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\v 13 उनका गला खुली हुई कब्र है:
उन्होंने अपनी जीभों से छल किया है:
उनके होंठों में साँपों का विष है। (भज. 5:9, भज. 140:3) \v 14 और उनका मुँह श्राप और कड़वाहट से भरा है। (भज. 10:7)