\v 19 उसकी माता और उसके भाई पास आए, पर भीड़ के कारण उससे भेंट न कर सके। \v 20 और उससे कहा गया, “तेरी माता और तेरे भाई बाहर खड़े हुए तुझ से मिलना चाहते हैं।” \v 21 उसने उसके उत्तर में उनसे कहा, “मेरी माता और मेरे भाई ये ही है, जो परमेश्‍वर का वचन सुनते और उस पर चलते हैं।” आँधी और तूफान को शान्त करना