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\v 3 और उसने उनसे कहा, “मार्ग के लिये कुछ न लेना: न तो लाठी, न झोली, न रोटी, न रुपये और न दो-दो कुर्ते। \v 4 और जिस किसी घर में तुम उतरो, वहीं रहो; और वहीं से विदा हो।