\v 15 उनके पाँव लहू बहाने को फुर्तीले हैं। \v 16 उनके मार्गों में नाश और क्लेश है। \v 17 उन्होंने कुशल का मार्ग नहीं जाना। (यशा. 59:8) \v 18 उनकी आँखों के सामने परमेश्वर का भय नहीं।” (भज. 36:1)