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\v 6 (६)खुशीनी बाराम आकत मंथ्डीनी सताडनारी अंन व्यावस्था नी बाराम आकत वगर गल्ती नी आतली । \p \v 7 (७) यण जे जे गीडयी मनी लाभनी आतली तीसला मय मसीह नी वजय थी झनी समजी लेनी ।
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