Sat Jul 22 2017 10:43:21 GMT+0530 (India Standard Time)
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6bf832f583
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4834a41da2
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\v 17 17.हम एस्थ्फ्नाश ऑउर फुरतुनातुस ऑउर अखईकुस के आव से अन्नान्दित है कहे कि उनोने तुम्हारे घटी को पूरा किहीं है | \v 18 वे हमारी और तोहरी आत्मा का चैन दिहिन है येही लिय एसो को मानो |
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\v 17 हम एस्थ्फ्नाश ऑउर फुरतुनातुस ऑउर अखईकुस के आव से अन्नान्दित है कहे कि उनोने तुम्हारे घटी को पूरा किहीं है | \v 18 वे हमारी और तोहरी आत्मा का चैन दिहिन है येही लिय एसो को मानो |
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\v 19 \v 20 19.आशिया कि कालिशियाओ कि ओर से तुहे नमस्कार अश्किल्ला और प्रिसका और उनके घर कि कलिशिया का भी तू का प्रभु में बहुत बहुत नमस्कार | 20.सब भाइयो का तुहुका नमस्कार पवित्र चुम्बन से आपस में नमस्कार करो |
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\v 19 आशिया कि कालिशियाओ कि ओर से तुहे नमस्कार अश्किल्ला और प्रिसका और उनके घर कि कलिशिया का भी तू का प्रभु में बहुत बहुत नमस्कार | \v 20 सब भाइयो का तुहुका नमस्कार पवित्र चुम्बन से आपस में नमस्कार करो |
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\v 21 \v 22 \v 23 \v 24 21.हमें पौलोश का अपने हाँथ का लिखा हुआ नमस्कार | 22.अगर केहू प्रभु से प्रेम न रखे तो ऊ श्रापित है | 23.प्रभु यीशु का अनुग्रह तोहापे होत रहे| 24. हमार प्रेम मसीह यीशु म होहरे सबके साथ रहे अमिन |
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\v 21 हमें पौलोश का अपने हाँथ का लिखा हुआ नमस्कार | \v 22 अगर केहू प्रभु से प्रेम न रखे तो ऊ श्रापित है | \v 23 प्रभु यीशु का अनुग्रह तोहापे होत रहे| \v 24 हमार प्रेम मसीह यीशु म होहरे सबके साथ रहे अमिन |
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"16-07",
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"16-10",
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"16-15"
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"16-15",
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"16-17",
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"16-19",
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"16-21"
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