\s महान रहस्य
\p \v 14 मैं तेरे पास जल्द आने की आशा रखने पर भी ये बातें तुझे लिखता हूँ, \v 15 कि यदि मेरे आने में देर हो तो तू जान ले कि परमेश्वर के घराने में जो जीविते परमेश्वर की कलीसिया है, और जो सत्य का खम्भा और नींव है; कैसा बर्ताव करना चाहिए।