\v 9 जो कोई परमेश्‍वर से जन्मा है वह पाप नहीं करता; क्योंकि उसका बीज* उसमें बना रहता है: और वह पाप कर ही नहीं सकता, क्योंकि वह परमेश्‍वर से जन्मा है। \v 10 इसी से परमेश्‍वर की सन्तान, और शैतान की सन्तान जाने जाते हैं; जो कोई धार्मिकता नहीं करता, वह परमेश्‍वर से नहीं, और न वह जो अपने भाई से प्रेम नहीं रखता।