From 20770c83f4160797f33b9f7c16501fb94272d141 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Vachaa Date: Wed, 20 Nov 2024 14:12:42 +0530 Subject: [PATCH] Wed Nov 20 2024 14:12:42 GMT+0530 (India Standard Time) --- 15/42.txt | 1 + 1 file changed, 1 insertion(+) create mode 100644 15/42.txt diff --git a/15/42.txt b/15/42.txt new file mode 100644 index 0000000..52931cd --- /dev/null +++ b/15/42.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 42 \v 43 \v 44 42 जब संध्या हो गई, तो इसलिए कि तैयारी का दिन था, जो सब्त के एक दिन पहले होता है, 43 अरिमतियाह का रहनेवाला यूसुफ* आया, जो प्रतिष्ठित मंत्री और आप भी परमेश्‍वर के राज्य की प्रतीक्षा में था। वह साहस करके पिलातुस के पास गया और यीशु का शव माँगा। 44 पिलातुस ने आश्चर्य किया, कि वह इतना शीघ्र मर गया; और उसने सूबेदार को बुलाकर पूछा, कि “क्या उसको मरे हुए देर हुई?” \ No newline at end of file