From 887d332ea6f8600c5f646902411814bf3cbd4511 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Vachaa Date: Mon, 18 Nov 2024 23:17:18 +0530 Subject: [PATCH] Mon Nov 18 2024 23:17:18 GMT+0530 (India Standard Time) --- 09/01.txt | 2 +- manifest.json | 3 ++- 2 files changed, 3 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/09/01.txt b/09/01.txt index 941229b..af72298 100644 --- a/09/01.txt +++ b/09/01.txt @@ -1 +1 @@ -\c 9 1 और उसने उनसे कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ, कि जो यहाँ खड़े हैं, उनमें से कोई ऐसे हैं, कि जब तक परमेश्‍वर के राज्य को सामर्थ्य सहित आता हुआ न देख लें, तब तक मृत्यु का स्वाद कदापि न चखेंगे।” 2 छः दिन के बाद यीशु ने पतरस और याकूब और यूहन्ना को साथ लिया, और एकान्त में किसी ऊँचे पहाड़ पर ले गया; और उनके सामने उसका रूप बदल गया। 3 और उसका वस्त्र ऐसा चमकने लगा और यहाँ तक अति उज्‍ज्वल हुआ, कि पृथ्वी पर कोई धोबी भी वैसा उज्‍ज्वल नहीं कर सकता। \ No newline at end of file +\c 9 \v 1 और उसने उनसे कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ, कि जो यहाँ खड़े हैं, उनमें से कोई ऐसे हैं, कि जब तक परमेश्‍वर के राज्य को सामर्थ्य सहित आता हुआ न देख लें, तब तक मृत्यु का स्वाद कदापि न चखेंगे।” \v 2 छः दिन के बाद यीशु ने पतरस और याकूब और यूहन्ना को साथ लिया, और एकान्त में किसी ऊँचे पहाड़ पर ले गया; और उनके सामने उसका रूप बदल गया। \v 3 और उसका वस्त्र ऐसा चमकने लगा और यहाँ तक अति उज्‍ज्वल हुआ, कि पृथ्वी पर कोई धोबी भी वैसा उज्‍ज्वल नहीं कर सकता। \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 9d54771..3a9672b 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -178,6 +178,7 @@ "08-33", "08-35", "08-38", - "09-title" + "09-title", + "09-01" ] } \ No newline at end of file