वर्षा थमंणै कब बादै , जहाज जल पै पांच महीने तकै तेरदा रहा , एक दिन जहाज पहाड़ पै टिक गया , फेर जदै भी संसार जल ते भरा था | तीन महीने के बाद पहाड़ो की चोटिया देखणै लागै |