Tue Oct 22 2024 17:54:14 GMT+0530 (India Standard Time)
This commit is contained in:
parent
a3b922b0ed
commit
8229803cae
|
@ -1 +1 @@
|
|||
\v 5 \v 6 ५ तेत जनिन बुजीन ते विसराय गय का परमेश्वर नो। वचन नि गुमथी वादयाम जुना टाईम ति तहाज स अन धरतिबी पानितिज बनली स अन पानिमबी यकताहज रोकायेलीस \p ६ ईनाथी तो युग नी दुनिया पाणीम डुबी न नाश होय गया (उत्प, 7: 11-21) \p \v 7 ७ पन आमीनो समय म वादयो अन धरति तो वचन नी गत ईनिकरता थवल आस सिलगावली जाई अन नाश तो भक्तीहीन मयनी न्याय अन नाश नि दिन लुगु ईसज थवी राख जा
|
||||
\v 5 ५ तेत जनिन बुजीन ते विसराय गय का परमेश्वर नो। वचन नि गुमथी वादयाम जुना टाईम ति तहाज स अन धरतिबी पानितिज बनली स अन पानिमबी यकताहज रोकायेलीस \p \v 6 ६ ईनाथी तो युग नी दुनिया पाणीम डुबी न नाश होय गया (उत्प, 7: 11-21) \p \v 7 ७ पन आमीनो समय म वादयो अन धरति तो वचन नी गत ईनिकरता थवल आस सिलगावली जाई अन नाश तो भक्तीहीन मयनी न्याय अन नाश नि दिन लुगु ईसज थवी राख जा
|
|
@ -0,0 +1 @@
|
|||
\v 8 हे प्रिय यी एक गोट दपाडी नहा थवनो का प्रभु नी तहा एक दिन हजार वरीस बराबर आस अन हजार वरीस यक दिननो बराबर आस \p \v 9 ९ प्रभु तुनि सपत नी विषय म वार नहा करतो जिस वार कितला लोक समझतास पन तुमना विषय धिर धरवा स अन नहा समझतो का नाश नहा होय पन यह आस बटासला मन फिराववानो मोको मिय (हब,2:3-4)
|
|
@ -0,0 +1 @@
|
|||
\v 10 पन प्रभुनो दिन चोर नी गत ययजही तो दिन वादया पक्का आवाजथी जाता रही अन तत्व खुबज गरम होयन पगई जाय अन धरती तिना कामोना हीसाब होई
|
|
@ -0,0 +1 @@
|
|||
\v 11 जव ई बठी वस्तु ईज रीतीम पीगई जाई तो तुमुपवित्र चाल चलन अन भक्ती मा किसडा मनुस होवु जोय \p \v 12 १२ अन परमेश्वर नो तो दिननी वाट कोनसी रीतिथी करवु जोय अन तिनो जलदी येवानी करता कीसडो यदन्यो करवु जोय जिनी कारण थी वादयामथी आग पिगई जाई अन वादयानो गण खुबज गरम होयन गई जायी (यशा,34:4) \p \v 13 १३ पन तिनी वायदानी तिनीगत हामु एक नवो वादयो अन नवी धरती नी आस देखी रनाह जिम धार्मीकता वास करी (यशा,60:21यशा 65:17 यशा,66:22,शान्तीप्रका,21:1,27)
|
|
@ -57,6 +57,10 @@
|
|||
"02-20",
|
||||
"03-title",
|
||||
"03-01",
|
||||
"03-03"
|
||||
"03-03",
|
||||
"03-05",
|
||||
"03-08",
|
||||
"03-10",
|
||||
"03-11"
|
||||
]
|
||||
}
|
Loading…
Reference in New Issue