From 24fabca52f8bd183af752539013b89344b7bc1e7 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Vachaa Date: Tue, 12 Nov 2024 16:54:32 +0530 Subject: [PATCH] Tue Nov 12 2024 16:54:32 GMT+0530 (India Standard Time) --- 09/01.txt | 1 + 09/03.txt | 1 + manifest.json | 3 ++- 3 files changed, 4 insertions(+), 1 deletion(-) create mode 100644 09/01.txt create mode 100644 09/03.txt diff --git a/09/01.txt b/09/01.txt new file mode 100644 index 0000000..30772b3 --- /dev/null +++ b/09/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\c 9 \v 1 मैं मसीह में सच कहता हूँ, झूठ नहीं बोलता और मेरा विवेक भी पवित्र आत्मा में गवाही देता है। \v 2 कि मुझे बड़ा शोक है, और मेरा मन सदा दुःखता रहता है। \ No newline at end of file diff --git a/09/03.txt b/09/03.txt new file mode 100644 index 0000000..2e89da9 --- /dev/null +++ b/09/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 3 \v 4 \v 5 3 क्योंकि मैं यहाँ तक चाहता था, कि अपने भाइयों, के लिये जो शरीर के भाव से मेरे कुटुम्बी हैं, आप ही मसीह से श्रापित और अलग हो जाता। (निर्ग. 32:32) 4 वे इस्राएली हैं, लेपालकपन का हक़, महिमा, वाचाएँ, व्यवस्था का उपहार, परमेश्‍वर की उपासना, और प्रतिज्ञाएँ उन्हीं की हैं। (भज. 147:19) 5 पूर्वज भी उन्हीं के हैं, और मसीह भी शरीर के भाव से उन्हीं में से हुआ, जो सब के ऊपर परम परमेश्‍वर युगानुयुग धन्य है। आमीन। \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index edf5b90..153f3ec 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -147,6 +147,7 @@ "08-33", "08-35", "08-37", - "09-title" + "09-title", + "09-01" ] } \ No newline at end of file