\v 24 अब जो तुम्हें ठोकर खाने से बचा सकता है*, और अपनी महिमा की भरपूरी के सामने मगन और निर्दोष करके खड़ा कर सकता है; \v 25 हमारे प्रभु यीशु मसीह के द्वारा, उस एकमात्र उद्धारकर्ता परमेश्‍वर की महिमा, गौरव, पराक्रम और अधिकार, जैसा सनातन काल से है, अब भी हो और युगानुयुग होती रहे। आमीन।