From e7028907820739aff33d9e72b4586d9002d8711c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Vachaa Date: Thu, 7 Nov 2024 22:18:59 +0530 Subject: [PATCH] Thu Nov 07 2024 22:18:59 GMT+0530 (India Standard Time) --- 05/08.txt | 2 +- manifest.json | 3 ++- 2 files changed, 3 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/05/08.txt b/05/08.txt index ecbe62f..b834a93 100644 --- a/05/08.txt +++ b/05/08.txt @@ -1 +1 @@ -\v 8 \v 9 \v 10 \v 11 8 पर हम जो दिन के हैं, विश्वास और प्रेम की झिलम पहनकर और उद्धार की आशा का टोप पहनकर सावधान रहें। (यशा. 59:17) 9 क्योंकि परमेश्‍वर ने हमें क्रोध के लिये नहीं*, परन्तु इसलिए ठहराया कि हम अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा उद्धार प्राप्त करें। 10 वह हमारे लिये इस कारण मरा, कि हम चाहे जागते हों, चाहे सोते हों, सब मिलकर उसी के साथ जीएँ। 11 इस कारण एक दूसरे को शान्ति दो, और एक दूसरे की उन्नति के कारण बनो, निदान, तुम ऐसा करते भी हो। \ No newline at end of file +\v 8 पर हम जो दिन के हैं, विश्वास और प्रेम की झिलम पहनकर और उद्धार की आशा का टोप पहनकर सावधान रहें। (यशा. 59:17) \v 9 क्योंकि परमेश्‍वर ने हमें क्रोध के लिये नहीं*, परन्तु इसलिए ठहराया कि हम अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा उद्धार प्राप्त करें। \v 10 वह हमारे लिये इस कारण मरा, कि हम चाहे जागते हों, चाहे सोते हों, सब मिलकर उसी के साथ जीएँ। \v 11 इस कारण एक दूसरे को शान्ति दो, और एक दूसरे की उन्नति के कारण बनो, निदान, तुम ऐसा करते भी हो। \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index b5f26c0..daf3b91 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -61,6 +61,7 @@ "04-13", "04-16", "05-01", - "05-04" + "05-04", + "05-08" ] } \ No newline at end of file