From 18fe967d4712c885e10484eba0d3a03bf6fdbbbc Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Vachaa Date: Tue, 12 Nov 2024 10:34:35 +0530 Subject: [PATCH] Tue Nov 12 2024 10:34:34 GMT+0530 (India Standard Time) --- 01/20.txt | 1 + 1 file changed, 1 insertion(+) create mode 100644 01/20.txt diff --git a/01/20.txt b/01/20.txt new file mode 100644 index 0000000..b691f90 --- /dev/null +++ b/01/20.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 20 क्योंकि उसके अनदेखे गुण*, अर्थात् उसकी सनातन सामर्थ्य और परमेश्‍वरत्व, जगत की सृष्टि के समय से उसके कामों के द्वारा देखने में आते है, यहाँ तक कि वे निरुत्तर हैं। (अय्यू. 12:7-9, भज. 19:1) \v 21 इस कारण कि परमेश्‍वर को जानने पर भी उन्होंने परमेश्‍वर के योग्य बड़ाई और धन्यवाद न किया, परन्तु व्यर्थ विचार करने लगे, यहाँ तक कि उनका निर्बुद्धि मन अंधेरा हो गया। \ No newline at end of file