From 4ad0b4e7552312cdcebace158b231412d6b1f6ef Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Vachaa Date: Tue, 19 Nov 2024 12:53:35 +0530 Subject: [PATCH] Tue Nov 19 2024 12:53:34 GMT+0530 (India Standard Time) --- 10/07.txt | 2 +- 10/10.txt | 1 + manifest.json | 3 ++- 3 files changed, 4 insertions(+), 2 deletions(-) create mode 100644 10/10.txt diff --git a/10/07.txt b/10/07.txt index 050991b..6641911 100644 --- a/10/07.txt +++ b/10/07.txt @@ -1 +1 @@ -\v 7 \v 8 \v 9 7 इस कारण मनुष्य अपने माता-पिता से अलग होकर अपनी पत्‍नी के साथ रहेगा, 8 और वे दोनों एक तन होंगे’; इसलिए वे अब दो नहीं, पर एक तन हैं। (उत्प. 2:24) 9 इसलिए जिसे परमेश्‍वर ने जोड़ा है, उसे मनुष्य अलग न करे।” \ No newline at end of file +\v 7 इस कारण मनुष्य अपने माता-पिता से अलग होकर अपनी पत्‍नी के साथ रहेगा, \v 8 और वे दोनों एक तन होंगे’; इसलिए वे अब दो नहीं, पर एक तन हैं। (उत्प. 2:24) \v 9 इसलिए जिसे परमेश्‍वर ने जोड़ा है, उसे मनुष्य अलग न करे।” \ No newline at end of file diff --git a/10/10.txt b/10/10.txt new file mode 100644 index 0000000..818de81 --- /dev/null +++ b/10/10.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 10 \v 11 \v 12 10 और घर में चेलों ने इसके विषय में उससे फिर पूछा। 11 उसने उनसे कहा, “जो कोई अपनी पत्‍नी को त्याग कर दूसरी से विवाह करे तो वह उस पहली के विरोध में व्यभिचार करता है। 12 और यदि पत्‍नी अपने पति को छोड़कर दूसरे से विवाह करे, तो वह व्यभिचार करती है।” \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 34c5c79..c14770d 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -201,6 +201,7 @@ "09-49", "10-title", "10-01", - "10-05" + "10-05", + "10-07" ] } \ No newline at end of file