From e7789e6b834a7b0cd0288102416efaa40b46d216 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Vachaa Date: Wed, 20 Nov 2024 14:36:40 +0530 Subject: [PATCH] Wed Nov 20 2024 14:36:39 GMT+0530 (India Standard Time) --- 16/14.txt | 1 + manifest.json | 3 ++- 2 files changed, 3 insertions(+), 1 deletion(-) create mode 100644 16/14.txt diff --git a/16/14.txt b/16/14.txt new file mode 100644 index 0000000..9586bfc --- /dev/null +++ b/16/14.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 14 पीछे वह उन ग्यारहों को भी, जब वे भोजन करने बैठे थे दिखाई दिया, और उनके अविश्वास और मन की कठोरता पर उलाहना दिया, क्योंकि जिन्होंने उसके जी उठने के बाद उसे देखा था, इन्होंने उसका विश्वास न किया था। \v 15 और उसने उनसे कहा, “तुम सारे जगत में जाकर सारी सृष्टि के लोगों को सुसमाचार प्रचार करो। \v 16 जो विश्वास करे और बपतिस्मा ले उसी का उद्धार होगा, परन्तु जो विश्वास न करेगा वह दोषी ठहराया जाएगा। \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index b5f469e..775d265 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -318,6 +318,7 @@ "16-05", "16-08", "16-09", - "16-12" + "16-12", + "16-14" ] } \ No newline at end of file