पालन करें। | |||
341 | 28:7 | tmkj | इस्राएल के लोगों के लिए यहोवा क्या करेगा यदि वे उसके आदेशों का पालन करेंगे? | यहोवा उनके शत्रुओं को उनके सामने से भगा देगा। | |||
342 | 28:9 | xjr5 | यहोवा इस्राएल के लोगों को क्या बना देगा यदि वे उसके आदेशों का पालन करेंगे? | वह उन्हें अपने पवित्र प्रजा करके स्थिर रखेगा। | |||
343 | 28:12 | pyhe | इस्राएल के लोगों के लिए यहोवा क्या खोलेगा यदि वे उसके आदेशों का पालन करेंगे? | यहोवा अपने आकाशरूपी उत्तम भण्डार को खोलकर उनके भूमि पर समय पर मेंह बरसाया करेगा, और सारे कामों पर आशीष देगा। | |||
344 | 28:15 | llon | इस्राएल के लोगों के साथ क्या होगा यदि वे यहोवा की आवाज़ नहीं सुनेंगे और उसकी सारी आज्ञाओं को न मानेंगे? | ये सभी श्राप उन पर आ पड़ेंगे और उन्हें वापस ले लेंगे। | |||
345 | 28:23 | rvub | यदि वे आज्ञाओं का पालन नहीं करते हैं तो आकाश और भूमि इस्राएलियों के लिए क्या होगा? | आकाश पीतल का और भूमि लोहे की होगी। | |||
346 | 28:25 | gtg1 | इस्राएल का क्या होगा यदि वे आज्ञाओं का पालन नहीं करते हैं वे शत्रुओं से लड़ते है? | उन्हें शत्रुओं के सामने मारा जाएगा, और सात मार्ग से होकर उनके सामने से भाग जाएंगे। | |||
347 | 28:27-28 | vqwv | यदि यहोवा की आज्ञा न माने तो यहोवा इस्राएल के लोगों पर हमला किससे करेगा? | वह उन्हें फोड़े, बवासीर, दाद और खुजली, और पागलपन, अंधापन और उनके मन को अत्यन्त घबरा देगा। | |||
348 | 28:30 | v3g2 | क्या होगा यदि इस्राएली एक महिला से ब्याह करे, या घर बनाए या दाख की बारी का निर्माण करे? | वह स्त्री के साथ सो नहीं पाएगा, या घर में बस न पाएगा, या दाख की बारी के फल खा न पाएगा। | |||
349 | 28:32 | voa8 | इस्राएलियों के बेटों और बेटियों के साथ क्या होगा? | उनके बेटों और बेटियों को दूसरे लोगों को दिया जाएगा, और वे उन्हें ढूंढेंगे लेकिन उन्हें नहीं ढूंढ पाएंगे। | |||
350 | 28:37 | xd66 | इस्राएल के लोग सभी लोगों के मध्य क्या बनेंगे? | वे सभी लोगों के मध्य चकित होंगे, दृष्टान्त और श्राप का कारण बन जाएंगे। | |||
351 | 28:38-39 | e9d4 | इस्राएल के लोगों की अवज्ञा कैसे फसलों को प्रभावित करेगी? | वो खेत में बीज और उपज तो बहुत सा लगाएगा, लेकिन वे अपने मजदूरों के फल का आनंद नहीं ले पाएंगे क्योंकि कीड़े और टिड्डियां खा जाएंगी। | |||
352 | 28:43-44 | id61 | इस्राएल के लोगों की तुलना में विदेशी कैसे अधिक महत्वपूर्ण होगा? | विदेशी उन्हें उधार देगा और सिर बन जाएगा जबकि इस्राएल के लोग उधार देने और पूंछ बनने में सक्षम नहीं होंगे। | |||
353 | 28:45-46 | o2ja | क्या होगा यदि इस्राएल के लोग यहोवा की आवाज़ ना सुने और उसकी आज्ञाओं को नहीं मानते? | ये सब श्राप उन पर आ पड़ेंगे और उनको पकड़ेंगे जब तक कि वे नष्ट न हो जाए। | |||
354 | 28:47-48 | oirg | इस्राएल के लोग यहोवा के शत्रुओं की सेवा क्यों करेंगे? | वे यहोवा के शत्रुओं की सेवा करेंगे क्योंकि उन्होंने सब पदार्थ की बहुतायत होने पर भी आनन्द और प्रसन्नता के साथ अपने परमेश्वर यहोवा की सेवा नहीं की थी। | |||
355 | 28:49-51 | w2oh | मूसा ने इस्राएल के लोगों के बारे में क्या भविष्यवाणी की? | यहोवा दूर से एक जाति को चढ़ा लाएगा जो उन्हें नष्ट कर देंगे और वे न तो बूढ़ों का मुँह देखकर आदर करेंगे, उसके साथ-साथ उन सभी उपज और उनके पशुओं को ले जायेंगे। | |||
356 | 28:54-55 | cp9x | शहर की घेराबंदी के दौरान जो पुरुष कोमल और अति सुकुमार हो वह अपने भाई, या अपनी प्राणप्रिय या अपने बचे हुए बालकों को क्या नहीं देगा? | वह उनमें से किसी को अपने बालकों का मांस नहीं देगा कि वह खाने जा रहा है। | |||
357 | 28:56-57 | rnn0 | शहर की घेराबंदी के दौरान एक स्त्री अपने जने हुए बच्चों और जिन बच्चों को वह जनेगी उनके साथ क्या करेगी? | शहर की घेराबंदी के दौरान एक स्त्री अपने जने हुए बच्चों और जिन बच्चों को वह जनेगी वह उन्हें खाएगी। | |||
358 | 28:59 | jlkf | क्या होगा यदि इस्राएल के लोग व्यवस्था की पुस्तक के वचनों को मानकर यहोवा के नाम का आदर न करें? | वे भयानक दण्ड और गंभीर रोगों को अनुभव करेंगे। | |||
359 | 28:62 | nryi | यहोवा उन्हें सत्यानाश करने के बाद इस्राएल में कितने लोग रह जाएंगे? | वे संख्या में थोड़े ही होंगे और पृथ्वी के एक छोर से दूसरे छोर तक तितर-बितर हो जाएंगे। | |||
360 | 28:65 | upen | क्या इस्राएल के लोग जातियों के बीच तितर-बितर होकर चैन पाएंगे? | वे चैन न पाएंगे, और न उनके पाँवों को ठिकाना मिलेगा। | |||
361 | 29:1 | ipcr | यहोवा ने किसके साथ वाचा बांधा? | यहोवा ने मोआब देश में इस्राएल के साथ एक वाचा बांधा। यहोवा ने पहले होरेब में इस्राएल के साथ वाचा बांधा था। | |||
362 | 29:2 | yvum | मूसा ने इस्राएल के सभी लोगों को क्या याद दिलाया? | मूसा ने इस्राएल के सभी लोगों को वो सब कुछ याद दिलाया जो यहोवा ने उनके आंखों के सामने मिस्र देश में फ़िरौन से, अपने सभी कर्मचारियों, और अपने सारे देश के लिए किया था। | |||
363 | 29:4 | seqw | मूसा ने क्यों कहा कि इस्राएलियों के लिए बड़ी-बड़ी परीक्षाएं, और चिन्ह और बड़े-बड़े चमत्कार जो उनकी आंखों ने देखे, उनका स्मरण कराने की आवश्यकता क्यों थी? | मूसा ने कहा कि यहोवा ने आज तक उनको न तो समझने की बुद्धि और न देखने की आंखें और न सुनने के कान उन विषयों के प्रति दिए हैं। | |||
364 | 29:5-6 | wq9z | यहोवा ने चालीस वर्षों तक जंगल में इस्राएल का नेतृत्व क्यों किया जहां उनके वस्त्र और जूतियाँ पुराने हो गए थे और उन्होंने कोई रोटी नहीं खाई या न कोई भी दाखमधु या मदिरा पी? | उसने उन चीजों को किया ताकि वे जान सकें कि वह यहोवा उनका परमेश्वर है। | |||
365 | 29:9 | ocz4 | इस्राएल को ऐसा क्या करना होगा की सब कुछ मे वे सफल रहे? | उन्हें इस वाचा की बातों की चौकसी करना और उन्हें पालन करना था ताकि जो कुछ वे करे वह सफल हो सके। | |||
366 | 29:10-11 | vk7y | सभी इस्राएल किसके सामने खड़े थे? | सभी इस्राएल अपने परमेश्वर यहोवा के सामने खड़े थे। | |||
367 | 29:12 | ak1x | इस्राएली अपने परमेश्वर यहोवा के सामने क्यों खड़े थे? | वे यहोवा के वाचा में प्रवेश करने के लिए यहोवा के सामने खड़े थे और उस वाचा के लिए जो यहोवा ने उन लोगों के साथ उस दिन शपथ खाई थी। | |||
368 | 29:13 | e3hs | इस वाचा के माध्यम से इस्राएल के लोगों के लिए यहोवा क्या करना चाहता था? | वह इस्राएल के लोगों को अपनी प्रजा ठहराना चाहता था। | |||
369 | 29:14-15 | kxlj | उस दिन वाचा और शपथ में कौन से लोगों को शामिल किया गया था जो यहोवा उस दिन मोआब में इस्राएल के साथ बना रहा था? | मोआब में उस दिन जो लोग खड़े थे और जो लोग उनके संग नहीं थे, वे वाचा और शपथ में शामिल थे जो यहोवा इस्राएल के साथ बना रहा था। | |||
370 | 29:16 | f7wm | इस्राएल के लोगों को फिर से क्या याद दिलाया गया था? | उन्हें याद दिलाया जा रहा था कि वे मिस्र देश में कैसे रहते थे और कैसे वे उन जातियों के बीचों बीच आ गये थे जिस मार्ग से होकर वो गये थे। | |||
371 | 29:17-18 | bjr8 | मिस्र छोड़ने पर लोगों को क्यों घिनौनी वस्तुओं की याद दिलाई गई थी? | उन्हें घिनौनी वस्तुएँ की याद दिलाया जा रहा था ताकि उन लोगों में से कोई भी न हों जिनका मन यहोवा से फिर जाए, उन जातियों के देवताओं की उपासना करें और ताकि कोई ऐसा न हो जिससे विष या कड़वा फल निकले और उनके मध्ये जड़ पकड़े। | |||
372 | 29:19 | j4nx | जो व्यक्ति श्राप के वचन को सुनता है उसे अपने मन में क्या नहीं कहना चाहिए? | वह व्यक्ति जो श्राप के वचन को सुनता है उसे यह नहीं कहना चाहिए कि वह कुशल प्राप्त करेगा हालांकि वह अपने मन के हठ पर चलता है। | |||
373 | 29:20 | zn19 | उस आदमी के साथ क्या होगा जो कहता है कि उसे कुशल प्राप्त करेगा, हालांकि वह अपने मन के हठ पर चलता है? | यहोवा उसे क्षमा नहीं करेगा, यहोवा का कोप और जलन का धुआँ उसके खिलाफ छा लेगा, जितने श्राप इस पुस्तक में लिखे हैं वे सब उस पर आ पड़ेंगे और यहोवा उसका नाम धरती पर से मिटा देगा। | |||
374 | 29:22 | k5xz | आनेवाली पीढ़ियों तुमसे क्या पूछेगी जब वे इस देश की विपत्तियाँ और बीमारियों को देखेंगे जिससे यहोवा ने पीड़ित किया है? | वे पूछेंगे कि यहोवा ने इस देश में ऐसा क्यों किया और इस बड़े कोप के भड़कने का क्या कारण है। | |||
375 | 29:24 | nq4a | आनेवाली पीढ़ियों तुमसे क्या पूछेगी जब वे इस देश की विपत्तियाँ और बीमारियों को देखेंगे जिससे यहोवा ने पीड़ित किया है? | वे पूछेंगे कि यहोवा ने इस देश में ऐसा क्यों किया और इस बड़े कोप के भड़कने का क्या कारण है। | |||
376 | 29:25-26 | tjt0 | लोग कैसे उत्तर देंगे जब आनेवाली पीढ़ि पूछेगी कि यहोवा ने उनेक देश में यह क्यों किया? | लोग कहेंगे कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उन्होंने यहोवा के वाचा को तोड़ा और क्योंकि वे गए और पराए देवताओं की उपासना की और उन देवताओं के आगे झुके, जिन्हें वे पहले नहीं जानते थे और उसने उन्हें उनको नहीं दिया था। | |||
377 | 29:27 | dvca | लोग क्या कहेंगे इस देश के विरुद्ध भड़का है? | लोग कहेंगे कि इस देश के विरुद्ध यहोवा का कोप भड़क उठा है । | |||
378 | 29:28 | zdq8 | लोग क्या कहेंगे कि यहोवा उन लोगों के साथ क्या करेगा जिसको उसने कोप से उनके देश में से उखाड़कर फेंक दिया है? | लोग कहेंगे कि यहोवा, कोप, जलजलाहट और बड़ा ही क्रोध में उन्हें दूसरे देश में फेंक दिया है। | |||
379 | 29:29 | gr76 | गुप्त बातें किसके वश में है? | गुप्त बातें यहोवा ही के वश मे हैं। जो बातें प्रगट हुई हैं वे सदा इस्राएल के लोगों और उनके वंशजों के लिए हैं ताकि वे इस व्यवस्था की सब बातों को पूरी करे। | |||
380 | 30:2-3 | qvik | इस्राएल के लोगो क्या कर सकते हैं ताकि यहोवा उनकी बँधुआई को उलट दे और उन पर दया करे और लौटाए और उन सभी लोगों को इकट्ठा करे जहां यहोवा ने उन्हें तितर-बितर किया था? | उन्हें यहोवा के पास लौट आना होगा और उसकी बाते मानना होगा, उन सभी आज्ञाओं का पालन अपने सारे मन और सारे प्राण से करना होगा। | |||
381 | 30:4 | dlz7 | यहोवा इस्राएल के निर्वासित लोगों को कहां से इकट्ठा करेगा? | यहोवा इस्राएल के निर्वासित लोगों को धरती के छोर से बरबस इकट्ठा करेगा। | |||
382 | 30:5 | jmj0 | यहोवा निर्वासित इस्राएलियों को किस स्थान पर लाएगा? | यहोवा उन्हें उस देश में लाएगा जिस पर उनके पुरखा अधिकारी हुए थे। | |||
383 | 30:6 | lg2l | यहोवा इस्राएलियों और उनके वंशजों के मन की खतना क्यों करेगा? | यहोवा उनके मन की खतना करेगा ताकि वे अपने परमेश्वर यहोवा से अपने सारे मन और अपनी सारी प्राण के साथ उसे प्रेम करें ताकि वे जीवित रहे। | |||
384 | 30:7 | t8s0 | किस पर यहोवा वो श्राप रखेगा जो इस्राएल के लोगों पर था? | यहोवा उनके शत्रुओं को श्राप देगा और उन लोगों पर जो इस्राएल के लोगों से बैर करते है और उनके पीछे पड़ते हैं । | |||
385 | 30:8 | w4zj | क्या होगा जब इस्राएल के लोग यहोवा के पास लौट आएंगे? | वे यहोवा की आवाज़ को सुनेंगे और इन सब आज्ञाओं को मानेंगे जो मूसा ने उन्हें आज्ञा दी थीं। | |||
386 | 30:9 | p6zn | यहोवा जब इस्राएलियों को बढ़ायेगा, सब कामों में, और उनकी संतान, और पशुओं के बच्चों और भूमि की उपज में उनकी बढ़ती करेगा तब वह क्या करेगा? | यहोवा इस्राएलयों पर आनंद करेगा जैसा उनके पूर्वजों पर किया था। | |||
387 | 30:10 | akh2 | इस्राएल के लोगों को ऐसा क्या करना था ताकि यहोवा उन से आनन्दित रहे? | इस्राएल के लोगों को अपने परमेश्वर यहोवा की आवाज़ का पालन करने की ज़रूरत थी, उसकी आज्ञाओं और विधियों को जो उस व्यवस्था की पुस्तक में लिखी हैं उसे मानकर और यहोवा की ओर अपने सारे मन और सारे प्राण से उसकी ओर फिरे। | |||
388 | 30:11 | he05 | मूसा ने किस काम के लिए कहा कि उनके लिए कठिन नहीं है या उनके लिए दूर नहीं है? | मूसा जो आज्ञायें उनको दे रहा था उनका पालन करना उनके लिए कठिन नहीं था और न ही उनके लिए अप्राप्य बात थी। | |||
389 | 30:14 | xwd9 | वचन कहां स्थित है? | वचन तेरे बहुत निकट है,तेरे मुँह मे और मन में है, ताकि तू उसे कर सके। | |||
390 | 30:15 | fadf | मूसा ने इस्राएल के लोगों के सामने क्या रखा था? | मूसा ने इस्राएल के लोगों के सामने जीवन और मरण, हानि और लाभ रखा था। | |||
391 | 30:16 | a6b1 | क्या होगा यदि इस्राएल के लोग उनके परमेश्वर यहोवा के आज्ञाओं का पालन करें जो मूसा ने उन्हें आज्ञा दी थी? | वे जीवित रहेंगे और बढ़ते जाएगे और यहोवा उन्हें आशीष देगा जिस देश में वो जायेंगे। | |||
392 | 30:17-18 | tba3 | यदि उनका मन भटक जाए और वे न सुने, परंतु उनका मन भटककर पराए देवताओं को दण्डवत् करे और उनकी उपासना करने लगे तो लोगों के साथ क्या होगा? | वे निःसन्देह नष्ट हो जाएंगे और वे देश में बहुत दिनों के लिये रहने न पाएंगे। | |||
393 | 30:19 | v6te | मूसा ने इस्राएल के लोगों से क्या चुनने को कहा जब वह आकाश और पृथ्वी को साक्षी रखता है? | मूसा लोगों से जीवन चुनने के लिए कह रहा है ताकि वे और उनके वंश दोनों जीवित रह सकें। | |||
394 | 30:20 | fano | लोगों को जीवन क्यों चुनना चाहिए? | उन्हें जीवन चुनना चाहिए ताकि वे अपने परमेश्वर यहोवा से प्रेम करें, उसकी बातें मानें और उसके साथ लिपटे रहो क्योंकि वह उनका जीवन और उनके दिनों की दीर्घ आयु है। | |||
395 | 31:1 | ozhc | मूसा ने अपनी वृद्धावस्था के बारे में सभी इस्राएलियों को क्या बताया? | उसने उनसे कहा कि वह अब एक सौ बीस वर्ष का है और वह अब चल फिर नहीं सकता। | |||
396 | 31:2 | odfd | मूसा ने अपनी वृद्धावस्था के बारे में सभी इस्राएलियों को क्या बताया? | उसने उनसे कहा कि वह अब एक सौ बीस वर्ष का है और वह अब चल फिर नहीं सकता। उसने मूसा से कहा कि वह यरदन पार नहीं करेगा, परन्तु परमेश्वर मूसा के आगे यरदन पार करेगा और इस्राएल के सामने जातियों को नष्ट कर देगा। | |||
397 | 31:3 | nj0x | यहोवा ने मूसा को यरदन पार जाने के बारे में क्या कहा? | उसने मूसा से कहा कि वह यरदन पार नहीं करेगा, परन्तु परमेश्वर मूसा के आगे यरदन पार करेगा और इस्राएल के सामने जातियों को नष्ट कर देगा। यहोवा ने मूसा से कहा कि यहोशू इस्राएल के सामने यरदन पार करेगा। | |||
398 | 31:4 | enlz | एमोरियों के राजा सीहोन और ओग के साथ यहोवा ने क्या किया? | यहोवा ने उन्हें और उनकी भूमि को नष्ट कर दिया था। | |||
399 | 31:5 | mrf2 | यहोवा क्या कहता है कि वह इस्राएल के लिए करेगा जब वे युद्ध में जातियों से मिलेंगे? | यहोवा कहता है कि वह इस्राएल को विजय देगा जब इस्राएल उन्हें युद्ध में मिलेगा। | |||
400 | 31:6 | e6sl | मूसा ने इस्राएलियों को क्या निर्देश दिया? | मूसा उन्हें दृढ़ होने को कहता है कि वे हियाव बांधे रहे, उन जातियों से न डरे और न भयभीत हो क्योंकि यहोवा उनके संग जाएगा और वह उनको धोखा न देगा या न छोड़ेगा। | |||
401 | 31:7 | g5dp | मूसा ने सभी इस्राएलियों की दृष्टि में यहोशू से क्या कहा? | मूसा ने यहोशू से कहा कि वह हियाव बांधकर दृढ़ हो जाए क्योंकि जिस देश की प्रतिज्ञा यहोवा ने इस्राएलियों के पूर्वजों से की थी उस देश में अब वह इस्राएलियों को लेकर जाएगा और यहोवा उन्हें उस देश का अधिकारी बनाएगा। | |||
402 | 31:8 | r0q6 | मूसा ने यहोशू से क्या कहा कि यहोवा उसके लिए करेगा? | मूसा ने यहोशू से कहा कि यहोवा यहोशू के आगे जायेगा, उसके साथ रहेगा और यहोवा यहोशू को असफल नहीं होने देगा या नहीं त्यागेगा, इसलिए यहोशू को डरना या निराश नहीं होना चाहिए। | |||
403 | 31:9 | ad15 | व्यवस्था लिखने के बाद मूसा ने उसे किसे सौंपा? | मूसा ने व्यवस्था की पुस्तक याजकों और लेवियों को जो वाचा का सन्दूक उठाते थे, उनको दी और उसकी प्रतिलिपियां इस्राएल के सब प्राचीनों को दीं। | |||
404 | 31:10-11 | mu76 | मूसा ने याजकों को मूसा को दिए गए कानून को पढ़ने के लिए कितनी बार आज्ञा दी? | मूसा ने याजकों को आज्ञा दी कि वे प्रत्येक सातवें वर्ष में झोपड़ियों का पर्व मनाते समय संपूर्ण इस्राएल के सामने उसे पढ़ें। | |||
405 | 31:12 | j4z4 | मूसा ने याजकों से क्यों कहा कि वे सब स्त्री-पुरुषों, उनके बच्चों और परदेशियों को एकत्र करें? | मूसा ने याजकों से क्यों कहा कि वे व्यवस्था का पाठ सुनें और उसे सीखें और यहोवा का भय मानें और व्यवस्था की सब आज्ञाओं का पालन करें कि उनकी संतान सीखकर यहोवा का भय माने। | |||
406 | 31:13 | jwit | मूसा ने याजकों से क्यों कहा कि वे सब स्त्री-पुरुषों, उनके बच्चों और परदेशियों को एकत्र करें? | मूसा ने याजकों से क्यों कहा कि वे व्यवस्था का पाठ सुनें और उसे सीखें और यहोवा का भय मानें और व्यवस्था की सब आज्ञाओं का पालन करें कि उनकी संतान सीखकर यहोवा का भय माने। जिस देश पर अधिकार करने वे यरदन पार जा रहे हैं वे जब तक वहां रहें याजक उन्हें व्यवस्था पढ़कर सुनाते रहें। | |||
407 | 31:14 | ziry | यहोवा ने मूसा से क्यों कहा कि वह यहोशू के साथ मिलापवाले तम्बू में उपस्थित हो? | यहोवा ने मूसा से कहा कि यहोशू को मिलापवाले तम्बू में बुलाओ क्योंकि मूसा के संसार से कूच करने का दिन आने वाला है। जब मूसा और यहोशू ने मिलापवाले तम्बू में खुद को प्रस्तुत किया, तो यहोवा तम्बू के द्वार पर खड़े बादल के खंभे में तम्बू में दिखाई दिया। | |||
408 | 31:15 | i94u | क्या हुआ जब मूसा और यहोशू ने बैठक के तम्बू में खुद को प्रस्तुत किया? | जब मूसा और यहोशू ने मिलापवाले तम्बू में खुद को प्रस्तुत किया, तो यहोवा तम्बू के द्वार पर खड़े बादल के खंभे में तम्बू में दिखाई दिया। | |||
409 | 31:16 | mqgd | यहोवा ने मूसा को यह कैसे बताया कि लोग व्यवहार करेंगे जब मूसा अपने पितरों के संग सो जाएगा? | यहोवा ने मूसा से कहा कि लोग उठेंगे, देश के अजीब देवताओं के पीछे चलने वाले वेश्याओं की तरह काम करेंगे और वे यहोवा को भूल जाएंगे और यहोवा के वाचा को तोड़ देंगे जो उसने उनके साथ किया था। | |||
410 | 31:17 | ll7c | यहोवा ने मूसा को क्या कहा कि वह करेगा जब लोग यहोवा के वाचा को भूल जाएंगे? | यहोवा ने मूसा से कहा कि जब लोग उसकी वाचा को भूल जाएंगे उस दिन यहोवा का क्रोध भड़क जाएगा और वह उनको त्याग कर अपना चेहरा छिपा लेगा। यहोवा ने मूसा से कहा कि जब वे अन्य देवताओं की उपासना करेंगे तब यहोवा उनसे अपना चेहरा छिपा लेगा और उन पर अनेक विपत्तियां और क्लेश आ पड़ेंगे। | |||
411 | 31:18 | f1r1 | यहोवा ने मूसा को क्या कहा था कि लोगों के साथ होगा जब यहोवा ने उनसे अपना चेहरा छिपाया? | यहोवा ने मूसा से कहा कि जब वे अन्य देवताओं की उपासना करेंगे तब यहोवा उनसे अपना चेहरा छिपा लेगा और उन पर अनेक विपत्तियां और क्लेश आ पड़ेंगे। | |||
412 | 31:19 | lefe | यहोवा ने मूसा से क्यों कहा कि वह एक गीत लिखे और इस्राएलियों को सिखाए कि वह उनके मुंह पर ही रहे? | यहोवा ने मूसा को एक गीत लिखने और लोगों को यह सिखाने के लिए कहा ताकि यह गीत इस्राएल के लोगों के खिलाफ यहोवा के लिए गवाह हो। | |||
413 | 31:20 | gzsw | यहोवा ने मूसा को क्या कहा था जब लोग उस देश में थे जब यहोवा ने अपने पूर्वजों को देने की कसम खाई थी? | यहोवा ने मूसा से कहा कि इस्राएल के लोग अन्य देवताओं के पास जाएंगे, उनकी पूजा करेंगे, यहोवा को तुच्छ मानेंगे और उसका वाचा तोड़ देंगे। | |||
414 | 31:21 | a0kn | यहोवा ने मूसा को क्या कहा था जब गीत कई बुराइयों और परेशानियों को इस्राएलियों के लोगों को मिलेगा? | यहोवा ने मूसा से कहा कि यह गीत इस्राएल के सामने साक्ष्य के रूप में गवाही देगा और यह उनके वंशजों के मुंह से नहीं भुलाया जाएगा। यहोवा ने कहा कि वह उन योजनाओं को जानता था जो लोग आज बना रहे थे। | |||
415 | 31:22 | kwx5 | यहोवा ने उस गीत को लिखने से पहले कितने समय तक इंतज़ार किया जब यहोवा ने उसे लिखने के लिए कहा था? | मूसा ने उसी दिन गीत लिखा था कि यहोवा ने उसे लिखने के लिए कहा था और फिर उसने उसी दिन इस्राएल के लोगों को सिखाया। | |||
416 | 31:23 | h7gj | नून के पुत्र यहोशू को यहोवा ने क्या आदेश दिया? | यहोवा ने यहोशू को दृढ़ होकर हियाव बांधने का आदेश दिया। यहोवा ने यहोशू को दृढ़ होकर और हियाव बांधने का आदेश दिया क्योंकि यहोशू इस्राएल के लोगों को उस देश में लाएगा जहां यहोवा ने उनसे शपथ ली थी और यहोवा ने यहोशू से कहा कि वह यहोशू के साथ होगा। | |||
417 | 31:24 | fd2b | मूसा ने जब संपूर्ण व्यवस्था पुस्तक में लिख ली तो वह पुस्तक किसे दी? | मूसा ने वह पुस्तक यहोवा की वाचा का सन्दूक उठाने वाले लेवियों को दे दी। | |||
418 | 31:25 | slrc | मूसा ने जब संपूर्ण व्यवस्था पुस्तक में लिख ली तो वह पुस्तक किसे दी? | मूसा ने वह पुस्तक यहोवा की वाचा का सन्दूक उठाने वाले लेवियों को दे दी। मूसा ने लेवियों से कहा कि वे व्यवस्था की पुस्तक ले लें और अपने परमेश्वर यहोवा की गवाही के सन्दूक के सन्दूक के पास रखें ताकि वह उनके खिलाफ गवाही के रूप में रहे। | |||
419 | 31:26 | eemk | मूसा ने लेवियों को क्या कहा था कि जब उन्होंने इसे लिखना समाप्त करे तो उन्हें व्यवस्था की पुस्तक के साथ क्या करना चाहिए? | मूसा ने लेवियों से कहा कि वे व्यवस्था की पुस्तक ले लें और अपने परमेश्वर यहोवा की गवाही के सन्दूक के सन्दूक के पास रखें ताकि वह उनके खिलाफ गवाही के रूप में रहे। | |||
420 | 31:27 | c2pn | मूसा ने इस्राएलियों के बारे में लेवियों से क्या कहा कि वह जीवित रहते हुए उनके बारे में जानता है? | मूसा ने कहा कि वह उनका बलवा और हठ जानता है कि उन्होंने कैसे परमेश्वर यहोवा से बलवा किया और उसके मरणोपरान्त भी करेंगे। | |||
421 | 31:28 | czt0 | मूसा ने लेवियों को उनके गोत्रों के सब वृद्ध लोगों के साथ और उनके सरदारों को उसके सामने इकट्ठा करने के लिए क्यों कहा? | मूसा ने लेवियों को उनके गोत्रों के सब वृद्ध लोगों और उनके सरदारों को बुलाया क्योंकि वह उनसे बातें करना चाहता था और आकाश और पृथ्वी को गवाह बनाना चाहता था। | |||
422 | 31:29 | is8h | मूसा ने क्या कहा कि वह जानता है कि उसके मरणोपरान्त होगा? | मूसा ने कहा कि उसके मरणोपरान्त वे भ्रष्ट होकर उसकी दी हुई आज्ञाओं से विमुख हो जाएंगे। मूसा कहता है कि अन्त के दिनों में जब लोग मूसा की दी हुई आज्ञाओं से विमुख हो जाएंगे तब उन पर विपत्ति आ पड़ेगी । मूसा कहता है कि विपत्ति आ पड़ेगी क्योंकि वे यहोवा की दृष्टि में बुराई करेंगे, ऐसे ही वे अपने हाथों से बनायीं वस्तुओं से उसको रिस दिलाएंगे। | |||
423 | 31:30 | sphf | मूसा ने इस्राएल की सारी सभाओं के कानों में क्या गाया? | मूसा ने उसके गीत के वचन आदि से अन्त तक सुनाए जो उसने लिखा था। | |||
424 | 32:1 | ftxp | मूसा ने आकाश और पृथ्वी को क्या करने के लिए कहा है? | मूसा आकाश को कान देने, उसे बोलने की और वह पृथ्वी से उसके मुँह की बातें सुनने को कह रहा है। | |||
425 | 32:2 | b2up | मूसा अपनी शिक्षा और अपने वचनों की तुलना किससे करता है? | मूसा अपनी शिक्षा को वर्षा और अपने वचनों की ओस से तुलना करता है। | |||
426 | 32:3 | gq13 | मूसा किसके नाम का प्रचार करता है और महानता को मानता है? | मूसा यहोवा के नाम का प्रचार करता और उसकी महिमा को मानता है। | |||
427 | 32:4 | g20w | किसके काम खरे हैं और किसकी गति न्याय की है? | चट्टान पर काम खरा है और उसकी सारी गति न्याय की है। परमेश्वर सच्चा है, कोई कुटिलता नहीं है और धर्मी और सीधा है। | |||
428 | 32:5 | n78s | मूसा उन लोगों को क्या कहता है जिन्होंने यहोवा के साथ अनुचित व्यवहार किया है? | मूसा ने उन्हें दुष्ट और कुटिल पीढ़ी और मूर्ख और निर्बुद्धि लोग कहा है। | |||
429 | 32:6 | o5da | मूसा उन लोगों को क्या कहता है जिन्होंने यहोवा के साथ अनुचित व्यवहार किया है? | मूसा ने उन्हें दुष्ट और कुटिल पीढ़ी और मूर्ख और निर्बुद्धि लोग कहा है। मूसा कहता है कि यहोवा ने इस्राएलियों को बनाया और स्थिर किया है। | |||
430 | 32:7 | n3mj | मूसा क्या कहता है कि बाप और वृद्ध इस्राएलियों को याद दिलाने में सक्षम होंगे? | मूसा कहता है कि बाप और वृद्ध इस्राएलियों को प्राचीनकाल के दिनों और पीढ़ी-पीढ़ी के वर्षों का भी स्मरण कराएँगे। | |||
431 | 32:8 | cng1 | मूसा कहता है कि उनका पिता और उनके वृद्धजन परम प्रधान द्वारा उन्हें वह देश देने के बारे में क्या बतायेंगे? | मूसा ने कहा कि परमप्रधान यहोवा ने आदमियों को अलग-अलग बसाया तब उसने देश-देश के लोगों की सीमायें इस्राएलियों की गिनती के अनुसार ठहराईं। | |||
432 | 32:9 | krl6 | यहोवा का अंश क्या है और उसका नपा हुआ निज भाग क्या है? | यहोवा का अंश उसकी प्रजा है और याकूब उसका नपा हुआ निज भाग है। | |||
433 | 32:10 | sw92 | यहोवा ने याकूब(उसके लोग) को कहाँ पाया? | यहोवा ने याकूब (उसके लोगों) को एक मरूभूमि में पाया। यहोवा ने उन्हें बचाया, उनकी देखभाल की और उन्हें अपनी आँख की पुतली के समान उसकी सुधि रखी। | |||
434 | 32:11 | sblz | यहोवा ने इस्राएलियों की जो सुधि ली उसकी तुलना मूसा किससे करता है? | जैसे उकाब अपने घोंसले को हिला-हिलाकर अपने बच्चों के ऊपर मण्डराता है वैसे ही यहोवा ने अपने पंख फैलाकर उसको अपने पंखों पर उठा लिया। | |||
435 | 32:12 | fz7s | इस्राएलियों को लेकर चलने वाला एकमात्र कौन था? | केवल यहोवा इस्राएलियों को लेकर चलता था। | |||
436 | 32:15-16 | zin8 | जब यशूरून (परमेश्वर के लोग) मोटा हो गया तब क्या हुआ? | जब यशूरून मोटा होकर चर्बी से छा गया तब उसने सृतनहार ईश्वर को तज दिया और अपने उद्धारमूल चट्टान को तुच्छ जाना उन्होंने पराए देवताओं को मानकर उसमें जलन उपजाई, और घृणित कर्म करके उसको रिस दिलाई। | |||
437 | 32:17-18 | mspk | जब वे विद्रोह करते रहे तो परमेश्वर के लोग किसे भूल गए? | वे परमेश्वर को भूल गए जिन्होंने उन्हें जन्म दिया। | |||
438 | 32:19-20 | hciy | यहोवा ने क्या किया क्योंकि उसके लोगों ने उसे रिस दिलाया? | उसने क्रोध में आकर उसने उन्हें तुच्छ जानकर अपना मुख छिपा लिया। | |||
439 | 32:21 | jd0z | इस्राएल को जलन और क्रोधित करने के लिए यहोवा किसे इस्तमाल करेगा? | यहोवा उनके द्वारा जो उसका प्रजा नहीं हैं उनके मन में जलन उत्पन्न करवाएगा और एक मूर्ख जाति के द्वारा उन्हें क्रोधित करवाएगा। | |||
440 | 32:23 | okbg | किस का ढेर यहोवा ने कहा कि वह इस्राएल पर लगाएगा? | यहोवा ने कहा कि वह उन पर विपत्ति का ढेर लगाएगा। | |||
441 | 32:27 | npdd | यहोवा को वह सब कुछ करने से क्या रोक देगा जो उसने अपने लोगों को धमकी दी थी? | यहोवा अपने सभी लोगों को धमकी देने से रोकता था क्योंकि उनके द्रोही इसको उलटा समझकर यह कहने लगें, “हम अपने ही बाहुबल से प्रबल हुए”। | |||
442 | 32:28 | xlzt | इस्राएल को राष्ट्र के रूप में क्या कमी थी? | इस्राएल युक्तिहीन है और उनमें कोई समझ नहीं थी। | |||
443 | 32:29 | w2mm | मूसा क्या चाहता था कि इस्राएली विचार करें? | मूसा चाहता था कि वे अपने अन्त का विचार करें। | |||
444 | 32:30-31 | o7ra | इस्राएल अपने शत्रुओं का पीछा कैसे करते और विजयी होते? | इस्राएल को जीत मिल सकती है क्योंकि यहोवा ने उन्हें जीत दी है और उनके शत्रुओं की चट्टान इस्राएलियों की चट्टान की तरह नहीं है। | |||
445 | 32:33 | gfto | उनके शत्रुओं की दाखलता कहां से निकली है और उनकी दाख का वर्णन कैसा है? | उनकी दाखलता सदोम और गमोरा से आती है और उनके अंगूर विषभरी और कड़वे हैं। दाखमधु को साँपों का सा विष और काले नागों का सा जहर के रूप में वर्णित किया गया है। | |||
446 | 32:34 | z1o6 | उनके शत्रुओं की दाखलता कहां से निकली है और उनकी दाख का वर्णन कैसा है? | उनकी दाखलता सदोम और गमोरा से आती है और उनके अंगूर विषभरी और कड़वे हैं। यहोवा की योजना उसके मन मे संचित है और अपने खजाने को मुहरबंद कर दी जाती है। | |||
447 | 32:35 | cu5o | पलटा लेना और बदला लेना किसका काम है? | पलटा लेना और बदला लेना यहोवा का काम है। उनकी विपत्ति का दिन निकट है और जो दुख उन पर पड़ने वाले हैं वे शीघ्र आ रहे हैं। | |||
448 | 32:36 | k5mb | अपने लोगों के लिए निर्णय कौन करेगा और अपने सेवकों पर दया करेगा? | यहोवा अपने लोगों के लिए न्याय करेगा और वह अपने दासों पर तरस खाएगा। | |||
449 | 32:37-38 | r8hf | किससे इस्राएल के लोगों के लिए मदद और सुरक्षा नहीं आती है? | संरक्षण और सहायता देवताओं, चट्टान से नहीं आती है, जिसमें उन्होंने शरण ली और जिन्होंने अपने बलिदान खाए और अपने पेय पदार्थों को पी लिया। | |||
450 | 32:39 | r1mq | परमेश्वर किसे कहता है कि उसके अलावा एक ईश्वर है और परमेश्वर अकेले क्या कहता है कि वह कर सकता है? | परमेश्वर कहता है कि उसके संग कोई देवता नहीं है और वो अकेले ही मार डालता और जिलाता, घायल करता और चंगा करता है। | |||
451 | 32:40 | u144 | स्वर्ग की ओर हाथ उठाकर एकमात्र परमेश्वर क्या प्रतिज्ञा करता है? | उसकी प्रतिज्ञा है कि वह अनन्त काल के लिए जीवित है और काम भी करेगा। | |||
452 | 32:41 | ng0i | परमेश्वर किसका न्याय करेगा और बदला लेगा? | वह अपने द्रोहियों से बदला लेगा और बैरियों को बदला देगा। | |||
453 | 32:42 | e5uj | परमेश्वर कहता है कि उसके तीर किसके लहू से मतवाले हैं और उसकी तलवार किसका मांस खाएगी? | परमेश्वर का तीर मतवाला होगा उस लहू से जो मरे हुओं और बन्दियों और उसकी तलवार मांस, लम्बे बाल वाले शत्रुओं के प्रधानों को खाएगी। | |||
454 | 32:43 | chr0 | जब परमेश्वर अपने दासों के लहू का बदला लेगा और अपने बैरियों का बदला देगा तब उसके लोगों के साथ कौन आनंद मनायेंगे? | सब जातियां परमेश्वर के लोगों के साथ आनंद मनायेंगी। परमेश्वर अपने देश के लिए प्रायश्चित करेगा,अपने लोगों के लिए। | |||
455 | 32:44 | bwbw | इस गीत के सभी शब्दों को लोगों के कानों में किसने गाया? | मूसा और यहोशू ने इस गीत को लोगों के कानों में गाया। | |||
456 | 32:46 | au0v | इस्राएल के लोगों को मूसा के उन बातों पर अपना मन लगाने के लिए क्यों कहा है? | लोगों को मूसा के उन सब बातों पर अपना मन लगाना होगा ताकि वे अपने बच्चों को इस व्यवस्था के सभी बातों को चौकसी रखने के लिए आज्ञा दे सकें। | |||
457 | 32:48-49 | qjkm | यहोवा ने मूसा को यरीहो के सामने पहाड़ों में जाने के लिए क्यों कहा? | यहोवा ने मूसा को पहाड़ों पर जाने के लिए कहा ताकि वह कनान देश को देख सके जिसे यहोवा इस्राएलियों के लोगों को निज भूमि के रूप में दे रहा था। | |||
458 | 32:50 | y1u0 | यहोवा ने मूसा को क्या कहा कि उस पहाड़ पर उसके साथ होगा? | यहोवा ने कहा कि मूसा की मृत्यु उस पर्वत पर होगी जैसे हारून की मृत्यु होर पर हुई थी और वह अपने लोगों में मिल गया। मूसा पहाड़ पर इसलिए मरने जा रहा था क्योंकि कादेश के मरीबा नाम सोते पर उसने विश्वासघात किया और क्योंकि मूसा ने इस्राएल के लोगों के बीच यहोवा का आदर और सम्मान नहीं किया था। | |||
459 | 32:51 | bxkp | यहोवा ने क्यों कहा कि मूसा पहाड़ पर मरने जा रहा था? | मूसा पहाड़ पर इसलिए मरने जा रहा था क्योंकि कादेश के मरीबा नाम सोते पर उसने विश्वासघात किया और क्योंकि मूसा ने इस्राएल के लोगों के बीच यहोवा का आदर और सम्मान नहीं किया था। | |||
460 | 32:52 | reao | यहोवा ने क्या कहा था कि मूसा उसकी मृत्यु से पहले देखेगा? | यहोवा ने कहा कि मूसा उस देश को देखेगा जो यहोवा इस्राएल के लोगों को देगा परंतु वहां जा नहीं पाएगा। | |||
461 | 33:1 | gycg | मूसा ने इस्राएल के लोगों को यह आशीर्वाद कब दिया? | मूसा ने अपनी मृत्यु से पहले इस्राएल के लोगों को यह आशीर्वाद दिया। | |||
462 | 33:2 | foue | मूसा यहोवा का वर्णन कैसे करता है? | मूसा ने यहोवा के बारे में बताया जो पारन पर्वत पर से अपना तेज दिखाया, लाखों पवित्रों के मध्य में से आया, और उसके दाहिने हाथ मे ज्वालामय की विधियां निकलीं। | |||
463 | 33:3 | brj4 | यहोवा इस्राएलियों के बारे मे कैसी भावना रखता है? | यहोवा लोगों से प्रेम करता है, इस्राएल के लोगों से। इस्राएल के पवित्र जन यहोवा के चरणों में झुकते हैं और यहोवा के वचन को प्राप्त करते हैं। | |||
464 | 33:4 | rgzk | मूसा ने व्यवस्था के बारे में क्या कहा जो उसने लोगों को दिया था? | मूसा कहता है की व्यवस्था एक निज भाग है याकूब की मण्डली के लिए। | |||
465 | 33:5 | t3cd | जब प्रजा के मुख्य-मुख्य पुरुष और इस्राएल के सभी गोत्र एक संग होकर एकत्रित हुए तो यहोवा क्या बन गया? | यहोवा यशूरून(इस्राएल) में राजा बन गया। | |||
466 | 33:6 | lkjn | मूसा ने क्या कहा कि रूबेन के साथ होगा? | मूसा ने कहा कि रूबेन जीवित रहेगा और मरेगा नहीं लेकिन उसके मनुष्य थोड़े ही होंगे। | |||
467 | 33:7 | gogn | मूसा ने यहूदा को कौनसा आशीर्वाद दिया था? | मूसा ने यहोवा से प्रार्थना की वह यहूदा को आशीष देकर उसकी आवाज़ को सुने, और उसे उसके लोगों के पास पहुंचाकर उसके लिए लड़े। | |||
468 | 33:8 | jrn4 | लेवियों को आशीर्वाद देते समय मूसा ने उनसे क्या करने के लिए कहा? | मूसा ने लेवी को यहोवा के नियमों को सिखाने को कहा, यहोवा की वेदी पर धूप और होमबलि चड़ाए, ताकि यहोवा की आशीष हो और उसके हाथों की सेवा को ग्रहण करे, और यहोवा के बैरियों की कमर पर ऐसा मारे कि वे फिर न उठ सके। | |||
469 | 33:10-11 | hwg9 | लेवियों को आशीर्वाद देते समय मूसा ने उनसे क्या करने के लिए कहा? | मूसा ने लेवी को यहोवा के नियमों को सिखाने को कहा, यहोवा की वेदी पर धूप और होमबलि चड़ाए, ताकि यहोवा की आशीष हो और उसके हाथों की सेवा को ग्रहण करे, और यहोवा के बैरियों की कमर पर ऐसा मारे कि वे फिर न उठ सके। | |||
470 | 33:12 | xadz | मूसा बिन्यामीन के आशीर्वाद के बारे में क्या कहता है? | यहोवा कहता है कि बिन्यामीन यहोवा का प्रिय जन है,यहोवा दिन भर उस पर छाया करेगा, और वह यहोवा के कंधों के बीच रहता है। | |||
471 | 33:16 | ve7i | अपने भाइयों पर राजकुमार कौन था? | यूसुफ अपने भाइयों पर राजकुमार था। | |||
472 | 33:17 | od9p | एप्रैम के लाखों-लाख और मनश्शे के हजारों-हजार क्या करेंगे? | वे लोगों को, वरन् पृथ्वी के छोर तक के सब मनुष्यों को ढकेलेगा; पृथ्वी के सिरों तक, उन सभी को धक्का देंगे। | |||
473 | 33:18-19 | m7yp | मूसा कहां से कहता है कि जबुलून और इस्साकार के आशीर्वाद आएंगे? | जबूलून और इस्साकार के आशीर्वाद पहाड़ से आएंगे, समुद्र का धन और रेत में छिपे हुए अनमोल पदार्थ से आएंगे। | |||
474 | 33:20 | qfvc | गाद की सीमाओं के विस्तार में मूसा ने क्या कहा था वह कैसे वास करेगा? | मूसा ने कहा कि गाद तो सिंहनी के समान रहता है और बांह को वरन् सिर को फाड़ डालता है। | |||
475 | 33:21 | a05p | गाद ने यहोवा के लिए क्या किया? | गाद ने यहोवा के न्याय और इस्राएल के साथ नियम का पालन किया। | |||
476 | 33:22 | lyob | मूसा ने दान का वर्णन कैसे किया? | मूसा ने दान को बाशान से कूदनेवाला सिंह का बच्चे के रूप में वर्णित किया है। | |||
477 | 33:23 | iq7v | कौन सी देश मूसा ने कहा नप्ताली लेगा? | नप्ताली पश्चिम और दक्षिण देश का अधिकारी होगा। | |||
478 | 33:24-25 | dqzz | आशेर के आशीर्वाद के बारे में मूसा क्या कहता है? | मूसा कहता है कि आशेर दूसरे पुत्रों की तुलना में अधिक धन्य होगा, ताकि वह अपना पैर जैतून के तेल में डुबो दे और अपने सब दिन सुरक्षित रहे । | |||
479 | 33:27 | q3ky | मूसा ने क्या कहा था कि परमेश्वर यशूरून (इस्राएल) दुश्मनों के साथ करेगा? | मूसा ने कहा कि परमेश्वर यशूरून (इस्राएल) शत्रुओं को उनके सामने से निकाल देगा और परमेश्वर कहेगा, “सत्यानाश कर दो!” | |||
480 | 33:28 | smmm | याकूब के वंश कैसे रहेंगे? | याकूब के वंश सुरक्षित रहेंगे और सुरक्षित रूप से अन्न और नये दाखमधु के देश में रहेंगे। | |||
481 | 33:29 | abkb | मूसा ने इस्राएल का वर्णन कैसे किया? | मूसा ने इस्राएल को धन्य जैसा और यहोवा से उद्धार पाई हुई, जिसके शत्रु कांपते हुए उसके पास आएंगे। | |||
482 | 34:1-3 | rd06 | मूसा को संपूर्ण देश कहां से दिखाया गया जिसके अधिकारी इस्राएली के गोत्र होने को जा रहे थे? | मूसा को संपूर्ण देश दिखाया गया जिसके अधिकारी इस्राएल के गोत्र होंगे, पिसगा पर्वत की चोटी पर से। | |||
483 | 34:4 | v618 | यहोवा ने मरने से पहले मूसा को क्या देखने की इजाज़त दी? | यहोवा ने मूसा को उस देश को देखने की इजाज़त दी जिसे यहोवा ने अब्राहम, इसहाक, और याकूब से शपथ खाया था। | |||
484 | 34:6 | zk2l | मूसा की मृत्यु कहां हुई और यहोवा ने मूसा को कहाँ दफन किया? | मोआब देश में मूसा की मृत्यु हुई और यहोवा ने उसे मोआब के देश में बेतपोर के सामने एक तराई में दफन किया। | |||
485 | 34:7 | pkc4 | मूसा की शारीरिक स्थिति क्या थी जब उसकी मृत्यु एक सौ बीस वर्ष की थी? | जब मूसा की मृत्यु हो गई तो वह अभी भी पौरुष था और अच्छी तरह से देख सकता था। | |||
486 | 34:8 | s7x1 | इस्राएल के लोग मूसा के लिए कब तक विलाप करते रहे? | लोगों ने तीस दिनों तक मूसा के लिए विलाप करते रहे । | |||
487 | 34:9 | a85s | इस्राएल के लोग यहोशू को क्यों सुनते थे और यहोवा ने मूसा को क्या आज्ञा दी थी? | इस्राएल के लोगों ने यहोशू की बात सुनी क्योंकि यहोशू बुद्धिमानी की आत्मा से परिपूर्ण था, और मूसा ने अपना हाथ उस पर रखा था। | |||
488 | 34:10 | mf6g | मूसा को यहोवा कैसे जानता था? | यहोवा मूसा को आमने-सामने जानता था। इस्राएल में मूसा की तरह कोई भविष्यद्वक्ता कभी नहीं रहा है। | |||
489 | 34:11-12 | o8di | क्या इस्राएल में मूसा की तरह एक भविष्यद्वक्ता रहा है? | इस्राएल में मूसा की तरह कोई भविष्यद्वक्ता कभी नहीं रहा है। |