From f2f25c5720beb1362aa75a43589fc365d739232e Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: tsDesktop Date: Tue, 26 Apr 2016 12:25:43 +0530 Subject: [PATCH] Tue Apr 26 2016 12:25:43 GMT+0530 (India Standard Time) --- 04/07.txt | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/04/07.txt b/04/07.txt index 56be0d3..a6be901 100644 --- a/04/07.txt +++ b/04/07.txt @@ -1,2 +1,2 @@ म्हैै थारैैै ते एक बड़ी जाति बणावागा अरै मे थ़़ारै या पणमेश्वर होवगा | ज्यों थमणै आशीर्वाद दे उनताही म्है आशिष देयुगा अरै तनै ज्यों कोसै गा , उनताही म्है शाप देउगा | अरै भूमंडल के सारै कुल थारैै कारण आशीष पावांगै'' | पणमेश्वर ने आब्रम ते कहया कि थारै म्है ते एक एक माणस का खतणा हो | ज्यों वाचा मन्यै अरै थारै बीच म्है सै , उसका यहो चिन्ह होवेगा | अरै आब्रम ने - \ No newline at end of file + आज्ञा मानी \ No newline at end of file