From 033cc9aa171c0cf75177637470cf63e7c385f0bf Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Vachaa Date: Thu, 14 Nov 2024 14:38:20 +0530 Subject: [PATCH] Thu Nov 14 2024 14:38:19 GMT+0530 (India Standard Time) --- 05/05.txt | 2 +- 05/07.txt | 1 + manifest.json | 3 ++- 3 files changed, 4 insertions(+), 2 deletions(-) create mode 100644 05/07.txt diff --git a/05/05.txt b/05/05.txt index 1ca07e6..34a4be7 100644 --- a/05/05.txt +++ b/05/05.txt @@ -1 +1 @@ -\v 5 \v 6 5 वह लगातार रात-दिन कब्रों और पहाड़ों में चिल्लाता, और अपने को पत्थरों से घायल करता था। 6 वह यीशु को दूर ही से देखकर दौड़ा, और उसे प्रणाम किया। \ No newline at end of file +\v 5 वह लगातार रात-दिन कब्रों और पहाड़ों में चिल्लाता, और अपने को पत्थरों से घायल करता था। \v 6 वह यीशु को दूर ही से देखकर दौड़ा, और उसे प्रणाम किया। \ No newline at end of file diff --git a/05/07.txt b/05/07.txt new file mode 100644 index 0000000..732f22d --- /dev/null +++ b/05/07.txt @@ -0,0 +1 @@ +7 और ऊँचे शब्द से चिल्लाकर कहा, “हे यीशु, परमप्रधान परमेश्‍वर के पुत्र, मुझे तुझ से क्या काम? मैं तुझे परमेश्‍वर की शपथ देता हूँ, कि मुझे पीड़ा न दे।” (मत्ती 8:29, 1 राजा. 17:18) 8 क्योंकि उसने उससे कहा था, “हे अशुद्ध आत्मा, इस मनुष्य में से निकल आ।” \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index ca6007d..6fb0c78 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -105,6 +105,7 @@ "04-40", "05-title", "05-01", - "05-03" + "05-03", + "05-05" ] } \ No newline at end of file