\v 5 यीशु ने उनसे कहा, “तुम्हारे मन की कठोरता के कारण उसने तुम्हारे लिये यह आज्ञा लिखी। \v 6 पर सृष्टि के आरम्भ से, परमेश्वर ने नर और नारी को एक करके उनको बनाया है। (उत्प. 1:27, उत्प. 5:2)