\v 23 और वह उन्हें पास बुलाकर, उनसे दृष्टान्तों* में कहने लगा, “शैतान कैसे शैतान को निकाल सकता है? \v 24 और यदि किसी राज्य में फूट पड़े, तो वह राज्य कैसे स्थिर रह सकता है? \v 25 और यदि किसी घर में फूट पड़े, तो वह घर क्या स्थिर रह सकेगा?