From 625907f8ea36af6b34a62bc564b871c20e225a73 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Vachaa Date: Thu, 5 Dec 2024 10:27:18 +0530 Subject: [PATCH] Thu Dec 05 2024 10:27:18 GMT+0530 (India Standard Time) --- 07/09.txt | 3 ++- manifest.json | 2 -- 2 files changed, 2 insertions(+), 3 deletions(-) diff --git a/07/09.txt b/07/09.txt index 7b7fef2..cf39c28 100644 --- a/07/09.txt +++ b/07/09.txt @@ -1 +1,2 @@ -\v 9 यह सुनकर यीशु ने अचम्भा किया, और उसने मुँह फेरकर उस भीड़ से जो उसके पीछे आ रही थी कहा, “मैं तुम से कहता हूँ, कि मैंने इस्राएल में भी ऐसा विश्वास नहीं पाया।” \v 10 और भेजे हुए लोगों ने घर लौटकर, उस दास को चंगा पाया। मृतक को जीवन-दान \ No newline at end of file +\v 9 यह सुनकर यीशु ने अचम्भा किया, और उसने मुँह फेरकर उस भीड़ से जो उसके पीछे आ रही थी कहा, “मैं तुम से कहता हूँ, कि मैंने इस्राएल में भी ऐसा विश्वास नहीं पाया।” \v 10 और भेजे हुए लोगों ने घर लौटकर, उस दास को चंगा पाया। +मृतक को जीवन-दान \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 5e595ca..a01f99a 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -146,9 +146,7 @@ "07-01", "07-02", "07-06", - "07-09", "07-11", - "07-16", "07-18", "07-21", "07-24",