1 line
805 B
Plaintext
1 line
805 B
Plaintext
|
\v 13 हे भाइयों, यदि संसार तुम से बैर करता है तो अचम्भा न करना। \p \v 14 हम जानते हैं, कि हम मृत्यु से पार होकर जीवन में पहुँचे हैं; क्योंकि हम भाइयों से प्रेम रखते हैं जो प्रेम नहीं रखता, वह मृत्यु की दशा में रहता है। \p \v 15 जो कोई अपने भाई से बैर रखता है, वह हत्यारा है; और तुम जानते हो, कि किसी हत्यारे में अनन्त जीवन नहीं रहता।
|