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\v 21 ज्यो माणहे ए पोरबु ए पोरबु कोयीन मेहे आयोड तलाये ज्या आखा सोरग राजोमा नी जाय सोकतला पुण ज्या माणहे मार बाबु ज्यु सोरगोमा से तेरी मोरजी पुरी कोरहे च्या सोरगोमा जाहोत । \p \v 22 तीना दिहोमा खुब माणहे कोयहे ए पोरबु ए पोरबु आमु तारा नावो मा बोविस्य वाणी नी कोयल्या के एने तारा नावोमा दोखा बुतडु नी काडया के एने तारा नावोमा खुब चोमत्कार नी कोरया के । \p \v 23 तेतार मी तिनुह खुल्लो कोय दीही की मी तुमुह नी जाणतलु ए आखी बातिन पाप कोरनारा माणहे तुमु मारा हाते दोखा सेटा ओय जाव । |