From 031e5501c9e87e0761be8901fbe5acca81db5bd5 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Vachaa Date: Sat, 16 Nov 2024 16:10:10 +0530 Subject: [PATCH] Sat Nov 16 2024 16:10:10 GMT+0530 (India Standard Time) --- 08/16.txt | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/08/16.txt b/08/16.txt index e8b514e..b9bf0c8 100644 --- a/08/16.txt +++ b/08/16.txt @@ -1 +1 @@ -\v 16 \v 17 16 वे आपस में विचार करके कहने लगे, “हमारे पास तो रोटी नहीं है।” 17 यह जानकर यीशु ने उनसे कहा, “तुम क्यों आपस में विचार कर रहे हो कि हमारे पास रोटी नहीं? क्या अब तक नहीं जानते और नहीं समझते? क्या तुम्हारा मन कठोर हो गया है? \ No newline at end of file +\v 16 वे आपस में विचार करके कहने लगे, “हमारे पास तो रोटी नहीं है।” \v 17 यह जानकर यीशु ने उनसे कहा, “तुम क्यों आपस में विचार कर रहे हो कि हमारे पास रोटी नहीं? क्या अब तक नहीं जानते और नहीं समझते? क्या तुम्हारा मन कठोर हो गया है? \ No newline at end of file