\v 50 और उसकी दया उन पर, \p जो उससे डरते हैं, \p पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है। (भज. 103:17) \p \v 51 उसने अपना भुजबल दिखाया, \p और जो अपने मन में घमण्ड करते थे, \p उन्हें तितर-बितर किया। (2 शमू. 22:28, भज. 89:10)