hi_luk_text_ulb/19/05.txt

1 line
627 B
Plaintext

\v 5 जब यीशु उस जगह पहुँचा, तो ऊपर दृष्टि कर के उससे कहा, “हे जक्कई, झट उतर आ; क्योंकि आज मुझे तेरे घर में रहना अवश्य है।” \v 6 वह तुरन्त उतरकर आनन्द से उसे अपने घर को ले गया। \v 7 यह देखकर सब लोग कुड़कुड़ाकर कहने लगे, “वह तो एक पापी मनुष्य के यहाँ गया है।”