\v 3 तब उसने उनसे यह दृष्टान्त कहा: \v 4 “तुम में से कौन है जिसकी सौ भेड़ें हों, और उनमें से एक खो जाए तो निन्यानवे को मैदान में छोड़कर, उस खोई हुई को जब तक मिल न जाए खोजता न रहे? (यहे. 34:11-12,16) \v 5 और जब मिल जाती है, तब वह बड़े आनन्द से उसे कंधों पर उठा लेता है।