From 4559a9a1bc10245f0c8ffbbf72d38c4dfe2b30f6 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Vachaa Date: Thu, 14 Nov 2024 17:05:06 +0530 Subject: [PATCH] Thu Nov 14 2024 17:05:06 GMT+0530 (India Standard Time) --- 06/48.txt | 1 + 1 file changed, 1 insertion(+) create mode 100644 06/48.txt diff --git a/06/48.txt b/06/48.txt new file mode 100644 index 0000000..44b0528 --- /dev/null +++ b/06/48.txt @@ -0,0 +1 @@ +48 और जब उसने देखा, कि वे खेते-खेते घबरा गए हैं, क्योंकि हवा उनके विरुद्ध थी, तो रात के चौथे पहर के निकट वह झील पर चलते हुए उनके पास आया; और उनसे आगे निकल जाना चाहता था। 49 परन्तु उन्होंने उसे झील पर चलते देखकर समझा, कि भूत है, और चिल्ला उठे, 50 क्योंकि सब उसे देखकर घबरा गए थे। पर उसने तुरन्त उनसे बातें की और कहा, “धैर्य रखो : मैं हूँ; डरो मत।” \ No newline at end of file