\v 5 तुम जो व्यवस्था के द्वारा धर्मी ठहरना चाहते हो, मसीह से अलग और अनुग्रह से गिर गए हो। क्योंकि आत्मा के कारण, हम विश्वास से, आशा की हुई धार्मिकता की प्रतीक्षा करते हैं। \v 6 और मसीह यीशु में न खतना, न खतनारहित कुछ काम का है, परन्तु केवल विश्वास का जो प्रेम के द्वारा प्रभाव करता है। \v 7 तुम तो भली भाँति दौड़ रहे थे। अब किस ने तुम्हें रोक दिया, कि सत्य को न मानो? \v 8 ऐसी सीख तुम्हारे बुलानेवाले की ओर से नहीं।