From 8ac6a2529d2afd8ef6c01404f9d9c32e78506e7a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Vachaa Date: Thu, 14 Nov 2024 11:17:20 +0530 Subject: [PATCH] Thu Nov 14 2024 11:17:20 GMT+0530 (India Standard Time) --- 03/05.txt | 2 +- 03/07.txt | 1 + manifest.json | 3 ++- 3 files changed, 4 insertions(+), 2 deletions(-) create mode 100644 03/07.txt diff --git a/03/05.txt b/03/05.txt index 7717d61..3da179a 100644 --- a/03/05.txt +++ b/03/05.txt @@ -1 +1 @@ -\v 5 \v 6 5 और उसने उनके मन की कठोरता से उदास होकर, उनको क्रोध से चारों ओर देखा, और उस मनुष्य से कहा, “अपना हाथ बढ़ा।” उसने बढ़ाया, और उसका हाथ अच्छा हो गया। 6 तब फरीसी बाहर जाकर तुरन्त हेरोदियों के साथ उसके विरोध में सम्मति करने लगे, कि उसे किस प्रकार नाश करें। \ No newline at end of file +\v 5 और उसने उनके मन की कठोरता से उदास होकर, उनको क्रोध से चारों ओर देखा, और उस मनुष्य से कहा, “अपना हाथ बढ़ा।” उसने बढ़ाया, और उसका हाथ अच्छा हो गया। \v 6 तब फरीसी बाहर जाकर तुरन्त हेरोदियों के साथ उसके विरोध में सम्मति करने लगे, कि उसे किस प्रकार नाश करें। \ No newline at end of file diff --git a/03/07.txt b/03/07.txt new file mode 100644 index 0000000..70cd5eb --- /dev/null +++ b/03/07.txt @@ -0,0 +1 @@ +7 और यीशु अपने चेलों के साथ झील की ओर चला गया: और गलील से एक बड़ी भीड़ उसके पीछे हो ली। 8 और यहूदिया, और यरूशलेम और इदूमिया से, और यरदन के पार, और सूर और सैदा के आस-पास से एक बड़ी भीड़ यह सुनकर, कि वह कैसे अचम्भे के काम करता है, उसके पास आई। \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 8b275d7..eaedee0 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -73,6 +73,7 @@ "02-27", "03-title", "03-01", - "03-03" + "03-03", + "03-05" ] } \ No newline at end of file