From d54b1ef3d306a998e4e13bd70d4adb656a8cdce5 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: liladhar Date: Wed, 20 Dec 2023 19:24:45 +0530 Subject: [PATCH] Wed Dec 20 2023 19:24:45 GMT+0530 (India Standard Time) --- 09/12.txt | 1 + 1 file changed, 1 insertion(+) create mode 100644 09/12.txt diff --git a/09/12.txt b/09/12.txt new file mode 100644 index 0000000..9cee808 --- /dev/null +++ b/09/12.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 12 दिही पारवातो आलो. ताहा बारा प्रषित आविन तियाल आखा लागे, लोकान आटे लागवा दे, काहाका ते आहीपाही गावाम जाईन रिई दाने खावनू सोय केअेरी, काहाका आचु खेताम हाय. \v 13 पेन तिईयाई तियान तियान आख्यो “तुमाहा तियान खावनु दया. तियाई आख्यो आमाही जाईन ई लोका वाटो खावुन कायबी नाहा ली आला, पेन आमाहा पाही पाच माडा आने बेन मासल्या हाम बिहरो कायबी नाहा” \v 14 काहाका ते पाच हजार पुरूष आथा. ताहा तिईयाई चेलाला आख्यो, पाचास पाचास लोका वोल्या किईन योहावा”. \ No newline at end of file