\s विधवाओं की सहायता
\p \v 3 उन विधवाओं का जो सचमुच विधवा हैं आदर कर*। \v 4 और यदि किसी विधवा के बच्चे या नाती-पोते हों, तो वे पहले अपने ही घराने के साथ आदर का बर्ताव करना, और अपने माता-पिता आदि को उनका हक़ देना सीखें, क्योंकि यह परमेश्वर को भाता है।