\c 6 \v 1 फिर सब्त के दिन वह खेतों में से होकर जा रहा था, और उसके चेले अन्न तोड़-तोड़कर, और हाथों से मल-मल कर* खाते जाते थे। (व्य. 23:25) \v 2 तब फरीसियों में से कुछ कहने लगे, “तुम वह काम क्यों करते हो जो सब्त के दिन करना उचित नहीं?”