hi_luk_text_ulb/02/06.txt

1 line
473 B
Plaintext
Raw Normal View History

\v 6 उनके वहाँ रहते हुए उसके जनने के दिन पूरे हुए। \v 7 और वह अपना पहलौठा पुत्र जनी और उसे कपड़े में लपेटकर चरनी में रखा; क्योंकि उनके लिये सराय में जगह न थी। चरवाहों को स्वर्गदूत का सन्देश