diff --git a/15/01.txt b/15/01.txt index 6e73ad8..7afc374 100644 --- a/15/01.txt +++ b/15/01.txt @@ -1 +1 @@ -\c 15 1 और भोर होते ही तुरन्त प्रधान याजकों, प्राचीनों, और शास्त्रियों ने वरन् सारी महासभा ने सलाह करके यीशु को बन्धवाया, और उसे ले जाकर पिलातुस के हाथ सौंप दिया। 2 और पिलातुस ने उससे पूछा, “क्या तू यहूदियों का राजा है?” उसने उसको उत्तर दिया, “तू स्वयं ही कह रहा है।” 3 और प्रधान याजक उस पर बहुत बातों का दोष लगा रहे थे। \ No newline at end of file +\c 15 \v 1 और भोर होते ही तुरन्त प्रधान याजकों, प्राचीनों, और शास्त्रियों ने वरन् सारी महासभा ने सलाह करके यीशु को बन्धवाया, और उसे ले जाकर पिलातुस के हाथ सौंप दिया। \v 2 और पिलातुस ने उससे पूछा, “क्या तू यहूदियों का राजा है?” उसने उसको उत्तर दिया, “तू स्वयं ही कह रहा है।” \v 3 और प्रधान याजक उस पर बहुत बातों का दोष लगा रहे थे। \ No newline at end of file diff --git a/15/04.txt b/15/04.txt new file mode 100644 index 0000000..4db0af2 --- /dev/null +++ b/15/04.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 4 पिलातुस ने उससे फिर पूछा, “क्या तू कुछ उत्तर नहीं देता, देख ये तुझ पर कितनी बातों का दोष लगाते हैं?” \v 5 यीशु ने फिर कुछ उत्तर नहीं दिया; यहाँ तक कि पिलातुस को बड़ा आश्चर्य हुआ। \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 0c69993..c0780e1 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -294,6 +294,7 @@ "14-66", "14-69", "14-71", - "15-title" + "15-title", + "15-01" ] } \ No newline at end of file